देश की शान है हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल
रालेगांव सिद्धी के विख्यात समाजसेवी अण्णा हजारे का कथन
अमरावती/दि. 3– श्री हनुमान व्यायम प्रसारक मंडल की टीम भारतीय व्यायाम का प्रचार और प्रसार महाराष्ट्र में करते रहते रालेगांव सिद्धी के वरिष्ठ समाजसेवक अण्णा हजारे से प्रा. संजय तिरथकर ने मंडल के विद्यार्थियों के साथ मुलाकात कर उन्हें संस्था का 1914 यानी स्वाधीनता पूर्व से लेकर आजादी मिलने के बाद का अब तक का पूर्ण इतिहास बताया.
व्यायाम शाला के संस्थापक गुरुवर्य अंबादासपंत वैद्य ने दूरदृष्टि रखकर युवकों को बलशाली कर देशभक्ति की भावना उनमें निर्माण कर आजादी मिलने की दृष्टि से यह संस्था स्थापित की. पद्मश्री प्रभाकरराव वैद्य ने व्यायाम शाला को बडा आयाम दिया. डॉ. माधुरी चेंडके ने भारत में ही नहीं बल्कि विदेश में भारतीय व्यायाम के प्रचार का बीडा उठाया है. वरिष्ठ समाजसेवक अण्णा हजारे ने यह जानकारी लेकर व्यायाम शाला की काफी प्रशंसा की. उन्होंने करीबन आधे घंटे तक चर्चा की. अंबादासपंत वैद्य व प्रभाकरराव वैद्य का परिवार संस्था बढ़ाने और देश के लिए कार्य करनेवाला परिवार है, ऐसा अण्णा हजारे ने कहा. इस अवसर पर अण्णा हजारे ने कहा कि वें 10 वर्ष पूर्व अमरावती इस संस्था में आकर गए है. पद्मश्री प्रभाकरराव वैद्य के विद्यार्थी देश के प्रत्येक गांव में है और यह विद्यार्थी युवकों को बलशाली करने और शारीरिक शिक्षा देने का काम कर रहे है. यही स्चा देश कार्य है. उन्होंने यह भी कहा कि यह संस्था 110 साल से लगातार युवकों के विकास करने, राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय खिलाडी निर्माण करने का काम कर रही है यह काफी प्रशंसनीय बात है. अण्णा हजारे ने इस अवसर पर प्रा. तिरथकर के साथ रहे मंडल के युवकों का मार्गदर्शन किया. उन्होंने सभी युवकों से कहा कि देश के लिए कार्य करो, चरित्रवान बनो, जीवन में कष्ट करो और आगे बढ़ो. इस मौके पर प्रा. तिरथकर के साथ प्रा. विलास दलाल, प्रा. संतोष इंगोले भी उपस्थित थे.