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श्री हव्याप्र मंडल में गुरुपूर्णिमा उत्सव व जिला स्तरीय कुमार कुश्ती स्पर्धा

ज्येष्ठ पहलवानों का सत्कार समारोह

* बुधवार 13 जुलाई की सुबह 9 बजे आयोजन
अमरावती/दि.11– श्री हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल, अमरावती शहर तालिम संघ, डिग्री कॉलेज ऑफ फिजिकल एज्युकेशन के संयुक्त तत्वावधान में गुरुवर्य स्व. अंबादासपंत वैद्य व स्व. नाना साहब स्मृति प्रित्यर्थ तथा गुरु पुर्णिमा उत्स निमित्त जिलास्तरीय कुमार कुश्ती स्पर्धा व जिन पहलवानों ने कुश्ती क्षेत्र में योगदान दिया है, ऐसे ज्येष्ठ पहलवानों के सत्कार समारोह का आयोजन किया गया है. बुधवार 13 जुलाई की सुबह 9 बजे एचवीपीएम के कुश्ती विभाग मेें इस स्पर्धा का आयोजन किया गया है, ऐसी जानकारी प्रा. डॉ. संजय तिरथकर ने दी.
श्री हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल में गुरु प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए गुरु पूजन व युवा पहलवानों को प्रोत्साहित करने के लिए कुमार कुश्ती स्पर्धा तथा ज्येष्ठ पहलवानों का गौरव किया जाता है. विगत कई वर्षों से यह परंपरा जारी है. इस वर्ष भी गुरु पूर्णिमा पर्व पर कुमार कुश्ती स्पर्धा का आयोजन किया गया है. 12 जुलाई की शाम 4 से 6 बजे के दौरान कुश्तीगिरों का वजन किया जाएंगा. पश्चात 13 जुलाई की सुबह 9 बजे से स्पर्धा की शुरुआत होगी. 150 पहलवान इस स्पर्धा में सहभागी होंगे. 28 किलो, 32 किलो, 35 किलो, 38 किलो, 41 किलो, 48 किलो वजन गुट तक के 14 वर्ष आयु गुट वाले तथा 17 वर्ष आयु गुट वाले 52 किलो, 55 किलो, 60 किलो वजन गुट में यह स्पर्धा ली जाएंगी. प्रत्येक वजन गुट में प्रथम, द्बितीय, तृतीय पुरस्कार नगद राशी, प्रमाणपत्र व मेडल प्रदान किया जाएंगा. चतुर्थ क्रमांक प्राप्त करने वाले पहलवान को प्रोत्साहन पर मेडल दिया जाएंगा. स्पर्धकों पर 21 हजार रुपए के पुरस्कारों की बौछार होगी. इस स्पर्धा के यशस्वी आयोजन के लिए डॉ. रणवीर सिंह राहल, जितेंद्र भुयार, रुपेश तिरथकर, मुरारी श्रीवास, आशिष दिवान, अमोल बानुबाकोडे, चंद्रशेखर गुल्हाणे प्रयासरत है.
स्व. अंबादासपंत वैद्य श्री हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल के आद्य संस्थापक है. वर्ष 2014 मेें उन्होंने हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल की स्थापना की. अब यह संस्था वटवृक्ष बन गई है. अंबानगरी समेत संपूर्ण महाराष्ट्र का गौरव बढाने का काम संस्था द्बारा किया जा रहा है. मंडल द्बारा प्रति वर्ष गुरुपूर्णिमा पर्व पर स्व. अंबादासपंत वैद्य की प्रतिमा का पूजन कर उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त कर गुरु पुर्णिमा पर्व मनाया जाता है. उसी प्रकार स्व. नानासाहब दलाल यह भारतीय व्यायाम पद्धति दांडपट्टा, लाठी-काठी, मलखांब कुश्ती व भारतीय पारंपारिक शस्त्र विद्या में पारंगत थे. उन्होंने भारतीय व्यायाम पद्धति का देश-विदेश में प्रचार-प्रसार किया व कई पहलवान तैयार किये. उनके स्मृति प्रित्यर्थ कुमार कुश्ती स्पर्धा का आयोजन किया गया है. इस स्पर्धा में अधिक से अधिक लोगों को उपस्थित रहने का अनुरोध भी संस्था के पदाधिकारी डॉ. संजय तिरथकर द्बारा किया गया है.

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