अमरावतीमहाराष्ट्र

गुरुदासबाबा को 14 दिन की न्यायिक हिरासत, जेल रवाना

मोबाइल से डिलीट किया गया वीडियो फॉरेंसिक लैब करेगी रिकवर

अमरावती/दि.16– मध्यप्रदेश के जबलपुर में रहने वाली 34 वर्षीय महिला पर बलात्कार करने के आरोप के तहत 8 दिन पुलिस कस्टडी रिमांड में रहने वाले सुनील कावलकर उर्फ कथित गुरुदासबाबा की कल गुरुवार को न्यायिक हिरासत के तहत जेल रवानगी कर दी गई. जहां पर वह अगले 14 दिनों तक रहेगा. इस बीच पुलिस ने इस कथित गुरुदासबाबा के मोबाइल को भी रिकवर कर लिया है. परंतु इस भोंदूबाबा द्वारा अपने मोबाइल से उक्त महिला के आपत्तिजनक वीडियो को डिलीट कर दिये जाने की जानकारी सामने आयी. ऐसे में अब डेटा रिकवर करने हेतु उस मोबाइल को फॉरेंसिक प्रयोगशाला में भेजा जा रहा है.

बता दें कि, बलात्कार व ब्लैकमेलिंग के आरोप में नामजद इस कथित गुरुदासबाबा को स्थानीय अपराध शाखा ने 8 फरवरी की रात भोपाल से गिरफ्तार किया था. पश्चात उसे 9 फरवरी को स्थानीय अदालत में पेश किया गया. जहां से अदालत ने उसे 12 फरवरी तक पुलिस कस्टडी रिमांड में रखने का आदेश दिया था. परंतु पीसीआर के दौरान सुनील कावलकर ने मौन धारण कर लिया था. जिसके चलते पुलिस के हाथ कोई ठोस सबूत नहीं लगे. ऐसे में पुलिस ने सुनील कावलकर को पीसीआर की अवधी खत्म होने के बाद एक बार फिर अदालत में पेश करते हुए उसके लिए दुबारा पीसीआर मांगा. जिसके चलते अदालत ने उसके पीसीआर को 4 दिनों के लिए बढा दिया. पश्चात 15 फरवरी को खत्म होने वाले पीसीआर के दौरान इस भोंदूबाबा ने अपने अपराध को लेकर कबूली दी. वहीं पीसीआर की अवधि खत्म होने के बाद अदालत ने इस भोंदूबाबा को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत के तहत जेल भेज दिया.

उल्लेखनीय है कि, शिकायतकर्ता महिला ने बाबा के मोबाइल में अपना अश्लील वीडियो देखने की बात कहते हुए उक्त वीडियो को अपने मोबाइल में भी ट्रान्सफर किये जाने की भी बात कही थी. ऐसे में इस भोंदूबाबा के मोबाइल को रिकवर करना पुलिस का पहला लक्ष्य था. लेकिन पूछताछ के दौरान इस भोंदूबाबा ने यह कहते हुए टालमटोल करने का प्रयास किया कि, वह मोबाइल का प्रयोग ही नहीं करता. लेकिन इसके बावजूद पुलिस ने उसके द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर उस मोबाइल को खोज निकाला. परंतु मोबाइल में उक्त वीडियो बरामद नहीं हुआ. ऐसे में संभावना है कि, संभवत: अपने खिलाफ मामला दर्ज होने की जानकारी मिलते ही फरार हुए भोंदूबाबा ने उक्त वीडियो को अपने मोबाइल से डिलीट कर दिया होगा. जिसके चलते अब उस मोबाइल का पूरा डेडा वापिस हासिल करने हेतु उस मोबाइल को जांच हेतु फॉरेंसिक लैब में भेजा जाएगा, ऐसी जानकारी पुलिस द्वारा दी गई है.

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