अमरावती

किटकनाशक फवारणी करते समय खबरदारी बरतें

जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी चवाले का किसानों से आवाहन

अमरावती/प्रतिनिधि दि.३ – खेतों में कीड़े व रोग पर नियंत्रण करने हेतु किसानों व्दारा विविध रासायनिक दवाईयों का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन कीड़े व रोग कम पैमाने पर होने पर निंबोली का रस, दशपर्णी रस सरीखे जैविक निविष्ठो का इस्तेमाल कर कीड व रोगों पर नियंत्रण पाया जा सकता है. फवारणी करते समय किसानों को विशेष रुप से ध्यान देकर आगामी उपाय योजना करने का आवाहन जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी विजय चवाले ने किया है.

  • किटकनाशक फवारणी करते समय खबरदारी बरते

कीटककनाशक यदि अधिक विषारी हो और उचित खबरदारी न बरतने पर फवारणी करने वाले व्यक्ति को अनेक स्वास्थ्य संंबंधी समस्याओं को सामना करना पड़ सकता है. जैसे आंखों में जलन, चेहरे व संपूर्ण शरीर में जलन, अधिक धूप रहने पर फवारणी किये जाने पर उल्टीयां होना, सिर दर्द आदि बीमारियां हो सकती है. इसके लिए फवारणी करते समय एवं फवारणी के पहले व बाद में भी खबरदारी बरतना आवश्यक है.

  • कीटकों की पैदाइश बढ़ने पर ही कीटकनाशक का इस्तेमाल करें

खेतों में कीटकों की पैदास बढ़ने पर ही कीटकनाशक का इस्तेमाल करें. कम विषारी कीटकनाशक औषधि का ही इस्तेमाल करें. तणनाशक फवड़णी का पंप गलती से भी कीटकनाशक फवारणी के लिये इस्तेमाल न करें. डब्बे पर लाल रंग की पतंग के आकार का चिन्ह वाली कीटकनाशक कम विषैली होती है. फवारणी करते समय संरक्षक कपड़े, हाथ मोजे, बुट, चष्मा व मास्क आदि का इस्तेमाल करें. फवारणी करते समय बीडी, सिगरेट, गुटखा, तंबाखू का सेवन न करें हवा की दिशा में फवारणी करें. शरीर पर जख्म रहने से फवारणी न करें, कीटनाशक फवारते समय या मिलाते समय बच्चों व अन्य व्यक्तियों को अपने पास आने न दें, किसी भी कारण के लिए खाली डब्बों का इस्तेमाल न करें.

  • विषबाधा होने पर उपाय योजना

कोई व्यक्ति फवारणी करते समय विषबाधा होने पर अथवा कीटकनाशक पेट में जाने से त्वचा,आंखें, श्वसनेंद्रियोें व्दारा विषबाधा हो सकती है. किसी व्यक्ति को विषबाधा होने पर तुरंत घटनास्थल से सुरक्षित स्थान पर ले जाकर उसके शरीर पर के कपड़े तुरंत बदले, बाधित व्यक्ति के शरीर को साबून से साफ धोये, साफ कपड़े से पोंछे, कीटकनाशक पेट में जाने पर तुरंत उल्टी करवाये, श्वासोच्छवास उचित तरीके से शुरु है क्या इसकी जांच करें, बाधित व्यक्ति बेहोश होने पर उसे होश में लाने का प्रयास करें, कुछ भी खिलाने का प्रयास न करें, डॉक्टरों को दिखाये. प्राथमिक उपचार के बाद तुरंत अस्पताल ले जाने पर जीवित हानि टाली जा सकती है. किसान बंधुओं से फवारणी करते समय आवश्यक खबरदारी बरतने का आवाहन जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी विजय चवाले ने किया है.

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