स्वास्थ्य सेवा का दर्जा ऊंचा उठाने के लिए शासन प्रयासरत
पालकमंत्री डॉ. यशोमती ठाकुर के कथन
अमरावती/प्रतिनिधि/दि.५ – राज्य के ग्रामीण क्षेत्र के नागरिको के स्वास्थ्य सेवा की पूर्ति के लिए शासकीय अस्पताल व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को ५०० नई एम्बुलेंस की पूर्ति की जायेगी. राज्य के स्वास्थ्य सेवा का दर्जा ऊंचा उठाने के लिए शासन की ओर से विविध रूप से प्रयास किया जा रहा है. मेलघाट सहित जिले में आवश्यक हो वहॉ पर एम्बुलेंस उपलब्ध करने के लिए जिला स्वास्थ्य यंत्रणा समय समय पर प्रयास करे, ऐसा निर्देश राज्य की महिला व बालविकास मंत्री तथा जिले के पालकमंत्री डॉ.यशोमती ठाकुर न आज दिया.
राज्य की स्वास्थ्य सेवा का दर्जा ऊंचा उठाने के लिए नई इमारत का निर्माण व नई साधनसामग्री सहित पुरानी एम्बुलेंस बदल कर नई एम्बुलेंस की उपलब्धता के लिए विविध स्तर पर निर्णय हो रहे है. कोरोना के संकट के समय जिले के लिए स्वतंत्र कोविड अस्पताल,स्थानीय स्तर पर स्वतंत्र प्रयोगशाला, तहसील स्तर पर कोविड केअर सेंटर की निर्मिति के अनुसार ग्रामीण क्षेत्र के अस्पताल का मजबूतीकरण करने का प्रयास किया जा रहा है, ऐसा पालकमंत्री श्रीमती ठाकुर ने बताया. ग्रामीण क्षेत्र की शासकीय स्वास्थ्य यंत्रणा की एम्बुलेंस बदलने की आवश्यकता को ध्यान में रखकर शासन ने यह निर्णय लिया. ग्रामीण क्षेत्र की स्वास्थ्य यंत्रणा को मजबूत बनाया जा रहा है. अब नई एम्बुलेंस आने पर ग्रामीण व दुर्गम क्षेत्र की जनता को अच्छी तरह से स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए मदद की जायेगी. इस अनुसार आवश्यक साधनसामग्री प्राप्त करने के लिए जिलास्तर पर शासन से मांग के लिए प्रयास करे.उसी प्रकार मेलघाट की स्वास्थ्य सेवा को मजबूत बनाने के लिए प्रयास किए जाना चाहिए, ऐसा निर्देश पालकमंत्री ने दिया. राज्य के स्वास्थ्य केन्द्र की पुरानी हुई एक हजार एम्बुलेंस बारी बारी से बदलकर उसके स्थान पर नई एम्बुलेंस देने का शासन की ओर से निर्णय इससे पूर्व लिया गया है. इस साल ५०० और अगले साल ५०० इस प्रकार नई एम्बुलेंस दी जायेगी. कुछ स्वास्थ्य केन्द्र की एम्बुलेंस पुरानी हो गई है. वह सुधारने के लायक नहीं रहने से उसे हटा दिया गया हैे. इस साल ५००नई एम्बुलेंस लेने के लिए शासन की ओर से ८९ करोड़ ४८ लाख खर्च के लिए प्रशासकीय मान्यता दी गई है. उसनुसार राज्य में एक महिने की कालावधि में नई एम्बुलेंस उपलब्ध होगी. ये ५०० नई एम्बुलेंस राज्य के २५३ प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, १३७ ग्रामीण अस्पताल , १०६ जिला व उपजिला तथा स्त्री अस्पताल और चार प्रादेशिक अस्पताल को दी जायेगी.