अमरावतीमहाराष्ट्र

जिले के धामणगांव तहसील में ओलावृष्टि, 330 हेक्टेयर क्षेत्र में नुकसान

अमरावती समेत यवतमाल, वर्धा और अन्य जिले में मौसम का खतरा

* किसानों पर लगातार कहर ढा रहा हैं आसमानी संकट

अमरावती/दि.12– मौसम ने फिर करवट बदली हैं. फरवरी माह ठंड का महीना हैं. 10 फरवरी से अमरावती जिले समेत विदर्भ पर खतरा मंडरा रहा हैं. रविवार की शाम फिर दूसरे दिन धामणगांव रेलवे तहसील में जमकर ओलावृष्टि हुई. इस तहसील में 330 हेक्टेयर क्षेत्र में भारी नुकसान हुआ है.

सोमवार को अमरावती, यवतमाल, वर्धा, नागपुर, चंद्रपुर आदि विदर्भ के अन्य जिलों के आसमान पर खतरा मंडरा रहा हैं. अधिकांश क्षेत्रों में बारिश के साथ ओलावृष्टि होने का खतरा बना हुआ हैं. ऐसा मौसम विभाग तज्ञों ने अनुमान व्यक्त किया हैं. किसानों पर आसमानी संकट लगातार कहर ढहा रहा हैं. 10 व 11 फरवरी तक मौसम में भारी परिवर्तन होकर विदर्भ के कुछ क्षेत्रों में बारिश और ओलावृष्टि हुई थी.मौसम ने करवट बदलकर कहर बरपाना शुरू कर दिया हैं.

* किसानों को नुकसान भरपाई दें
धामनगांव रेलवे तहसील में 10 फरवरी की दोपहर 4 बजे ओलावृष्टि के साथ बेमौसम बारिश ने कहर बरपाना शुरु कर दिया था. लगातार दूसरे दिन रविवार की शाम 5 बजे फिर जबरदस्त ओलावृष्टि हुई. सबसे ज्यादा ओलावृष्टि से नुकसान धामनगांव तहसील के आजनगांव, हिरपुर, देवगांव, तलेगांव दशासर के साथ अन्य गांवों को हुआ हैं. इस बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से गेहूं, चना के साथ रबी की फसल प्याज, संतरा अन्य सब्जियों की फसल को भारी नुकसान हुआ हैैं. एक के बाद एक किसान पर आसमानी खतरा मंडरा रहा हैं. किसान जैसे-तैसे मुंह उठाने की कोशिश करता हैं. वैसे ही बेमौसम बारिश किसान की कमर तोड देती हैं. इस बार फिर बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों के मुंह का निवाला छिन लिया. परिपक्व हुई सफल को नष्ट कर दिया हैं. किसानों को नुकसान भरपाई दी जाए, ऐसी मांग की जा रही हैं.

* किसानों का भारी नुकसान
विदर्भ में बेमौसम आसमानी खतरे ने कहर ढहाना शुरु कर दिया हैं. वर्धा, देवली तहसील के इसापुर, भिडी, सैदापुर, काजलसरा, दुर्गुडा, आकोली, तांबा, विजयगोपाल, दापोली, आडेगांव, गोल, इंझाला जैसे अन्य गावों में भारी ओलावृष्टि होने से किसानों को जबरदस्त नुकसान हुआ हैं. हिंगणघाट तहसील के हिंगणघाट, वडनेर, तलेगांव दशासर परिसर में भी ओलावृष्टि ने किसानों को काफी नुकसान पहुंचाया हैं.

* 14 तक बारिश का खतरा
मध्य भारत में द्रोणीय स्थिति, चक्रवाती हवाएं निर्माण होने की संभावना के चलते विदर्भ, मध्य प्रदेश, छत्रीसगढ के कुछ क्षेत्रों में हलकी, मध्यम बारिश होने की संभावना हैं. इसी तरह मराठवाडा, मध्य महाराष्ट्र में भी बारिश होगी. बारिश का झटका पूर्व विदर्भ में अधिक होगा. पश्चिम विदर्भ के अमरावती में बारिश का कहर कम रहेगा. कुछ जगह कडकडाती बिजली के साथ बारिश और ओलावृष्टि होगी. यवतमाल जिले में बारिश का स्तर कुछ अधिक होगा. 14 फरवरी के बाद ठंड बढने का अनुमान भी श्री शिवाजी कृषि महाविद्यालय के मौसम विभाग तज्ञ प्रा. अनिल बंड ने व्यक्त किया हैं.

* जिले में 3.3 मि.मी. बारिश
अमरावती जिले में शनिवार और रविवार को 3.3 मि.मी. बेमौसम बारिश हुई. इसमें धारणी 2.6 मि.मी., चिखलदरा 4.8, अमरावती 0.8, भातकुली 0.3, नांदगांव खंडेश्वर 5.7, चांदुर रेलवे 3.0, तिवसा 2.6 मोर्शी 5.9, वरुड 9.1, दर्यापुर 5.3, अंजनगांव 5.5, अचलपुर 7.2, चांदुर बाजार 7.1, धामनगांव 2.8 और अमरावती तहसील में 6.7 मि.मी. बारिश रिकॉर्ड हुई हैं. इस तरह जिले की 14 तहसीलों में दो दिन में कुल 3.3 मि.मी. बारिश हुई हैं.

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