हर तहसील के लिए शव वाहिका खरीदने का स्वास्थ्य विभाग का निर्णय
उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने बजट में की थी घोषणा
* जिले में 14 शव वाहिका उपलब्ध होने की संभावना
अमरावती/दि.08– राज्य के ग्रामीण इलाकों में शवों को अस्पताल से घर तक तथा श्मशानभूमि तक ले जाने के लिए पर्याप्त शव वाहन नहीं होने के कारण परिजनों की परेशानी को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने राज्य के प्रत्येक तहसील के लिए एक शव वाहिका खरीदने का निर्णय लिया है. उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री अजित पवार ने हाल ही में राज्य के बजट में इसकी घोषणा की है.
इसलिए, इस वर्ष के अंत तक, प्रत्येक तहसील के लिए एक इस प्रकार अमरावती जिले को 14 शव वाहन उपलब्ध होंगे. राज्य सरकार ने बढ़ती महंगाई के कारण मुख्य रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में तहसील स्तर पर परिजनों की दुर्दशा को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से यह निर्णय लिया है.
* सरकारी अस्पताल को मिलेगा वाहन
जिला परिषद के अधिकार क्षेत्र में आने वाले सरकारी अस्पताल को शव वाहिका मिलेगी. हालांकि, मरीजों को ले जाने के लिए एम्बुलेंस उपलब्ध हैं. इससे आम जनता को सुविधाएं मिलेंगी.
* ग्रामीण क्षेत्रों में अंतिम संस्कार की खराब स्थिति
मुख्य रूप से कोरोना काल में जब बडी संख्या में मौतें हुईं तो शवों को ले जाने की पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने से लोगों को काफी परेशानी हुई. ग्रामीण इलाकों में आज भी अगर किसी व्यक्ति की अस्पताल में मौत हो जाती है तो शव को निजी वाहन में ले जाने की नौबत आ जाती है. इसे एम्बुलेंस में ले जाना चाहिए, इसलिए कम से कम ग्रामीण इलाकों में इसे दूर तक ले जाने के लिए शव वाहन फायदेमंद रहेगा.
* तहसील वार एम्बुलेंस एम्बुलेंस
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र 80
प्राथमिक स्वास्थ्य टीम 04
मोबाइल स्वास्थ्य टीम 05
मेलघाट क्षेत्र में उपकेंद्र जीवनदायी 11
* शव वाहिका केवल जिला अस्पताल में
-महापालिका क्षेत्र में महापालिका की शव वाहिका उपलब्ध रहती है. तथा बडे पैमाने पर निजी शव वाहिनी भी उपलब्ध रहती है. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और ग्रामीण अस्पतालों में तथा ग्रामीण अस्पताल में शव वाहिनी उपलब्ध नहीं.
-मृत्यु की स्थिति में, शवों को अस्पतालों से घरों और श्मशानों तक ले जाने के लिए मुफ्त और सशुल्क शव वाहन व्यापक रूप से उपलब्ध हैं. हालांकि, ग्रामीण इलाकों में स्थिति विपरीत है.
* सरकार ने लिया निर्णय
ग्रामीण इलाकों में अस्पतालों से तथा श्मशान घाटों से शवों को ले जाने के लिए पर्याप्त शव वाहन नहीं होने से रिश्तेदारों को असुविधा होती है. इसलिए, सरकार ने हर तहसील के लिए एक शव वाहन खरीदने का निर्णय लिया है.
-डॉ. सुरेश आसोले,
जिला स्वास्थ्य अधिकारी