अमरावती/दि.15 – अपने आप को समाज सेवा में समर्पित करने वाले ज्ञान कोठारी व्दारा सभी सुविधाओं से युक्त वृद्धाश्रम के निर्माण का संकल्प लिया गया था. जिसमें मंगलवार को कोठारी परिवार व्दारा राजोरा लेक स्थित 20 हजार स्केयरफुट की जगह में संपूर्ण विधिविधान के साथ वृद्धाश्रम का भूमिपूजन ज्ञानचंद कोठारी एवं शांतादेवी कोठारी तथा पुत्र आलोक कोठारी के हाथों किया गया.
ज्ञानचंद कोठारी पेशे से प्राध्यापक है. उनके व्दारा वृद्धाश्रम निर्माण का संकल्प लिया गया था. जिसमें उन्हें उनके परिवार का सहयोग प्राप्त हो रहा है. ज्ञान कोठारी आश्रम में 26 वृद्धों की देखभाल हेतु संपूर्ण व्यवस्था की जाएगी और भविष्य में वृद्धाश्रम का विस्तार किया जाएगा. वृद्धाश्रम में रहने वाले वृद्धों के लिए संपूर्ण व्यवस्था निशुल्क रहेगी. वृद्धाश्रम की बनावट पुराने मकान की तरह होगी जिसमें यहां रहने वालों को यह मकान गांव का एहसास करवाया.
वृद्धाश्रम में दो बेड वाले छह कमरे तथा तीन बेड वाले चार कमरों का निर्माण करवाया जाएगा. जिसमें लाइब्रेरी, व्यवस्थापक रुम, मिटींग हॉल सामने सभामंडप का भी निर्माण किया जाएगा. सभी कमरों में अटैच टॉयलेट रहेंगे. रुम के सामने गैलरी होगी ताकी वृद्ध आपस मे बात कर सके. सभी सुविधाओं से लेस वृद्धाश्रम का भूमिपूजन मंगलवार को सुबह 10 बजे किया गया. इस अवसर पर प्रोजेक्ट आर्किटेक्ट अखिल लढ्ढा, सुभाष भंडारी, अनिल सुराना, नवीन चोरडिया, अभिनंदन पेंढारी, भरत खजानची, प्रेम बोकरिया, एड. लढ्ढा, नरेंद्र भारानी, रुची कोठारी, अनुराधा वर्मा, सुशील कासट, मनीष बच्चा आदि उपस्थित थे.