अमरावती

हव्याप्र मंडल के योग प्रशिक्षक वियतनाम रवाना

अब तक 11 खिलाड़ियों को विदेश में नौकरी

अमरावती/दि.19भारतीय योग पद्धति को आज वैश्विक स्वीकृति और मान्यता मिल चुकी है. फल स्वरूप आज विश्व योग दिवस के अवसर पर योग दुनिया भर के नागरिकों की दिनचर्या बन गया है. विश्व-अग्रणी भारतीय योग पद्धति को सीखने के लिए विदेशियों का रुझान बढ़ रहा है और योग प्रशिक्षकों की मांग काफी हद तक बढ़ गई है. दिलचस्प बात यह है कि, श्री हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल के योग प्रशिक्षकों की अत्यधिक मांग है और विश्व स्तर पर रोजगार के अवसर उपलब्ध हैं. इसमें श्री हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल के ग्यारह से अधिक योग प्रशिक्षक विदेशों में सफलतापूर्वक योग सिखा रहे हैं. इसके साथ ही, हाल ही में, और दो प्रशिक्षक वियतनाम रवाना हुए है.
श्री हव्याप्र मंडल डिग्री कॉलेज ऑफ फिजिकल एजुकेशन के योग विभाग से दो छात्र समीर शाह और नितिन वानखड़े को योग प्रशिक्षण के लिए चुना गया है और वे वियतनाम के लिए रवाना हो गए हैं. इसके अलावा, हेमंत भिवरकर और मेहलकुमार जोशी ने वियतनाम में अपना केंद्र शुरू किया जो सभी के लिए गर्व की बात है. मंडल के प्रधान सचिव पद्मश्री प्रभाकरराव वैद्य, मंडल के उपाध्यक्ष डॉ. श्रीकांत चेंडके, सचिव प्रो. डॉ. माधुरी चेंडके, उपाध्यक्ष एड.प्रशांत देशपांडे, प्राचार्य डॉ. श्रीनिवास देशपांडे, विभागाध्यक्ष डॉ. सुनील लाबाड़े सहित सभी पदाधिकारियों, विभागाध्यक्षों, प्रोफेसरों, शिक्षकेतर कर्मचारियों एवं विद्यार्थियों को बधाई दी जा रही है.
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