अमरावती

गुरुनानक देवजी का 553 को प्रकाशपूरब 8 नवम्बर को धूम-धाम से मनाया जाएगा

4 नवम्बर को भव्य नगर कीर्तन

* नगर कीर्तन में इंदौर तथा नागपूर से विशेष तौर से पधार रहे गतके समूह द्वारा कलाबाजी का प्रदर्शन
* अमृतसर के महान कीर्तनकार भाई हरमीत सिंघ जी संगत को गुरबाणी से जोड़ेंगे
अमरावती/ दि.1 – सिख पंथ के प्रेरणादायक, महान और प्रथम गुरु श्री गुरुनानक देव महाराज का 553 वां प्रकाश पूरब 8 नवम्बर को समुचे जगत में बड़े श्रद्धा भाव के साथ मान्य जा रहा है. स्थानिक गुरुद्वारा श्री गुरुसिंघ सभा, बुटी प्लॉट अमरावती में भी प्रकाश पूरब को धूम धाम से मनाने हेतू 1 नवम्बर से 8 नवम्बर तक विविध धार्मिक कार्यक्रमका आयोजन किया गया है, ऐसी जानकारी आज आयोजित पत्रकार परिषद में दी गई.
गुरु नानक देव जी का जन्म कार्तिक पूर्णिमा को सम्वत 1526 (अंग्रेजी वर्ष 1469) को राय-भोए-दी तलवण्डी वर्तमान में शेखपुरा (पाकिस्तान) ननकाना साहिब के नाम से प्रसिद्ध स्थान पर हुआ था। गुरु नानक साहिब जी का जन्मदिन प्रतिवर्ष 15वीं कार्तिक पूर्णिमा यानि कार्तिक माह के पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है. इस वर्ष गुरु नानक देव जी का 553 वां प्रकाशपूरब 8 नवम्बर को मनाया जाएगा. गुरुद्वारा गुरुसिंघ सभा अमरावती द्वारा 1, 2 तथा 3 नवम्बर को सुबह 7.30 बजे श्री सुखमणी साहेब तथा आसा दी बार का संपूर्ण कीर्तन किया जाएगा. 4 नवम्बर को भव्य नगर कीर्तन का आयोजन किया गया है. नगर कीर्तन के जरीये गुरु नानक देव जी के विचारोका कीर्तन, गायन के माध्यम से प्रचार प्रसार समुचे शहर में किया जाएगा. नगर कीर्तन दोपहर 2 बजे गुरुद्वारा श्री गुरुसिंघ सभा बुटी प्लॉट से निकल कर राजापेठ राजकमल शाम चौक बापट चौक सरोज चौक -जयस्थंभ चौक सिटी कोतवाली-शाम चौक राजकमल से होते हुये शाम 8 बजे वापस गुरुद्वारा पोहोचेगा. नगर कीर्तन में विशेष कांच कि पालखी में श्री गुरु ग्रंथ साहेब उपस्थिती रहेगी. नगर कीर्तन इंदौर तथा नागपूर से विशेष तौर से पधार रहे गतके समूह द्वारा कलाबाजी का प्रदर्शन किया जाएगा. नगर कीर्तन के पहले तथा बादमे सभी श्रद्धालुओ के लिये लंगर कि व्यवस्था कि गई है.
6 नवम्बर को प्रातः श्री सुखमणी साहेब के पाठ के पश्चात संगत द्वारा जत्थे बनाकर गुरवाणी कीर्तन किया जाएगा तथा श्री अखंड पाठ साहेब की आरंभता की जाएगी. उसी दिन शाम में बच्चो के कवी दरबार में कविता तथा कीर्तन गायन कर गुरु जी के विचारो तथा इतिहास पर रोशनी डाली जाएगी. 7 तथा 8 नवम्बर को हजुरी रागी भाई भूपिंदर सिंघ जी तथा अमृतसर से विशेष तौर पर अमरावती पधार रहे भाई हरमीत सिंघ जी द्वारा कीर्तन तथा कथा विचार किये जाएंगे. खास बात यह की हर साल की तरह इस साल भी 8 नवम्बर को दोपहर में गुरु का लंगर अतूट बरतेगा यह जानकारी गुरुद्वारा श्री गुरुसिंघ सभा, बुटी प्लॉट अमरावती के सचिव डॉ निक्कू खालसा ने पत्रकार परिषद में दी. उन्होने अमरावती वासियोसे अनुरोध किया कि इस पावन पर्व पर गुरुद्वारा पहूच कर गुरु घर कि खुशिया प्राप्त करे.
पत्रकार परिषद में गुरुद्वारा श्री गुरुसिंघ सभा के अध्यक्ष गुरविन्दर सिंघ बेदी, कार्याध्यक्ष राजेंद्रसिंघ सलुजा, सचिव डॉ निक्कू खालसा, कोषाध्यक्ष अमरज्योत सिंघ जग्गी, संरक्षक बिट्टू सलुजा, दिलीप सिंघ बरगा, महासचिव विक्की पोपली, सोनू बग्गा, राजेंद्रसिंघ छाबडा, हरविन्दर सिंघ राजपूत, अमरजितसिंग जुनेजा, अजिंदरसिंघ मोंगा, तजीन्दर सिंघ उबोवेजा तथा अन्य उपस्थित थे.

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