अमरावती

जिले के ६ लाख ५० हजार नागरिकों का हुआ स्वास्थ्य सर्वे

जिलाधीश शैलेश नवाल ने दी जानकारी

  • मेरा परिवार-मेरी जिम्मेदारी अभियान चल रहा युध्दस्तर पर

अमरावती प्रतिनिधि/दि.७ – कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने हेतु चलाये जा रहे मेरा परिवार-मेरी जिम्मेदारी अभियान को अमरावतीवासियों द्वारा बेहतरीन प्रतिसाद मिल रहा है और अब तक जिले में ६ लाख ५० हजार परिवारों का स्वास्थ्य सर्वेक्षण किया जा चुका है. इसके साथ ही जिले के ग्रामीण इलाकों में सर्वेक्षण का काम ७८ फीसदी पूर्ण हो चुका है और आगामी सप्ताह में १०० फीसदी सर्वेक्षण पूरा कर लिया जायेगा. इस आशय की जानकारी जिलाधीश शैलेश नवाल द्वारा दी गई है. उन्होंने बताया कि, मेरा परिवार-मेरी जिम्मेदारी अभियान में मधुमेह, हृदय विकार व रक्तदाब जैसी बीमारियां रहनेवाले ८२ हजार लोग पाये गये है. यह अभियान आगामी १० अक्तूबर तक चलाया जायेगा और जिले के हर एक घर तक पहुंच बनायी जायेगी. उन्होंने सभी से आवाहन किया कि, यदि वे खुद में कोरोना सदृश्य लक्षण पाते है, तो उन्होंने खुद की अपनी कोविड टेस्ट करवानी चाहिए. साथ ही सभी लोगों ने घरों से बाहर निकलते समय अपने चेहरे पर मास्क लगाना चाहिए. बार-बार हाथ साफ करना चाहिए और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सरकार एवं प्रशासन की ओर से जारी किये जानेवाले दिशानिर्देशों का पालन करना चाहिए. ऐसा आवाहन भी जिलाधीश शैलेश नवाल ने किया है.

  • स्वअनुशासन के चलते घट रहा संक्रमण

जिलाधीश शैलेश नवाल (Collector Shailesh Naval) ने बताया कि, जिले में अब कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या घट रही है. सोमवार को अमरावती जिले में ९०० लोगों के थ्रोट स्वैब सैम्पलों की जांच की गई. जिसमें से केवल ११९ लोग कोरोना पॉजीटिव पाये गये. साथ ही सितंबर माह में जहां रोजाना २०० से ३०० नये संक्रमित मरीज पाये जा रहे थे, वहीं अब यह संख्या घटकर ९० से १०० के आसपास आ गयी है. जिलाधीश नवाल के मुताबिक जिले के नागरिकों द्वारा स्वअनुशासन का पालन किये जाने की वजह से कोरोना संक्रमण की रफ्तार काफी हद तक सुस्त हुई है और इसका पूरा श्रेय अमरावतीवासियों को जाता है.

  • पोस्ट कोविड वॉर्ड निर्माणाधीन

जिले में कोरोना मुक्त हुए कई मरीजों में श्वसन सहित अन्य स्वास्थ्य संबंधित शिकायतें पाये जाने की जानकारी बडे पैमाने पर सामने आ रही थी. ऐसे में इन मरीजों का दुबारा इलाज करने हेतु टीबी हॉस्पिटल या जिला सामान्य अस्पताल में पोस्ट कोविड विशेष वॉर्ड निर्माण किया जायेगा. जहां पर कोरोना मुक्त होने के बाद अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रहे मरीजों का इलाज किया जायेगा.

  • भुमि अभिलेख कर्मचारियों पर कार्रवाई के संकेत

भुमि अभिलेख कार्यालय के कर्मचारियों द्वारा विगत लंबे समय से काम बंद आंदोलन किया जा रहा है. जिसकी वजह से आम लोगों के काम अटक गये है. इस संदर्भ में जानकारी देते हुए जिलाधीश शैलेश नवाल ने कहा कि, काम बंद आंदोलन करनेवाले २८ कर्मचारियों को पहले की तरह अपने काम पर लौट आने की नोटीस दी जा चुकी है, और यदि इसके बावजूद भी वे अपने काम पर नहीं लौटते है, तो उन पर कडी कार्रवाई की जायेगी.

  • ऑक्सीजन की दरें होंगी निश्चित

जिलाधीश शैलेश नवाल ने बताया कि, निजी कोविड अस्पतालों में ऑ्िनसजन के रेट निश्चित किये जायेंगे और सरकार द्वारा तय की गई दरों से अधिक रकम लेने वाले अस्पतालों के खिलाफ कडी कार्रवाई की जायेगी. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि, सुपर स्पेशालीटी अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट का काम आगामी सात दिनों में पूरा हो जायेगा. इसके साथ ही यहां पर ऑ्िनसजन सप्लाय शुरू कर दी जायेगी.

  • मनपा क्षेत्र में काम क्यों रूका, निगमायुक्त से लेंगे जानकारी

यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, जहां एक ओर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में मेरा परिवार-मेरी जिम्मेदारी अभियान का काम बडे जोर-शोर से चल रहा है, वहीं दूसरी ओर अमरावती मनपा क्षेत्र अंतर्गत आनेवाले अमरावती के शहरी इलाके में आशावर्करों द्वारा की जा रही हडताल की वजह से इस अभियान के तहत काम पूरी तरह से रूका पडा है. इस ओर ध्यान दिलाये जाने पर जिलाधीश नवाल ने कहा कि, इस बारे में पता चलने पर उन्होंने निगमायुक्त को एएनएम कार्यकर्ताओं व अन्य स्वास्थ्य सेवकों की पर्यायी व्यवस्था करते हुए इस अभियान का काम शुरू रखने का निर्देश दिया था. साथ ही कोरोना जैसे संकट के समय आशावर्करों को भी हडताल नहीं करने का आवाहन किया था. लेकिन यदि इसके बावजूद हडताल और गतिरोध जारी है तो वे इस बारे में निश्चित तौर पर निगमायुक्त से पूछताछ करेंगे.

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