अमरावती

हव्याप्रमं चाइल्ड लाइन ने रुकवाए तीन बाल विवाह

माता-पिता से लिया शपथपत्र

अमरावती/दि.22– महिलाओं के सशक्तिकरण और स्वस्थ स्वास्थ्य के लिए शादी को लेकर भले ही कई कानून हैं, लेकिन जो लोग अवांछित रीति-रिवाजों और परंपराओं से बंधे हैं, उनके लिए अज्ञानता व्याप्त है. फिलहाल गर्मी के दिनों में शादी की समारोह जोरों पर हैं। जब शादी की उम्र लड़की के लिए 18 साल और लड़के के लिए 21 साल होती है तो कई लोगों को शादी की जल्दी होती है. लेकिन नाबालिग बच्चियों के माता-पिता को पता चल गया कि ऐसी जल्दबाजी कैसे अवैध हो जाती है. श्री हव्याप्र मंडल की चाइल्ड लाइन ने ऐन वक्त विवाह समारोह में करवाई कर एक माह के दो सप्ताह में तीन नाबालिग लड़कियों की शादी रुकवा दी. इस मामले में तीनों दुल्हन के माता-पिता ने शपथ पत्र लेकर अवांछनीय प्रथा पर प्रहार किया.
श्री हव्याप्र चाइल्ड लाइन को टोल फ्री नंबर 1098 पर सूचना मिली कि अमरावती शहर में तीन नाबालिग लड़कियों का जल्द ही बाल विवाह कराया जाएगा. इस सूचना के आधार पर श्री हव्याप्र मंडल की चाइल्ड लाइन ने मामले की जांच शुरू की. तीनों बाल विवाह फ्रेजरपुरा, खेलापुरी गेट व बडनेरा थाना सीमा में हुए. तीनों लड़कियों की उम्र 18 साल से कम है और इनकी उम्र करीब 17 साल है. इस पत्र के संबंध में समस्त जानकारी बाल कल्याण समिति, जिला महिला बाल विकास कार्यालय, जिला बाल संरक्षण प्रकोष्ठ, बाल विकास परियोजना कार्यालय अमरावती को दे दी गयी है. बाल कल्याण समिति अमरावती ने माता-पिता को पत्र भेजकर उन्हें बाल कल्याण समिति के समक्ष उपस्थित होने का आदेश दिया और दोनों नाबालिग लड़कियों के माता-पिता बाल कल्याण समिति के समक्ष उपस्थित हुए. उन्हें बाल विवाह रोकथाम अधिनियम 2006 के बारे में बताया गया और परामर्श दिया गया और लड़की के पिता से आश्वासन पत्र लिखा गया कि वह 18 वर्ष की आयु तक शादी नहीं करेगी.
मामले की आगे की करवाई के लिए श्री हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल के प्रधान सचिव पद्मश्री प्रभाकरराव वैद्य, मंडल की सचिव माधुरीताई चेंडके, चाइल्ड लाइन के निदेशक डॉ. नितिन काले, जिला महिला बाल विकास अधिकारी डॉ. उमेश टेकाले, बाल कल्याण समिति अमरावती की अध्यक्ष किरण मिश्रा, सदस्य अंजलि गुलक्शे, सुचिता बर्वे, सारिका तेलखड़े, दीपाली महाजन, जिला बाल संरक्षण अधिकारी अजय दुबले एवं जिला बाल संरक्षण टीम का बहुमूल्य मार्गदर्शन प्राप्त हुआ. चाइल्ड लाइन सेंटर के समन्वयक शंकर वाघमारे, काउंसलर सपना गजभिये, टीम सदस्य मीरा राजगुरे, पंकज शिंगारे, सरिता राउत, अजय देशमुख, ऋषभ मुंडे, सरयदय जेवाने, अभिजीत ठाकरे, थानेदार व बडनेरा थाने के साथियों ने अथक प्रयास किया.

* श्री हव्याप्र चाइल्ड लाइन का साहस
श्री हव्याप्र चाइल्ड लाइन पिछले कई वर्षों से बाल विवाह पर साहसिक कार्य कर रही है. बाल विवाह की जानकारी तब मिलती है जब विवाह की समारोह चल रहा होती है. ऐसे में चाइल्ड लाइन के सदस्यों को अप्रत्याशित चुनौतियों को स्वीकार करना होगा और माता-पिता की समझ हासिल करने के लिए विवाह समारोह स्थल पर जाना होता है. रविवार 21 मई को बडनेरा थाना अंतर्गत आयोजित बाल विवाह में 400 से अधिक मेहमान शामिल हुए. चाइल्ड लाइन, बडनेरा पुलिस ने मंगलाष्टक शुरू होने के 5 मिनट पहले ही इस बाल विवाह को रोक दिया. इस दौरान सभागार में अफरातफरी का माहौल हो गया. ऐसे में चाइल्ड लाइन के सदस्यों ने मेहमानों को कानून का पक्ष एवं बाल विवाह के दुष्प्रभाव का महत्व बताते हुए मामले को सफलतापूर्वक संभाला. चाइल्ड लाइन ने पिछले पांच माह में तेरह बाल विवाह रोकने में सफलता हासिल की है. मुख्य रूप से अप्रैल माह में श्री हव्याप्र चाइल्ड लाइन द्वारा आठ बाल विवाह सफलतापूर्वक संपन्न कराये गये. बाल विवाह संबंधी जानकारी गोपनीय रखी जाती है. इससे संबंधित कोई भी जानकारी के लिए टोल फ्री नंबर 1098/कार्यालय 0721-256 7372, 0721-256 7688 पर संपर्क कर सकते हैं.

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