अमरावती

मछलिया पकडने के चक्कर में गवाना पडा हाथ

हरिसाल के सिपना नदी पात्र की घटना

  • देशी बम का विस्फोट होने की सामने आयी घटना

अमरावती प्रतिनिधि/दि.२५ – जिले के धारणी तहसील के चेंडो गांव के पास नदी में देशी बम की मदद से विस्फोट किये जाने से केवनदास नामक युवक ने अपना हाथ गवां दिया था. यह घटना १२ नवंबर को सामने आयी थी. वहीं अब इस घटना की पुनरावृत्ति मंगलवार २४ नवंबर की सुबह हरिसाल के सिपना नदी पात्र के सामने घटीत हुई. यहां पर मछलियां पकडने के लिए विस्फोट करते हुए हाथ में बम फटने से शिवप्रसाद मिश्रा को अपना हाथ गवाना पडा है. मेलघाट में मछली मारी के लिए बम विस्फोट करने की घटनाएं बढने से पर्यावरण प्रेमियों में भी चिंता बढ गई है, लेकिन प्रशासन चुप्पी साधे नजर आ रही है. मिली जानकारी के अनुसार २४ नवंबर की सुबह धारणी से २६ किमी दूरी पर आने वाले पोटीलावा गांव के शिवप्रसाद मिश्रा (४५) प्रादेशिक वन विभाग धारणी और गुगामल वन्यजीव विभाग के हरिसाल रेंज की सीमा क्षेत्र से बहने वाली सिपना नदी में बम विस्फोट कर पानी में जहर घोलकर मछलियां पकडने के लिए गया था. जैसे ही शिवप्रसाद ने हाथ में बम उठाया तभी बम हाथ में ही फट गया. यह विस्फोट इतना भयानक था कि उसका एक हाथ उखड गया. वहीं दूसरा हाथ भी जख्मी हो गया. इसके अलावा सिर पर बारुद के कण उडने से सिर पर भी जख्म हो गई. हरिसाल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उसपर उपचार कराने के बाद धारणी जिला अस्पताल में रेफर किया गया है. बता दे कि परिसर में एक वर्ष में कम से कम १० घटनाएं होती है, जिसमें आदिवासियों को अपने हाथ गवाने पडने है. अनेक आदिवासी पुलिस थाने में शिकायत न देते हुए और अस्पताल में न जाते हुए मध्यप्रदेश जाकर अपना जख्मी हाथ कटवाकर वापस आते है. धारणी तहसील में देशी बम कैसे पहूंचता है, यह विषय जांच का नहीं बल्कि संशोधन का हो चुका है. देशी बम के विस्फोट होते है, लेकिन यह बम कौन बेचता है, यह रहस्य अभी भी बरकरार है.

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