जिले में स्वास्थ्य महकमा ही बीमार, डॉक्टरों के 50 फीसदी पद पडे है रिक्त
क्लास वन डॉक्टरों की भी कमी, स्वास्थ्य सेवा पर पड रहा असर
अमरावती/ दि.9 – जिले में सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा का पूरा जिम्मा सरकारी अस्पतालों पर होता है, लेकिन पर्याप्त मनुष्यबल के अभाव की वजह से सरकारी अस्पतालों में कामकाज का संतुलन व तरीका बिगडे हुए है. जिसकी वजह से कहा जा सकता है कि, इस समय जिले में खुद स्वास्थ्य महकमा ही अस्वस्थ्य व बीमार है.
जानकारी के मुताबिक जिले के सभी सरकारी अस्पताल मनुष्यबल की कमी से जुझ रहे है. जिसमें वर्ग-1 के वैद्यकीय अधिकारियों के करीब 50 पद रिक्त हैैं. जिसके चलते इन रिक्त पदों की जबाबदारी वर्ग-2 के प्रभारी वैद्यकीय अधिकारियों को सौंपी गई. उल्लेखनीय है कि, जिले के सर्वसामान्य नागरिकों के लिए आज भी सरकारी अस्पतालों के अलावा अन्य कोई पर्याय नहीं है, लेकिन ऐसे नागरिकों को सरकारी अस्पतालों में भी योग्य इलाज व चिकित्सा की सुविधा नहीं मिलती. ऐसी चर्चा हमेशा ही अस्पताल परिसर में ही सुनाई देती है. कुछ स्थानों पर तो डॉक्टर ही उपलब्ध नहीं रहने का चित्र दिखाई देता है. विगत अनेक वर्षों से यह समस्या कायम रहने के चलते अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों पर भी काम का बोझ बढ गया है. जानकारी के मुताबिक जिला सामान्य अस्पताल अंतर्गत आने वाले जिले के सभी 22 सरकारी अस्पतालों में वर्ग-1 के वैद्यकीय अधिकारियों के 41 पद मंजूर हैं. परंतु अस्पतालों में ेकेवल 21 पदों पर ही वर्ग-1 वैद्यकीय अधिकारियों की नियुक्ति हुई है और 20 पद रिक्त पडे हैं.
इर्विन में नेत्रशल्य व मनोविकृति चिकित्सक नहीं
जिला सामान्य अस्पताल में वर्ग-1 वाले वैद्यकीय अधिकारियों के कुल 22 पद मंजूर हैं. जिसमें से 11 पद रिक्त पडे हैं. इसमें भी शल्यक्रिया वैद्यकीय अधिकारी के दोनों पद रिक्त है. साथ ही स्त्री रोग विशेषज्ञ, अस्थिव्यंग शल्यचिकित्सक, चर्मरोग विशेषज्ञ, नेत्रशल्य चिकित्सक तथा मनोविकृति चिकित्सक के पद भी रिक्त पडे है.
वर्ग-3 के 175 व वर्ग-4 के 125 पद रिक्त
जिला सामान्य अस्पताल अंतर्गत आने वाले जिले में कुल 22 सरकारी अस्पताल है. जिनमें उपजिला अस्पताल, ग्रामीण अस्पताल जिला स्त्री अस्पताल, ट्रामा केअर तथा विभागीय संदर्भ सेवा अस्पताल आदि का समावेश है. इन सभी अस्पतालों में वर्ग-3 वाले कर्मचारियों के 642 पद मंजूर हैं. जिसमेें से 175 पद रिक्त पडे हैं. इसी तरह वर्ग-4 के कुल 354 मंजूर पदों में से 125 पद रिक्त हैं. इसके अलावा वर्ग–2 वाले वैद्यकीय अधिकारियों के कुल 133 मंजूर पदों में से 19 पद रिक्त हैं.