अमरावतीमहाराष्ट्र

बडनेरा से आकर चलाते अपना टी स्टॉल

मनोहर बांडाबुचे परम शिवभक्त

* बेटी के विवाह के लिए करते नित्य बचत
अमरावती/दि.18– राजापेठ पुलिस स्टेशन के पास की लाइन में ही अनेक अस्पताल, मैटर्निटी होम और पैथ लैब हैं. जिसकी रोज की चाय,काफी, दूध की ग्राहकी को ध्यान में रखकर मनोहर दत्तूजी बांडाबुचे गत 8-10 वर्षो से सडक किनारे अपना टी- स्टॉल संचालित कर रहे हैं. तडके 4 बजे उनकी सेवा प्रारंभ हो जाती है. वे रोज बडनेरा बारीपुरा से यहां आकर दोपहर 4 बजे तक अपना व्यवसाय करते हैं. मनोहर ने बताया कि परिश्रम तो वे पिता के समय से करते आ रहे हैं. पिता दत्तूजी की मनपा नाका के पास अनेक दशकों तक कैन्टीन थी. नाका बंद होने के बाद वह कैन्टीन भी बंद करनी पडी थी. मनोहर के अनुसार वे नित्य परिश्रम करते हैं. अपनी पुत्री गौरी के विवाह के लिए बचत कर कुछ रकम जोडने का भी उनका प्रयास है. परिवार में पत्नी लक्ष्मी और दो भाई है. एक भाई गैरेज चलाते हैं. दूसरे और कुछ काम करते हैं. चार बहनें हैं. मनोहर बताते हैं कि पिता की कैन्टीन में काम करने के साथ उन पर पारिवारिक जिम्मेदारियां भी बढ गई थी.
* 35 वर्ष की उम्र में विवाह
मनोहर ने बताया कि घर की जिम्मेदारियों के निर्वहन को उन्होंने वरियता दी. इसी कारण तीन बहनों का विवाह संपन्न करवाने के बाद उन्होंने विवाह किया. उनकी बेटी गौरी कक्षा 10 वीं की छात्रा है. उसकी अच्छी पढाई लिखाई का सपना उन्होंने संजो रखा है और इसी पर कार्य कर रहे हैं.
परम शिवभक्त
मनोहर बांडाबुचे बडनेरा के बारीपुरा में रहते हैं. नित्य शिव मंदिर जाते हैं. उनके मित्र और परिचित मनोहर को परम शिवभक्त बताते हैं. पहले साइकिल से आनेवाले मनोहर अब अमरावती बडनेरा आना जाना बाइक से करते हैं. सर्दी-गर्मी या बारिश कोई भी सीजन हो. उनकी कैन्टीन पर तडके 4 बजे गरमागर्म चाय तैयार मिलती है.
* कचोरी और भजिए खूब स्वादिष्ट
मनोहर ने चाय काफी के साथ हाल के दिनों में कचोरी और भजिए तैयार कर बेचने का काम शुरू किया. उनके यह दोनों ही पदार्थ बडे ही स्वादिष्ट रहने की बात कुछ ग्राहकों ने कही. अनेक लोग उनके नित्य ग्राहक हैं. वे भजिए के स्वाद की बडी प्रशंसा करते हैं. मनोहर बताते हैं कि जिस तरह हजार 1200 की मजदूरी हो जाती है. दोपहर 4 बजे तक व्यवसाय करने के बाद 60 वर्षीय मनोहर बडनेरा लौट जाते हैं.

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