मानधन से वंचित स्वास्थ्य कर्मी धमके जि.प. कार्यालय पर
स्वास्थ्य सभापती हिंगणीकर का किया घेराव
अमरावती/दि.3 – कोरोना काल में सेवा देने वाले स्वास्थ्य कर्मचारियों व एम्बुलेंस चालक-मालकों को पिछले तीन महीनों से मानधन नहीं दिया गया. स्वास्थ्य कर्मियों व एम्बुलेंस चालकों-मालकों व्दारा मानधन को लेकर जिलाधिकारी से लेकर जिप प्रशासन तक निवेदन सौंपकर प्रलंबित मानधन की मांग की गई. किंतु इन्हें अब तक भी मानधन नहीं दिया गया आखिरकार बुधवार को इनके सब्र का बांध टूट गया और स्वास्थ्य कर्मियों ने जिप कार्यालय पर पहुंचकर स्वास्थ्य सभापति बालासाहब हिंगणीकर का घेराव किया.
कोरोना काल में अपनी सेवा देने वाले 1385 कर्मचारी मानधन से वंचित है. कोरोना काल में इन लोगों ने अपनी जान की परवाह किए बगैर सेवाएं दी थी जिसमेंं कोरोना का प्रादुर्भाव कम होने पर आठ महीने पूर्व इन सभी स्वास्थ्य कर्मियों को कार्य मुक्त कर दिया गया. किंतु इन्हें जून, जुलाई व अगस्त का मानधन नहीं दिया गया ऐसा आरोप कर्मचारियों ने जिला स्वास्थ्य अधिकारी पर लगाया. इतना ही इन स्वास्थ्य कर्मियों ने एनआरएमएम व्यवस्थापक अशोक कोठारी को भी निवेदन सौंपा था.
एनआरएमएम व्यवस्थापक अशोक कोठारी ने भी निवेदन की दखल नहीं ली आखिरकार संतप्त स्वास्थ्य कर्मियों ने स्वास्थ्य सभापती हिंगणीकर के कक्ष में धरना देकर घेराव किया. जिप आरोग्य समिति सदस्य प्रकाश साबले ने स्वास्थ्य कर्मियों को समझाने का प्रयास किया और उन सभी स्वास्थ्य कर्मियों की मुलाकात मुख्य कार्यपालन अधिकारी अविशांत पंडा से करवायी. जिसमें उनसे निधि उपलब्ध नहीं होने की बात कही गई. इस बात को लेकर स्वास्थ्य कर्मियों ने रौष व्यक्त किया. इस अवसर पर डॉ. रुपेश खडसे, पंकज जाधव, पूजा परिहार, सविता सोनोने, कमलेश सहारे, पूनम उमप, प्रतिभा टवलारे, सचिन टवलारे, रविंद्र पंचगाम, अतुल खोंड, दर्शना पाटमासे, सागर मालवे, प्रदीप पाटणकर, ग्लौरी मालवे, सचिन पातुर्डे, निहाल खडसे उपस्थित थे.