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मंदिरों में जाकर पूजा अर्चना नहीं कर पायेंगे
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कुछ मंदिरों में सीमित लोगों की उपस्थिति में पूजा अर्चना होगी
अमरावती/दि.26 – मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम के परमभक्त संकटमोचन हनुमान जयंती उत्सव का बुधवार को घर-घर में आयोजन किया जायेगा. मंगलवार, 27 अप्रैल को पिछले वर्ष की भांंति इस वर्ष भी कोरोना महामारी के चलते सरकारी नियमों के अधीन मंदिरों में पवनपुत्र हनुमान की पूजा अर्चना की जायेगी. बता दे कि कोरोना संक्रमण के कारण पहले ही मंदिरों के प्रवेशद्वार भक्तों के लिए बंद किए गये है. लॉकडाउन और संचारबंदी के कारण भक्त भी मंदिरों में जाकर पूजा अर्चना नहीं कर पायेंगे. इस कारण पवनपुत्र हनुमान के भक्तों को घर में रहकर पूजा अर्चना करनी होगी. हनुमान जयंती निमित्त घरों में सुंदरकांड, श्रीरामचरित मानस का पठन किया जायेगा. साथ ही भगवान को भोग का प्रसाद चढाकर परिवार में वितरित किया जायेगा.
चैत्र मास की पूर्णिमा को शिव के 11वें रूद्र अवतार व भगवान श्रीराम के भक्त संकटमोचक हनुमान जी की जयंती पर्व अत्यंत सादगीपूर्ण रूप से मनाया जा रहा है. हर वर्ष हनुमान जयंती निमित्त उनके भक्तों द्वारा मंदिरों को आकर्षक रोशनाई से सजाया जाता है. रातभर भजन, कीर्तन के साथ विविध धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते है. हनुमान जयंती के निमित्त तडके सूरज उंगते समय पवनपुत्र हनुमान का पालना झुलाकर उनके जन्म की बधाईयां दी जाती है. सर्वत्र पवनपुत्र हनुमान की जय’ का जयकारा गुंज उठता है. कई मंदिरों में आरती प्रसाद व विविध कार्यक्रमों का आयोजन कर सामाजिक दायित्व भी निभाया जाता है. इस अवसर पर हनुमानजी के भक्तों द्वारा जगह-जगह पर भक्तों के लिए भंडारे का भी आयोजन किया जाता है. सर्वत्र राम नाम की ध्ाून के साथ उनके परमभक्त के नाम का जयकारा रहता है. लेकिन इस वर्ष कोरोना महामारी के कारण घोषित लॉकडाउन व संचारबंदी के चलते मंदिरों में प्रवेश द्वार भक्तों के लिए पहले ही बंद कर दिए गये है. ऐसे में पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी मंगलवार, 27 अप्रैल को आयोजित हनुमान जयंती पर्व सादगी से मनाया जायेगा.
सीमित व्यक्तियों की उपस्थिति में पूजा- शहर तथा जिले के विविध हनुमान मंदिर जैसे चांगापुर,जहांगीरपुर, विजय हनुमान मंदिर, रविनगर हनुमान मंदिर, दशहरा मैदान स्थित संकटमोचक हनुमान मंदिर समेत शहर के विविध इलाको में स्थित हनुमान मंदिरों में मंगलवार, 27 अप्रैल को हनुमान जयंती निमित्त तडके 5 बजे के करीब पूजा अर्चना की जायेगी. इस समय भक्त सब्जी-पुड़ी,खीर का प्रसाद आदि का भोग भगवान को लगायेंगे. कुछ स्थानों पर भक्तों की सेवा के लिए छाछ, बूंदी के लड्डू, शरबत, चना मसाला जैसे पदाथों का प्रसाद आदि की सुबह 11 बजे तक व्यवस्था की जायेगी. किंतु भक्तों को हनुमान भगवान के दर्शनों का लाभ नहीं मिलेगा. मंदिरों में चुनिंदा लोगों की उपस्थिति में परंपरागत पूजा अर्चना होगी.
हनुमान चालीसा का पाठ: – कोरोना से मुक्ति के लिए घर-घर में मंगलवार, 27 अप्रैल को हनुमान जयंती मनाई जायेगी. इस अवसर पर भक्तों द्वारा घर में हनुमान चालीसा का पाठ किया जायेगा. 108 बार हनुमान चालीसा का पाठ होगा. विश्व हिन्दु परिषद व बजरंग दल ने कोरोना महामारी को देखते हुए इस वर्ष भी लोगों ने घर में हनुमान जयंती उत्सव मनाकर उपासना करने का अनुरोध किया है.