अमरावतीमहाराष्ट्र

शाला के आसपास खुलेआम हो रही गुटखे की बिक्री

शाला महाविद्यालय प्रशासन की अनदेखी

अमरावती/दि.22– स्कूलोे और कॉलेजो के 100 मीटर के दायरे में तंबाकू उत्पादों की बिक्री पर प्रतिबंध है. इसके बावजूद अमरावती शहर के कई स्कूलों और कॉलेजों के बाहरी इलाकों में तम्बाकू उत्पाद (गुटखा, पान मसाला, खर्रा) बडे पैमाने पर बेचा जा रहा है. इसके कारण स्कूलों और कॉलेजों में छात्र तम्बाकू उत्पादों के आदि हो रहे है और वे इस लत के कारण नशे की चपेट में आ रहे है. तंबाकू के पदार्थो की बिक्री खुले आम होने के बावजूद कोई ध्यान नहीं रहा है.

मंगलवार को नवभारत -नवराष्ट्र की टीम ने शहर के स्कूलों ओर कॉलेजों के पास के क्षेत्र का दौरा किया और पाया कि बडनेरा रोड पर समथ्र हाईस्कूल, श्याम चौक में न्यू हाईस्कूल और राजापेठ में भारतीय कॉलेज के 100 मीटर के भीतर रहनेवाली टपरियों पर तंबाकू उत्पाद बेचे जा रहे थे. इस गंभीर स्थिति के कारण अपना भविष्य बनाने के लिए स्कूल- कॉलेज जानेवाले छात्र नशे की गिरफ्त में फंसते जा रहे हैं.

* कार्रवाई रहती है शुरू
स्कूल- कॉलेजों के पास स्थित पानटपरियों और दुकानों की जांच कर कार्रवाई जारी रखी जा रही है. साथ ही इस संबंध में कोटप्पा एक्ट के तहत कार्रवाई करने सरकार के 21 विभाग नजर रखे हुए है. कोटपा एक्ट के तहत कार्रवाई के लिए एक कमेटी भी काम कर रही है.
– बी. के. चव्हाण, सहायक आयुक्त

* विद्यार्थियों पर परिणाम
शहर और ग्रामीण इलाकों में स्कूलों के पास पानटपरी और दुकाने बढती जा रही है. ऐसे में छात्रों को आसानी से गुटखा, खर्रा और सिगरेट मिल रहा है. इन दुकानों को नहीं हटाए जाने से विद्यार्थियों पर पर प्रतिकुल प्रभाव पड रहा है. इस संबंध में शिकायतें भी मिली है.

* नहीं हो रही कोई कार्रवाई
अन्न व औषधी प्रशासन तंबाकू उत्पादो को रोकने के लिए कार्रवाई करता है. लेकिन पानटपरी और दुकानों को हटाने की कार्रवाई न होने से गुटखा बेचनेवालों पर कोई असर नहीं पडा.

* विद्यार्थियों के पास रहता है खर्रा
शाला महाविद्यालय के पास पानटपरी पर तंबाकू उत्पाद उपलब्ध होने के कारण विद्यार्थी सिगरेट, खर्रा, गुटखा खरीदते नजर आते है. विद्यार्थी जेब में तंबाखू अथवा गुटखा रखकर शिक्षा लेते है. फिर भी उनकी तरफ ध्यान रखनेवाला कोई नहीं है.

Related Articles

Back to top button