* अनिश्चितकालीन हडताल से चरमराई व्यवस्था
* हडताली कर्मी अपनी मांगों पर है अडे हुए
अमरावती/दि.15 – पुरानी पेंशन योजना को लागू किए जाने की प्रमुख मांग सहित अपनी विभिन्न प्रलंबित मांगों की पूर्ति हेतु राज्य कर्मचारी मध्यवर्ती संगठन के आवाहन पर राज्य के सरकारी व अर्ध सरकारी कर्मचारियों द्बारा शुरु की गई अनिश्चितकालीन हडताल आज लगातार दूसरे दिन भी जारी रही. जिसके चलते आज भी सभी सरकारी विभागों व कार्यालयों में सन्नाटा पसरा रहा और कोई कामकाज नहीं हुआ. जिसकी वजह से आम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड रहा है. साथ ही यह हडताल जारी रहने की वजह से प्रशासनीक व्यवस्था काफी हद तक प्रभावित होती नजर आ रही है.
उल्लेखनीय है कि, पुरानी पेंशन को लागू करने सहित अपनी विभिन्न प्रलंबित मांगों को लेकर सरकारी व अर्धसरकारी कर्मचारी समेत जिप, मनपा, नगर परिषद व शासकीय अनुदानित शालाओं के शिक्षक व कर्मचारियों ने कल मंगलवार 14 मार्च से राज्यव्यापी बेमियादी हडताल शुरू की है. इस हडताल के कारण सभी सरकारी व अर्ध सरकारी कार्यालयों सहित सभी सरकारी व निजी अनुदानित स्कूलों व महाविद्यालयों में कामकाज पूरी तरह से ठप हो गया है और सभी सरकारी महकमों व विभागों में सन्नाटा देखा जा रहा है. हालांकि सभी विभागों व कार्यालयों के कर्मचारी अपने-अपने मुख्य कार्यालयों के समक्ष दूसरे दिन भी इकट्ठा हुए और पूरा दिन अपनी मांगों को लेकर जोरदार नारेबाजी करते हुए धरना आंदोलन भी किया.
बता दें कि, राज्य के सरकारी-अर्ध सरकारी, शिक्षक- शिक्षकेत्तर कर्मचारियों ने राज्य सरकारी कर्मचारी मध्यवर्ती संगठना के नेतृत्व में मंगलवार 14 मार्च से शुरू हुई राज्यव्यापी हडताल में भाग लिया है. जिसके तहत जिप, मनपा, नगरपरिषद, शासकीय अनुदानित निजी शाला, महाविद्यालय, वनविभाग, सभी राजस्व विभाग, लोकनिर्माण विभाग, स्वास्थ्य विभाग, वन विभाग, जलसंपदा विभाग, डाक विभाग आदि समेत सभी सरकारी विभाग के कर्मचारी इस हडताल में शामिल हुए है.
विगत दो दिनों से चल रही इस अनिश्चितकालीन हडताल की वजह से सभी शासकीय कार्यालयों में सन्नाटा नजर आ रहा है और सभी कामकाज इस हडताल के कारण ठप हो गए है. साथ ही विगत 2 दिनों से सरकारी कार्यालयों में नागरिकों के कोई काम भी नहीं हो पा रहे और प्रशासनिक कामकाज भी बुरी तरह से प्रभावित हुए है. वहीं सभी कर्मचारी संगठन पुरानी पेंशन योजना की मांग पर पूरी तरह से अडिग दिखाई दे रहे है और अभी नहीं, तो कभी नहीं वाली भूमिका अपनाए हुए है. ऐसे में यह देखने वाली बात होगी कि, आखिर यह स्थिति कब तक बनी रहेगी और सरकार द्बारा इस हडताल को खत्म कराने हेतु कौन सा रास्ता निकाला जाता है.
गत रोज की तरह आज भी स्थानीय जिलाधीश कार्यालय जिला परिषद मुख्यालय, सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग, विभागीय आयुक्तालय, मुख्य वन संरक्षक कार्यालय, जीएसटी कार्यालय, महानगरपालिका जलसंपदा कार्यालय सहित विभिन्न सरकारी महकमों व कार्यालयों के समक्ष सरकारी व अर्ध सरकारी कर्मचारियों ने अपना धरना प्रदर्शन जारी रखा.
* जिले के करीब 54 हजार कर्मचारी हडताल में शामिल
राज्य मध्यवर्ती कर्मचारी संगठन के स्थानीय पदाधिकारियों के मुताबिक इस हडताल में अमरावती जिले के करीब 53 हजार 497 सरकारी व अर्ध सरकारी कर्मचारियों द्बारा हिस्सा लिया जा रहा है. जिनमें राजस्व महकमे के ही 14 हजार 871 कर्मचारियों का समावेश है. इस हडताल में 16,136 शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारी, 10,947 सरकारी कर्मचारी, 16,153 चतृर्थ श्रेणी कर्मचारी, 8598 जिप कर्मी, 924 मनपा कर्मी व 739 नपा कर्मियों का समावेश है. साथ ही इस हडताल में सार्वजनिक लोकनिर्माण के 1200, पुलिस आयुक्तालय के 37 व ग्रामीण पुलिस अधीक्षक कार्यालय के 14 कर्मचारी भी शामिल है. साथ ही साथ हडताल में हिस्सा ले रहे सरकारी कर्मचारियों में सरकारी स्वास्थ्य कर्मियों का भी समावेश है. जिसकी वजह से सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाएं भी बुरी तरह से प्रभावित हो रही है.