अमरावती

हज यात्रियों को टिकट और पासपोर्ट के लिए घंटो करना पड रहा इंतजार

अमरावती/ दि. 8- हज यात्रा पर जाने वाले यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. उचित व्यवस्था नहीं होने की वजह से पहले जत्थे के हज यात्रियों को देर शाम तक टिकट व पासपोर्ट के लिए लंबी कतार में घंटों खड़े रहना पड़ा. सेवाएं उचित न मिलने से बहुत परेशानी रही है. इस संबंध में एयरपोर्ट से लाइव दास्तां अमरावती के सईद सिद्दीकी ने साझा की.
इस बार पहली बार हज यात्रा का ठेका प्लायनास लायन्स नामक हवाई कंपनी को दिया गया है. इस वजह से मुंबई हज यात्रा से नागपुर हज यात्रा के लिए अतिरिक्त 62 हजार शुल्क हज यात्रियों को देना पड़ रहा है. सेंट्रल तंजीम कमिटी स्वयंसेवक संस्था हज यात्रियों को हर साल सेवा देती है. हज हाउस पर जमा लोगों के लगेज आदि की निगरानी करती है. उनका लगेज एयरपोर्ट तक पहुंचाने का काम स्वयंसेवकों द्वारा किया जाता है. हाजियों को तैयार ऐहराम परिधान (हज यात्रा का विशेष पहनावा) पहनाकर तैयार करने से लेकर एयरपोर्ट तक ले जाने का काम यह स्वयंसेवक करते हैं. मगर इस बार प्लायनास लायन्स नामक हवाई कंपनी को हज यात्रा का ठेका मिलने के कारण उन्होंने स्वयंसेवकों को अंदर प्रवेश से इन्कार कर दिया है. परंतु उन्हें इस बार अनुमति नहीं दी गयी. जिससे हज यात्रा पर जाने वाले यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. उचित व्यवस्था नहीं होने की वजह से पहले जत्थे के हज यात्रियों को देर शाम तक टिकट व पासपोर्ट के लिए लंबी कतार में घंटों खड़े रहना पड़ा. मंगलवार की रात हज यात्रा के पहले जत्थे की फ्लाइट रात 9 बजे नागपुर के डॉ.बाबासाहब आंबेडकर अंतर्राष्टलीय विमानतल से रवाना हुयी. नागपुर एयरपोर्ट से विदर्भ विजन के छत्तीसगढ़, नागपुर जिले के भाग, तेलगांना, मध्यप्रदेश के हज यात्रियों के लिए व्यवस्था की गयी है. स्वयंसेवकों को अनुमति न मिलने के कारण वृद्धजन, कम पढ़े-लिखे हाजियों को काफी दिक्कत हो रही है. वहीं मुंबई की तुलना में नागपुर से 62 हजार रुपए अतिरिक्त शुल्क लिया जा रहा है. इसके बाद भी शाम 7 बजे तक टिकट और पासपोर्ट के लिए हज यात्रियों को कतार में खड़ा रहना पड़ा. दूसरी फ्लाइट से जाने वाले यात्रियों के लिए रात 12 बजे के बाद टिकट देने की घोषणा की गयी. सर्वर डाउन का बहाना बनाया जा रहा है. हर साल एयरपोर्ट पर 2100 रियाल (सउदी अरब की करंसी) दिये जाते थे. मगर इस बार यह सुविधा बंद कर दी गयी. स्टेट बैंक के पास भी रियाल उपलब्ध नहीं है. हज यात्री जायें तो जायें कहां, ऐसी बिकट समस्या निर्माण हुयी है. ऐसा भी ताजा हाल एयरपोर्ट से सईद सिद्दीकी ने बताया.

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