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चुनाव नहीं लडेंगे हर्षवर्धन देशमुख

शरद पवार से खुद मुंबई में मिलकर दी फैसले की जानकारी

* बीती रात 12.30 बजे सिल्वर ओक बंगले पर हुई मुलाकात
* प्रचार व जनसंपर्क तेज रहने के बावजूद अचानक बदला फैसला, वजह अज्ञात
अमरावती /दि.15– स्थानीय श्री शिवाजी शिक्षा संस्था के अध्यक्ष तथा राज्य के पूर्व मंत्री एवं राकांपा के वरिष्ठ नेता हर्षवर्धन देशमुख द्वारा वर्धा संसदीय सीट से राकांपा की टिकट पर आगामी लोकसभा चुनाव लडने की तैयारी की जा रही थी. जिसके लिए हर्षवर्धन देशमुख द्वारा अपने पार्टी के मुखिया शरद पवार के निर्देश पर विगत करीब एक-डेढ माह से वर्धा संसदीय क्षेत्र में व्यापक जनसंपर्क अभियान भी चलाया जा रहा था. हालांकि हर्षवर्धन देशमुख ने पहले ही यह स्पष्ट कर दिया था कि, उनकी व्यक्तिगत स्तर पर चुनाव लडने की कोई इच्छा नहीं है, बल्कि वे केवल शरद पवार के आदेश का मान रखते हुए चुनाव लड रहे है. परंतु गत रोज हर्षवर्धन देशमुख अचानक ही अकेले ही मुंबई पहुंंच गये और उन्होंने वहां सिल्वर ओक बंगले पर जाकर रात करीब 12.30 बजे अपने पार्टी प्रमुख शरद पवार से भेंट की और इस मुलाकात के दौरान हर्षवर्धन देशमुख ने पवार के सामने स्पष्ट रुप से कह दिया कि, वे लोकसभा चुनाव में हिस्सा नहीं लेना चाहते और वर्धा संसदीय सीट से चुनाव नहीं लडने वाले है. सूत्रों के मुताबिक इस समय शरद पवार ने भी अपने पुराने साथी की भावनाओं का सम्मान करते हुए उनके फैसले पर अपनी सहमति दी.

पूर्व मंत्री एवं राकांपा के वरिष्ठ नेता हर्षवर्धन देशमुख द्वारा चुनावी मैदान से अपने कदम पीछे खींचे जाते ही अब वर्धा संसदीय क्षेत्र में महाविकास आघाडी का भविष्य क्या होगा. इसकी ओर सभी की निगाहे लगी हुई है. कांग्रेस की परंपरागत सीट रहने वाले वर्धा संसदीय क्षेत्र पर इस बार राकांपा नेता शरद पवार की नजर थी. जिसे अपने कब्जे में लेने के लिए पवार ने हर्षवर्धन देशमुख को वर्धा क्षेत्र से चुनाव लडने के लिए कहा था. हालांकि हर्षवर्धन देशमुख को बाहरी उम्मीदवार बताने के साथ ही कांग्रेस द्वारा इस सीट पर अपना दावा किया जा रहा था. वहीं दूसरी ओर राकांपा में ही पूर्व विधायक सुरेश देशमुख ने अपनी ही पार्टी के हर्षवर्धन देशमुख के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए टिकट के लिए अपने बेटे समीर देशमुख का नाम आगे कर दिया था. अभी महाविकास आघाडी में टिकट के बटवारे को लेकर पेंच चल ही रहा था कि, भाजपा ने अपने प्रत्याशियों के नामों की दूसरी सूची घोषित करते हुए वर्धा संसदीय सीट से अपने मौजूदा सांसद रामदास तडस को एक बार फिर प्रत्याशी बनाये जाने की घोषणा कर दी. वहीं बीती रात हर्षवर्धन देशमुख ने अकस्मात मुंबई पहुंचकर अपनी पार्टी की मुखिया शरद पवार से मुलाकात करते हुए उनके समक्ष चुनाव लडने में अपनी असमर्थता जता दी. हालांकि अब यह पता नहीं चल पाया है कि, हर्षवर्धन देशमुख ने आखिर किन वजहों के चलते चुनाव लडने में अपनी असमर्थता जतायी है और पार्टी प्रमुख शरद पवार के समक्ष चुनाव नहीं लडने को लेकर क्या वजह रखी है. परंतु इतना ता ेतय हो चुका है कि, करीब एक महिने तक जमकर जनसंपर्क अभियान चलाने वाले हर्षवर्धन देशमुख अब चुनाव नहीं लडने जा रहे है.

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