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अपने शौक को पूरे जुनून के साथ जी रहे हाजी इरफान

ऐसी दीवानगी, देखी नहीं कहीं...

* अपनी 3 एकड जमीन पर खुद लगाई करोडों रुपयों की लागत
* अमरावती में साकार कर दिया अपनी तरह का अनूठा हॉकी ग्राउंड व स्टेडियम
* रोजाना सैकडों हॉकी खिलाडियों के लिए नि:शुल्क प्रैक्टीस व प्रशिक्षण की व्यवस्था
* अपने खर्च से राष्ट्रीय स्तर की डे-नाइट हॉकी टूर्नामेंट भी की आयोजित
अमरावती/दि.29 – कहते हैं कि, जब जोश और जुनून हद से आगे बढ जाये, तो दीवानगी में तब्दील हो जाते हैं. कुछ ऐसी ही दीवानगी हॉकी के खेल को लेकर अमरावती शहर में रहनेवाले हाजी इरफान खान (नैशनल) के सिर चढकर बोल रही है. हॉकी के साथ बेइंतहाई इश्क में गिरफ्तार हाजी इरफान खान हॉकी के प्रति अपनी मोहब्बत के लिए कुछ भी कर गुजरने को तैयार रहते हैं. यही वजह रही कि, हाजी इरफान खान ने करीब 3 साल पहले लालखडी-सुकली मार्ग पर सुफियान हॉल के पास स्थित अपनी 3 एकड जमीन हॉकी का मैदान बनाने के लिए दान कर दी थी, जिसका बाजार मूल्य उस समय 3 करोड रुपए के आसपास था. हाजी इरफान खान केवल जमीन दान करने तक ही नहीं रुके, बल्कि उन्होंने सुफियान स्पोर्टींग क्लब नामक क्रीडा संगठन का गठन किया और फिर अपनी देखरेख के तहत खुद अपने खर्च से इस तीन एकड जमीन पर सभी सुविधाओं से युक्त हॉकी का मैदान और मैदान के चारों ओर शानदार स्टेडियम बनाने का काम करना शुरु किया. जिसके चलते देखते ही देखते सुफियान स्पोर्टिंग क्लब का एक ऐसा हॉकी ग्राउंड व स्टेडियम बनकर तैयार हो गया है, जहां पर इस समय राष्ट्रीय स्तर की डे-नाईट हॉकी टूर्नामेंट खेली जा रही है. इस टूर्नामेंट के आयोजन को ध्यान में रखते हुए हाजी इरफान खान ने स्टेडियम के चारों ओर बडे-बडे पक्के टॉवर बनाते हुए वहां पर स्थायी रुप से फ्लड लाइट भी लगवा दिये हैं, ताकि रात के समय हॉकी ग्राउंड पूरी तरह रोशनी से नहाया रहे. विशेष उल्लेखनीय है कि, हॉकी ग्राउंड हेतु 3 एकड जमीन देने और उस जमीन पर सभी सुविधाओं से सुसज्जित हॉकी ग्राउंड व स्टेडियम बनाने से लेकर फिलहाल चल रही नैशनल हॉकी टूर्नामेंट के आयोजन तक में लगनेवाला पूरा खर्च खुद हाजी इरफान द्वारा उठाया गया है तथा उन्होंने इसके लिए कभी भी किसी से एक रुपए की भी मदद नहीं ली है. ऐसे में हॉकी के प्रति हाजी इरफान खान की इस दीवानगी को देखते हुए कहा जा सकता है कि, ऐसी दीवानगी, देखी नहीं कहीं.
बता दें कि, हाजी इरफान खान का नाम उस समय चर्चा में आया था, जब कोविड काल के दौरान उन्होंने जाति-धर्म का भेद किये बिना सभी समाजों के जरुरतमंदों को अपने खर्च पर करीब सवा करोड रुपए का अनाज व किराणा वितरीत किया था, जिसके लिए उन्होंने अपना एक खेत भी बेच डाला था. उस समय हाजी इरफान खान ने अमरावती सहित अचलपुर, चांदूर बाजार, भातकुली व अंजनगांव सुर्जी तक जरुरतमंदों को मदद पहुंचाई थी. इसके बाद से ही हाजी इरफान खान के मन में हॉकी को लेकर रहने वाले शौक और जुनून ने एक अलग करवट लेनी शुरु की और उन्होंने वर्ष 2021 के दौरान ही लालखडी-सुकली मार्ग पर स्थित अपना 3 एकड खेत हॉकी के खेल हेतु दान करने का मानस बनाया. जिसके बाद सर्दी, गर्मी व बारिश के मौसम की फिक्र किये बिना हाजी इरफान खान ने अपनी देखरेख के तहत अपने उबड-खाबड खेत को समतल बनाने का काम शुरु किया. साथ ही इस जमीन पर 130 ट्रक मुरुम और 100 ट्रॉली मलबा लाकर डाला गया. जिसके लिए उन्हें शुरुआती दौर में रोजाना ही रोड रोलर किराये से लाना पडता था. ऐसे में रोज-रोज की झंझट से छुटकारा पाने के लिए हाजी इरफान ने अपनी जेब से पैसा खर्च करते हुए एक रोड रोलर भी खरीद लिया. जिसके जरिए पूरे मैदान को एकदम समतल व सपाट किया गया. इसमें भी यदि किसी दिन रोड रोलर का चालक छुट्टी पर रहता था, तो हाजी इरफान खुद रोड रोलर का स्टेरिंग अपने हाथ में लेकर पूरे मैदान पर रोड रोलर चलाने का काम किया करते थे. ऐसे में कहा जा सकता है कि, हाजी इरफान एक तरह से इस हॉकी ग्राउंड की मिट्टी के कण-कण के साथ एकरुप हो गये हैं.
खास बात यह है कि, बचपन से ही हॉकी खेलने के शौकीन रहने वाले हाजी इरफान जमीन की रोलिंग का काम निपटने के बाद खुद रोजाना रात 10 बजे तक इस मैदान के हर हिस्से को पानी से सींचा करते थे, ताकि मैदान की मिट्टी पक्की हो और दूसरे दिन जमीन पर दोबारा रोलर चलाया जा सके. इसमें भी विशेष यह रहा कि, वर्ष 2022 की सर्दियों वाले मौसम के दौरान इस हॉकी ग्राउंड की जमीन पर पानी सींचने का काम चलता था और उस समय कडाके की ठंड के बावजूद हाजी इरफान रात 10-11 बजे तक खुद मैदान पर हाजिर रहते हुए मैदान के हर हिस्से पर पानी मारने का काम अपने हाथों से किया करते थे. उस समय हाजी इरफान ने इसी हॉकी ग्राउंड पर अपना एक कार्यालय बना रखा था. जहां पर वे रोजाना सुबह 8 बजे पहुंच जाते थे और रात 10 बजे तक वहीं पर रहते हुए अपना काम करते थे. इस दौरान वे रोजाना सुबह और शाम का भोजन भी अपने इसी कार्यालय में करते थे. यानि उस समय उन्होंने इस मैदान को ही अस्थायी तौर पर अपना घर और आंगन बना रखा था.
हॉकी खेल को एक बार फिर उसका गतवैभव प्राप्त हो, इस हेतु हॉकी के बेहतरीन खिलाडियों का तैयार होना आवश्यक है और हॉकी के खिलाडी तैयार करने के लिए हॉकी का सर्वसुविधायुक्त मैदान होना जरुरी है. इस बात को समझते हुए अमरावती शहर में अपनी तरह का शानदार हॉकी ग्राउंड व स्टेडियम साकार करने वाले हाजी इरफान खान ने अपने खून-पसीने के जरिए सींचे गये हॉकी ग्राउंड को जमीन के नीचे से पानी देने हेतु 6 भूमिगत स्प्रिंकलर पाइप भी डलवाये. जिनसे की जाने वाली पानी की बौछार के चलते यह मैदान मखमली गलीचे की तरह तैयार हो गया है. पूरी तरह से तैयार हो जाने के बाद इस हॉकी ग्राउंड का वर्ष 2022 में हॉकी के जादूगर कहे जाते मेजर ध्यानचंद के सुपुत्र तथा पूर्व ओलंपिक खिलाडी अशोक ध्यानचंद के हाथों लोकार्पण किया गया. इस समय अशोककुमार ध्यानचंद ने खुद इस मैदान पर हॉकी खेलते हुए गोल पोस्ट में गोल भी दागा था और उस मैदान को विश्वस्तरीय भी बताया था.
सुफियान स्पोर्टिंग क्लब हेतु यह हॉकी ग्राउंड व स्टेडियम तैयार हो जाने के बाद हाजी इरफान खान ने इसे अमरावती शहर सहित जिले के हॉकी खिलाडियों हेतु निस्वार्थ भाव से समर्पित कर दिया था. जिसके बाद विगत दो वर्षों से इस हॉकी ग्राउंड पर रोजाना सुबह-शाम 50 से अधिक खिलाडी पूरी तरह से नि:शुल्क तौर पर हॉकी के खेल की प्रैक्टिस करते हैं और मार्गदर्शकों से प्रशिक्षण भी प्राप्त करते हैं. उधर हॉकी ग्राउंड व स्टेडियम का निर्माण पूरा हो जाने के बाद भी हाजी इरफान खान की दीवानगी बची हुई थी और उन्होंने इस ग्राउंड पर नैशनल हॉकी की डे-नाईट टूर्नामेंट आयोजित करने का संकल्प लेते हुए रात के समय खेले जाने वाले मैचेस हेतु रोशनी के लिए स्टेडियम के चारों ओर बडे-बडे टॉवर का निर्माण करते हुए वहां पर स्थायी रुप से दो-दो सौ वैट के दर्जनों फ्लड लाइट लगवा दिये. जिसके चलते रात के वक्त यह पूरा मैदान दुधिया रोशनी से नहा उठता है. यह खर्च अपनी जेब से करने के साथ ही हाजी इरफान ने इस टूर्नामेंट के आयोजन पर होने वाले पूरे खर्च का जिम्मा भी खुद ही उठा रखा है और इसके लिए किसी से भी एक रुपए की कोई मदद नहीं ली गई है.
शहर में हॉकी के खेल का विकास हो और यहां से राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने वाले हॉकी के खिलाडी निकलें. इस विशुद्ध उद्देश्य के साथ हाजी इरफान द्वारा साकार किये गये इस ग्राउंड की खासियत यह है कि, इस मैदान को हॉकी के साथ-साथ फुटबॉल व कबड्डी जैसे खेलों के लिए भी उपयोग में लाया जा सकेगा और यहां पर दिन के साथ-साथ रात के समय भी क्रीडा स्पर्धाओं का आयोजन हो सकेगा. इन तमाम बातों को देखते हुए कहा जा सकता है कि, समाज में हाजी इरफान खान जैसे लोग बेहद बिरले ही होते है और ऐसे लोगों का समाज में होना बेहद जरुरी भी है. क्योंकि ऐसे लोगों की नेकनीयती के दम पर ही हमारा समाज टिका हुआ है.

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