अमरावती

स्वास्थ्यदायी जंगली सब्जियों की जिले में बढ़ी मांग

बरसाती सब्जियां पसंद करने लगे हैं ग्राहक

अमरावती/दि.11– वर्षा ऋतु में सब्जियों के दाम आसमान छूने लगे हैं. ऐसे में बाजार में जंगली सब्जियां दाखल हुई है. विशेष रुप से ग्रामीण भागों के बाजार में प्रमुख रुप से उपलब्ध है. जंगली सब्जियां स्वादिष्ट होने के साथ ही शरीर के लिए स्वास्थ्यदायी होती है. इसलिए बारिश के दिनों में इन जंगली सब्जियों को पसंद किया जाता है.
जंगली सब्जियों में कुछ सब्जियां ठंडी तो कुछ गर्म होती है. खांसी, सर्दी, बुखार, दमा पर उपचार के रुप में वाकली समीन जंगली भाजी का सेवन किया जाता है. पौष्टिक गुणधर्म जिन जंगली सागभाजी का रंग गहरा होता है, उसका स्वाद थोड़ा कड़वा होता है. कटुर्ले समान कटीले फल वाली सब्जी मेें नैसर्गिक जीवनसत्व होने के कारण वह पचन के लिए सुविधाजनक होती है. आघाडा, माला, पुनवर्वा, कर्डू, मोरंगी, दवणा, काटेसावर, नारई, वागोटी, टाकला, आंबाडी, भोकर, खडकतेतरी, भोवरी समान सब्जियों में जस्ता,तांबा,कैल्शियम अधिक पैमाने पर होता है.टाकला,भारंगा,कुडा, शेवला आदि जंगली सब्जियां फिलहाल बिक्री के लिए लायी जा रही है. घर के बच्चे व पुरुष जंगल में घुम-घुम कर जंगली सब्जियां जमा करते हैं. जिसे बाजार में बेचने के लिये लाया जाता है.
बरसात की शुरुआत में हमेशा इस्तेमाल की जाने वाली सब्जियों की आवक कुछ पैमाने पर कम होती है. जिसके चलते ग्राहक इन जंगली सब्जियों को विशेष रुप से पसंद करते दिखाई देते हैं. किसी भी प्रकार की बुआई न करते हुए पूरी तरह से इन नैसर्गिक सब्जियों को आदिवासी बंधु लाकर बिक्री करते हैं. साधारणतः 35 से 40 रुपए में एक जुड़ी या एक पाव कीमत में 100 प्रतिशत नैसर्गिक सब्जियां उपलब्ध होने से ग्राहक भी उत्साह से इन जंगली सब्जियों को खरीदते हैं.

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