* दो युवकों व्दारा पिस्तौल लहराता वीडियो वायरल होने से दहशत फैली
* दर्यापुर पुलिस ने दिये स्पष्टीकरण
अमरावती/ दि.16– सोशल मीडिया पर दो युवक मुंह पर कपडा बांधकर हाथ में कथित पिस्तौल खुलेआम लेकर जा रहे है, ऐसा वीडियो वायरल होते ही पूरे जिलेभर में खलबली मच गई. 19 सेंकड के इस वीडियो से दर्यापुर शहर में दहशत का माहौल निर्माण हुआ. सार्वजनिक तौर पर पिस्तौल लहराने का यह वीडियो बनाने वाली उस महिला और उन दोनों युवकों को दर्यापुर पुलिस ने शाम के वक्त तक खोज निकाला. दरअसल वह पिस्तौल जैसे दिखने वाला लाइटर है. पुलिस ने वह पिस्तौल नुमा लाइटर बरामद कर लिया है. दोनों युवक सामान्य घर से वास्ता रखते है. शहर में किसी भी तरह की दहशत निर्माण करना या किसी वारदात को अंजाम देने के उद्देश्य से वह लाइटर लेकर युवक का निकलना उद्देश्य नहीं था. इस वायरल वीडियो से जिलावासी किसी भी तरह से गुमराह न हो, इस दृष्टि से पुलिस ने शाम के वक्त मीडिया के समक्ष इस अफवाह के बारे में स्पष्टीकरण दिया.
वायरल हुए इस वीडियो के बारे में सबसे पहले ‘दैनिक अमरावती मंडल’ ने दर्यापुर के प्रभारी थानेदार विनायक लांबे से बात की थी. थानेदार लांबे ने इस बारे में दावा किया है कि, दर्यापुर में बनाए गए इस वीडियो में काली जैकेट पहने युवक के हाथ में पिस्तौल जैसी नजर आ रही वस्तु पिस्तौल नहीं बल्कि लाइटर है. पुलिस की जांच में यह बात भी स्पष्ट हुई है कि, वायरल किया गया वीडियो 30 नवंबर 2022 की रात 12.30 बजे बनाया गया है. वीडियो में दिखाई दे रहे दोनों युवक किसी मित्र के जन्मदिन में गए थे. कार्यक्रम निपटाकर वापस लौट रहे थे, इस दौरान दोनों में से एक युवक के हाथ में चमकती पिस्तौल जैसी वस्तु दिखाई दी. उस समय छत पर टहल रही एक महिला ने वह वीडियो शुट कर लिया. दर्यापुर के बनोसा स्थित साप्ताहिक बाजार का यह वीडियो है. इस तरह इस वीडियो की सच्चाई सामने आयी है.
पुलिस ने इस बारे में स्पष्टीकरण देते हुए बताया कि, उन्होंने दर्यापुर में वीडियो बनाने वाले की तलाश कर पुलिस थाने बुलाया था और पिस्तौल जैसे दिखने वाला लाइटर भी बरामद कर लिया है. दरअसल सडक पर दिनदहाडे हाथ में पिस्तौल लहराते हुए युवक का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस भी सख्ते में आ गई थी. आखिर यह माजरा क्या है, इस वीडियो की सच्चाई क्या है, यह जानने के लिए दर्यापुर पुलिस दोपहर से ही इस मामले की खोज में जुट गई और पुलिस को सफलता भी हासिल हुई. पुलिस ने उस वीडियो बनाने वाली महिला के बयान भी दर्ज किये है. महिला को पिस्तौल जैसे दिखा इस वजह से उसने अपनी घर की छत से वीडियो बनाया था.
पुलिस अधिक्षक कार्यालय से खुलासा
कल गुरुवार की शाम 7.30 बजे पुलिस अधिक्षक कार्यालय से इस मामले को लेकर खुलासा जारी किया गया. इसमें स्पष्ट किया गया कि, वायरल वीडियो गंभीर और संवेदनशील होने की वजह से उसकी हकीकत जानने के लिए गहन तहकीकात की गई. पुलिस अधिक्षक अविनाश बारगल के आदेश पर दोनों युवकों को पुलिस ने खोज निकाला. उन दोनों युवकों का नाम विशाल भोलानाथ तांबेकर (बनोसा) व सूरज पुरुषोत्तम वाघमारे (दर्यापुर) बताया गया है. वायरल वीडिया 30 नवंबर 2022 का है. वीडियों में नजर आ रहा पिस्तौल जैसा दिखने वाला लाइटर मोमबत्ती या अन्य चीजे जलाने के काम आता है. इस मामले में दर्यापुर पुलिस कानूनी कार्रवाई कर रही है.
अफवाहों पर ध्यान न दे
समाज में डर का वातावरण निर्माण करने वाले किसी भी वीडियो या अफवाहों पर ध्यान न दे, उसपर विश्वास न करे, इस तरह का कोई भी वीडिया या घटना नजर आती है तो तत्काल पुलिस को सूचित करे. युवकों के पास वीडियो में पिस्तौल जैसे दिखने वाला लाइटर बरामद कर लिया है.
– अविनाश बारगल, पुलिस अधिक्षक अमरावती
डरने की बात नहीं
वायरल वीडियो से डरने की बात नहीं है. क्योंकि पिस्तौल जैसे दिखने वाला वह लाइटर है. दर्यापुर पुलिस ने गुरुवार की शाम वह लाइटर बरामद कर लिया है. पुलिस ने वीडियो की सच्चाई उजागर कर दी है. दोनों युवक भले घर के है. दोनों पर किसी भी तरह का कोई अपराध दर्ज नहीं है. वे दोनों निजी अस्पताल में काम करते है. पिस्तोैल जैसे हथियार से उनका कोई लेना-देना नहीं है.
– बलवंत वानखडे, विधायक
वीडियो बनाने वाली व दोनों युवकों को खोज लिया
दर्यापुर शहर में वह वीडियो जिस महिला ने बनाया, उसे खोज निकाला है. इसके अलावा वीडियो में जो युवक कथित पिस्तौल लेकर दिखाई दे रहे है, इसकी सच्चाई उजागर हो गई है, वह पिस्तौल नहीं केवल एक लाइटर है. दोनों से पिस्तौल जैसे दिखने वाला लाइटर बरामद कर लिया है.
– विनायक लांबे, थानेदार दर्यापुर