अमरावती

कोरोना के साथ ही वायरल इंफेक्शन का कहर, अस्पताल ‘हाउसफूल’

विषाणुजन्य बीमारी का संसर्ग, सर्दी, खांसी, बदनदर्द और बुखार के घर-घर में मरीज

  • अस्पताल जाने पर पहले दी जाती कोरोना टेस्ट की सलाह

अमरावती/दि.12 – कोरोना के साथ ही जिले में साथी के रोग का कहर शुरु है. सर्दी, खांसी, बुखार के मरीजों ने फिलहाल अस्पताल द्गहाउसफूलद्घ हो चुके है. विषाणुजन्य बीमारी में हाथपैर और समूचा शरीर दर्द करने लगता है, इस तरह की शिकायतें मरीजों ने की है. उसी में अनेकों को कही हम पॉजिटीव तो नहीं आयेंगे, इस तरह की चिंता सताने लगी है. अस्पताल में इलाज के लिए जाने के बाद डॉक्टर पहले कोरोना टेस्ट कर आओ, इस तरह की सलाह देते है, जिससे अनेकों मरीज घरेलु उपाय कर रहे है. किंतु ऐसे मरीजों से घर के अन्य व्यक्तियों को भी संसर्ग होने की संभावना रहने से उन्होंने तत्काल डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए, इस तरह का आह्वान जिले के स्वास्थ्य विभाग व्दारा किया गया है.
जिला सरकारी अस्पताल, मनपा के नागरी स्वास्थ्य केंद्र, निजी अस्पताल से गलीकुचे के निजी अस्पतालों तक सुबह व शाम मरीजों की भीड दिखाई देती है. इसी तरह मेडिकल स्टोअर्स में भी काफी भीड लगी रहती है. लगभग सभी वायरल इंफेक्शन का शिकार होने की बात कह रहे है. इसी में अनेकों लोग अपनी कोरोना टेस्ट भी करवा ले रहे है. अनेकों मरीजों का अनाज गले के निचे न उतरने की शिकायत है. लगातार बदल रहे मौसम के कारण तथा रात में कडाके की ठंड और दिन में गरमी के चटके इस तरह माहौल फिलहाल रहने से विषाणुजन्य बीमारी का फैलाव बडी मात्रा में हो रहा है. सर्वसामान्यों ने आवश्यक सतर्कता बरतनी चाहिए, विशेषकर खानपान की आदतों की ओर ध्यान देना चाहिए, आवश्यक विश्राम करना चाहिए, इस तरह की सलाह डॉक्टर दें रहे है. इसमें वृध्द मरीजों की संख्या भी ज्यादा है. घर के एक मरीज को विषाणुजन्य बीमारी हुई तो अन्यों तक संसर्ग पहुंचने समय नहीं लगता. जिससे वर्तमान के संक्रमण काल में हर किसी ने विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता हैं. किसी का बुखार तीन से चार दिन तो किसी का बुखार पांच से छह दिन कम न होने के अनेकों उदाहरण घर के किसी ज्येष्ठ व्यक्ति की बीमारी को तीन से चार दिन तक कम नहीं होती है तो सीधे अस्पताल दाखल करने रिश्तेदार पसंती दर्शा रहे है.

घर-घर में विषाणुजन्य बीमारी के मरीज

शहर समेत जिले में घर-घर में विषाणुजन्य बीमारी के मरीज है. उनके पास से घर के अन्य को भी उसका संसर्ग होता है. जिससे पिछले दो सप्ताह से सर्दी, खांसी, बुखार के मरीजों ने जिले में खाफी वृध्दी हुई है. उसमें कुछ मरीजों के सैम्पल यह कोरोना पॉजिटीव आ रहे है. इस कारण लोगों में काफी घबराहट फैली है. वे घरेलु उपायों पर जोर दे रहे है. किंतु उन्होंने घरेलु उपायों पर निर्भर न रहते हुए तत्काल डॉक्टरों की सलाह लेनी चाहिए, इस तरह का आह्वान जिले के स्वास्थ्य विभाग व्दारा किया गया है.

विषाणुजन्य बीमारी रोकने के उपाय

सर्दी, खांसी अथवा बुखार रहा तो तत्काल डॉक्टरों की सलाह लें, पानी उबालकर पिये, खुले पर पदार्थ न खाये, भीड में जाना टाले, आवश्यक विश्रांती करें, हाथ स्वच्छ धोए और लगातार मुंह व नाक को मास्क लगाए, अन्य को भी बीमारी का संसर्ग नहीं होगा इसकी सतर्कता बरते.

मौसम में बदलाव से बीमारी में वृध्दि

जिले के तापमान में तेजी से बदलाव हो रहा है. कभी कडाके की ठंड तो कभी गर्मी इस कारण फिलहाल विषाणुजन्य बीमारी के मरीज जिले में बढ चुके है. लोगों ने सतर्कता बरतनी चाहिए.
– डॉ.श्यामसुंदर निकम, जिला शल्यचिकित्सक, अमरावती.

संक्रमण काल रहने से मरीज बढे

फिलहाल संक्रमण काल शुरु है. वैसे भी हर वर्ष फरवरी, मार्च महिना यह सर्दी, बुखार व खांसी का मौसम है. जिससे फिलहाल शहर समेत जिले में बडी मात्रा में मरीज बढ चुके है.
– डॉ.विशाल काले, वैद्यकीय अधिकारी, मनपा

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