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चांदूर रेलवे तहसील में बिजली की कडकडाहट के साथ बारिश
अमरावती/दि.19 – कल अमरावती जिले के अधिकांश हिस्से में कल गुरुवार को शाम के समय बिजली की कडकडाहट के साथ बेमौसम बारिश ने हाजिरी लगाई. मेलघाट के धारणी व चिखलदरा तहसील के अनेक गांवों में ओलावृष्टि होने से किसानों में भागादौडी मच गई. वहीं नांदगांव खंडेश्वर तहसील में भी कल रात 8.30 बजे के दौरान बेर के आकार के ओले गिरे. चांदूर रेलवे तहसील में भी बिजली की कडकडाहट के साथ रात 8 बजे के दौरान बारिश ने हाजिरी लगाई. उसी समय अमरावती शहर के अधिकांश हिस्से में बिजली की कडकडाहट शुरु थी तो कुछ हिस्से में अच्छी बारिश हुई.
कल गुरुवार को दोपहर 4 बजे से ही मौसम ने करवट बदल ली थी. इसी दौरान जिले के अधिकांश हिस्सों में जबर्दस्त ओलावृष्टि होने से रबी फसलों को इसका झटका लगा. अधिकतर जगह पर फिलहाल गेंहू और चने की फसल किसानों ने काटकर उसकी गंजी लगाई है. जिससे अचानक बारिश से किसानों में भागादौडी मच गई. मेलघाट के चिखलदरा तहसील के काटकुंभ, गांगरखेडा, राजनकुुंड, कोयलारी, भामादेही, कनेरी, तोरनवाडी, डोभा समेत अनेक गांवों में ओले गिरे. इस कारण खडी फसलों का नुकसान हुआ. डिजिटल ग्राम हरिसाल में गुरुवार को रात 10.30 बजे के दौरान बेमौसम बारिश के साथ ही ओले गिरे. लगभग 15 मीनट यहां ओलावृष्टि हुई. जिससे खेती का भारी नुकसान हुआ. काटी हुई फसले बडी मात्रा में खराब हुई. साथ ही धारणी तहसील के दिया, हिरसाल, कुमकोट, टेंभली, कलमखार, ढिग, दहेंडा, घुटी, टेटंबा आदि गांवों में जबर्दस्त बारिश होने से किसान संकट में घिर गये.
विशेष यह कि मौसम विभाग ने दो दिन पहले ही बेमौसम बारिश का अनुमान व्यक्त किया था. उसके अनुसार नांदगांव खंडेश्वर तहसील में भी कल गुरुवार की शाम नांदगांव खंडेश्वर तहसील के शिवणी रसुलापुर, वाघोडा, चिखली, फुबगांव आदि क्षेत्र में ओलावृष्टि के साथ बेमौसम बारिश ने हजेरी लगाई. चांदूर रेलवे तहसील में भी तुफानी हवा के साथ और बिजली की कडकडाहट के साथ ओलावृष्टि हुई. इस बारिश से मौसम में ठंडक निर्माण हुई है. लेकिन किसानों की चिंता बढाई है.
मौसम विभाग ने 18 से 21 मार्च के बीच बेमौसम बारिश का अनुमान व्यक्त किया था. अरबी समुद्र और दक्षिण से बहने वाली बाष्पयुक्त हवा एक जगह आने से बारिश की संभावना व्यक्त की गई थी. रबी मौसम की कुछ फसले निकाली गई है. वहीं कुछ फसले अभी भी निकालना बाकी है. इस कारण इस बेमौसम बारिश ने किसानों की चिंताएं बढा दी है.
21 मार्च तक बारिश का अनुमान
कर्नाटक से मध्यप्रदेश तक कम दबाव की स्थिति निर्माण हुई है. इसके साथ ही मध्य महाराष्ट्र पर 100 मीटर उंचाई पर चक्राकार हवाएं सक्रीय हुई है. जिससे वातावरण के बीच के स्तर में बहने वाली बाफयुक्त पश्चिमी हवाएं और निचले स्तर पर पूर्व से बहने वाली हवाएं आदि के सहयोग से विदर्भ में 21 मार्च तक कुछ जगह बादलों की कडकडाहट के साथ बारिश और तेज हवाएं बहने की संभावना है. मध्य भारत में 24 तारीख तक बदरिले मौसम तथा बारिश की संभावना रहने का अनुमान भी मौसम विभाग ने व्यक्त किया है.