* रात भर किया अनेक का उपचार
* भुमका के पास जाने से बचने समुपदेशन भी
* मेलघाट में हालात भयंकर, घर-घर सर्दी, बुखार, खासी के मरीज
जामली/दि.12 – चिखलदरा तहसील के जामली आर ग्राम में घर-घर सर्दी, बुखार, खांसी और हैजे के मरीज बढ गये हैं. इतना ही नहीं, तो गत 20 दिनों में 9 लोगों की मृत्यु हो जाने का भयंकर समाचार मिल रहा है. जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुरेश आसोले ने कहा कि, वे रात भर जामली में ही रुके थे. वहां डॉक्टर्स की टीम और भरपूर मात्रा में सभी प्रकार की दवाईयां उपलब्ध की गई है. उसी प्रकार आदिवासी लोगों का झाडफूंक करने वाले भुमका से बचने समुपदेशन भी वे कर रहे हैं. शिविर लगाकर उपचार किये जाने की जानकारी डॉ. आसोले ने अमरावती मंडल को फोन से भी बात करते हुए दी. वहीं जामली की सरपंच ने लोगों से अंधश्रद्धा न रखते हुए तत्काल डॉक्टर्स से उपचार करवाने कहा है. साथ ही सरपंच ने स्वास्थ्य उपकेंद्र में स्वास्थ्य सेविका और दवाईयों का स्टॉक करने की मांग प्रशासन से की है.
* बाहर से लाना पड रहा दवाएं
टेम्भ्रुसोंडा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में दवाएं खत्म हो गई है. जिससे मरीजों को बाहर से दवाईयां लानी पड रही है. इस स्वास्थ्य केंद्रांतर्गत 40 देहांत का समावेश है. 30 से 32 हजार आदिवासी लोगों के स्वास्थ्य का जिम्मा इस एकमात्र केंद्र पर होने से रोज ओपीडी 250 तक मरीज रहते हैं. दवाईयों की डिमांड अधिक रहने पर भी स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा आपूर्ति कम किये जाने की शिकायत लोगों ने की है. उनका दावा है कि, गत कुछ दिनों से जामली ग्राम में सर्दी, बुखार और अन्य के मरीज बढ गये. 9 मरीजों ने गत पखवाडेभर में दम तोड दिया. जबकि ग्राम की आबादी केवल 2200 है.
* नहीं है स्टाफ भी
2200 की आबादी वाले ग्राम में एकमात्र स्वास्थ्य उपकेंद्र है. वहां भी स्थायी स्वास्थ्य सेविका नहीं है. प्रभारी के भरोसे कामकाज शुरु है. बिजली आपूर्ति नहीं होने से रात को आये मरीजों को उलटे पांव लौटना पडता है. अथवा टेंभ्रूसोंडा की दौड लगानी पडती है. ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग के पास बारबार शिकायत की है. उधर जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुरेश आसोले ने दावा किया कि, दवाईयों की कोई कमी नहीं है. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में अधिक आपूर्ति करने पर वे लोग दवाई नाहक बर्बाद करते है. आसोले ने कहा कि, शीघ्र स्वास्थ्य टीम गावं में पहुंच जाएगी.
* बुजुर्ग मरीज, पुराने रोगी
जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आसोले ने दावा किया कि, गत 20 दिनो में 9 लोगों की मृत्यु होने की जानकारी दी जा रही है. मगर इनमें से अधिकांश बुजुर्ग होने का दावा डॉ. आसोले ने किया और बताया कि, 65, 80, 85, 92 वर्ष के लोगों की जान गई है. यह पुराने रोगी होने का भी दावा स्वास्थ्य अधिकारी ने अमरावती मंडल से बातचीत में किया.
* हैजे के भी मरीज
गांव की सरपंच शशीकला भुसुम ने दावा किया कि, सर्दी, बुखार के साथ-साथ हैजे के भी मरीज बढे हैं. उन्होंने लोगों से किसी भी प्रकार की शिकायत रहने पर भगत भुमका के पास न जाकर डॉ. से सलाह लेकर उपचार करवाने का आवाहन किया.