अल्पभूधारक किसान का बेटा हर्षल बना सेलटैक्स निरीक्षक
लोकसेवा आयोग परीक्षा में सफलता
* लगन, मेहनत, आत्मविश्वास-हर्षल
तिवसा/दि.25- महाराष्ट्र लोकसेवा आयोग की गट ब मुख्य सेवा परीक्षा में तहसील के अनकवाडी के अल्पभूधारक किसान गोवर्धन मुंद्रे के बेटे हर्षल ने नेत्रदीपक सफलता प्राप्त की हैं. प्रतिकूल परिस्थितियों में उसकी सफलता समाज के सामने आदर्श कही जा सकती हैं. हर्षल ने कहा कि, आत्मविश्वास, जिद, मेहनत और संयम से कामयाबी मिलती हैं. विद्यार्थियों में यह सभी बातें होनी ही चाहिए. हर्षल सेलटैक्स निरीक्षक बनने जा रहा हैं. उसके मित्रों और परिसर के लोगों ने गुलाल उडाकर जश्न मनाया तथा हर्षल व मुंद्रे परिवार को बधाई दी.
* थोडी खेती, पिता बीमार
हर्षल के बारे में बताया गया कि, घर में थोडी बहुत खेती ही हैं. उसके पिता गोवर्धन मुंद्रे बीमार है और बेड पर हैं. ऐसे में घर की सारी जिम्मेदारी मां सौं. वंदना मुंद्रे पर आ गई. हर्षल स्पर्धा परीक्षा के माध्यम से अफसर बनकर भविष्य उज्वल करने का स्वप्न देखता था.
* अमरावती के वाचनालय में अभ्यास
हर्षल ने स्पर्धा परीक्षा की तैयारी शहर की एक वाचनालय में की. कुछ वर्षो से वह निरंतर अभ्यास कर स्पर्धा परीक्षा दे रहा था. उसने खुद ही समाज माध्यम और इंटरनेट का सकारात्मक उपयोग कर अपने ज्ञान को बढाया. मंहगे क्लासेस और नोट्स के आयातित बुक से महरुम रहने पर भी हर्षल ने खुद तैयारी की. जिससे भी उसकी सफलता का पैमाना बढ जाता हैं. लोकसेवा आयोग की परीक्षा में शानदार यश प्राप्त कर हर्षल सेलटैक्स इंस्पेक्टर बनने जा रहा हैं.
* तीन बार अपयश, हिम्मत नहीं छोडी
हर्षल ने बताया कि, वह राज्य लोकसेवा आयोग की परीक्षा हेतु 2015 से अभ्यास कर रहा हैं. तीन बार उसे मुख्य परीक्षा में असफलता मिली. किंतु उसने संयम नहीं छोडा. जिद, लगन और आत्मविश्वास के बुते लगातार अभ्यास करता गया. आयोग ने परीक्षा की रचना में बदल किया. प्रश्न पूछने और पद्धति के बारे में नियोजन कर चिकित्सक अभ्यास किया. इसी से परीक्षा में यश प्राप्त कर सका.