9वीं की छात्रा व्दारा फांसी लगाने की गुत्थी नहीं सुलझी
गम से उभरने के बाद माता-पिता के लिए जाएंगे बयान

* बरामद लैपटॉप व मोबाइल में भी कुछ हाथ नहीं लगा
अमरावती/ दि. 5- गाडगे नगर पुलिस थाना क्षेत्र के गनेडीवाल लेआउट परिसर में स्थित निर्मल कलश अपार्टमेंट की 14 वर्षीय शमीका अनिल पानोडे नामक कक्षा 9वीं की छात्रा ने अपने घर में ही खुद को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. आत्महत्या के 48 घंटे के बाद भी इसकी गुत्थी नहीं सुलझ पायी है. मासूम बिटिया के व्दारा आत्महत्या किये जाने के गम में डूबे माता-पिता के बयान अब तक नहीं लिये गए. इस गम से उभरने के बाद बयान लिये जायेंगे. शमीका के उस कमरे से पुलिस ने एक लैपटॉप और एक मोबाइल भी पडताल के लिए बरामद किया था. परंतु उनमें भी पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा. जिससे शमीका की आत्महत्या का रहस्य अब तक बरकरार है. ऐसी जानकारी गाडगे नगर के थानेदार आसाराम चोरमले ने दी.
इस आत्महत्या के मामले में माना जा रहा था कि, शमीका के स्कूल से कुछ जानकारी हासिल हो पायेगी, परंतु फिलहाल शमीका के स्कूल नहीं जाने के कारण यह जांच भी ठंडे बस्ते में है. पुलिस शमीका की सहेलियों से भी संपर्क साधने की कोशिश कर रही है. शमीका व्दारा आत्महत्या करने से पूर्व किसी तरह का कोई सुसाइड नोट भी नहीं लिख रखा है. जिससे यह रहस्य और गहराते जा रहा है. बताया जाता है कि, घटना से पहले पडोस में रहने वाली एक महिला ने शमीका को देखा था. इसके 1 घंटे बीत जाने के बाद भी शमीका घर से बाहर नहीं आयी तब पडोसी महिला ने आवाज दिया था. साथ ही डोअर बेल भी बजाया था, मगर किसी तरह की हलचल नहीं दिखाई दी. उस महिला ने शमीका की मां को फोन पर सूचना दी. तब शमीका की मां घर लौटी और अपने पास रखी चाबी से दरवाजा खोला. अंदर जाकर देखा तो बेडरुम में फांसी के फंदे पर शमीका की लाश झूलती हुई दिखाई दी. यह देखकर पडोसन व शमीका के मां के पैरोतले जमीन खिसक गई. उसे फांसी नीचे उतारकर उसे जिला अस्पताल लाया गया, मगर जांच के बाद डॉक्टर ने मृत घोषित किया. पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को लाश सौंपी गई. गमसीन माहौल में शमीका के पार्थीव पर अंत्यविधि की गई. फिलहाल पुलिस आत्महत्या के इस रहस्य को सुलझाने में जुटी है.