अमरावती

पीपीई किट से परेशान हुए स्वास्थ्य कर्मी

लगातार छह घंटे पीपीई किट पहनकर करना पडता है काम

  • गरमी के मौसम में पीपीई किट से बढ सकती है मुश्किलें

अमरावती/प्रतिनिधि दि.८ – कोविड संक्रमित मरीजों का इलाज करते समय खुद को कोविड संक्रमण से बचाने हेतु कोविड अस्पतालों के डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मचारियोें को पीपीई किट, मास्क व हैण्डग्लब्ज पहनते हुए खुद को सर से लेकर पांव तक ढांकना पडता है और पूरे छह घंटे तक पीपीई किट पहनकर ही काम करना पडता है. ऐसे में विगत एक वर्ष से रोजाना पीपीई किट पहनकर काम करते हुए डॉक्टर व मेडिकल स्टाफ के लोग अब परेशान हो चले है. साथ ही अब गरमी का मौसम भी शुरू हो गया है. इस दौरान पीपीई किट की वजह से होनेवाली परेशानियां और भी अधिक बढेगी. ऐसे में कई डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों का यह कहना है कि, वे भले ही कोविड संक्रमण से बच जाये, लेकिन पीपीई किट की वजह से होनेवाली परेशानियों के चलते निश्चित तौर पर उनकी मौत हो जायेगी.
बता दें कि, जिले में कोविड संक्रमित मरीजों का इलाज करनेवाले करीब 45 कोविड अस्पतालों में डॉक्टरों व मेडिकल स्टाफ के लोगोें द्वारा खुद को कोविड संक्रमण से बचाने हेतु पीपीई यानी पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट किट का प्रयोग किया जाता है. कोविड संक्रमण के शुरूआती दौर में बेहद कुछ गुणवत्तावाली पीपीई किट उपलब्ध करायी जाती थी. किंतु बाद में जैसे-जैसे कोविड संक्रमित मरीजों की संख्या बढने के साथ ही बडे पैमाने पर पीपीई किट की जरूरत पडने लगी, वैसे-वैसे पीपीई किट की गुणवत्ता औसत होने लगी. ये सभी पीपीई किट राज्य के स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपलब्ध करायी जाती है और पीपीई किट पहनने के बाद महज पांच मिनट के भीतर व्यक्ति पसीने-पसीने हो जाता है, ऐसा स्वास्थ्य महकमे के कर्मचारियों का कहना है. पूरे छह घंटे तक शरीर पर पीपीई किट रहने की वजह से कहीं से भी हवा नहीं लगती और पूरा पसीना पैरों में पहने जूतों में जमा हो जाता है. ऐसे में कई स्वास्थ्य कर्मचारी पीपीई कीट से तंग आ गये है और उन्होंने पीपीई किट का प्रयोग करना ही छोड दिया है और वे चेहरे पर मास्क व हाथों में ग्लब्ज पहनकर स्वास्थ्य सेवा दे रहे है. किंतु कुछ अस्पतालों में अनिवार्य तौर पर पीपीई किट पहननी ही पडती है.

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राज्यस्तर से पीपीई किट की आपूर्ति होती है और हमे रोजाना करीब साढे तीन सौ पीपीई किट लगती है. हमारे डॉक्टरों व मेडिकल स्टाफ को पूरे छह घंटे तक पीपीई किट पहनकर काम करना पडता है. इसलिए गरमी में भी हमने पीपीई किट पहनकर ही काम किया और इस बार भी लगभग वहीं स्थिति है.
– डॉ. श्यामसुंदर निकम
जिला शल्य चिकित्सक

  • इन परेशानियों का सामना करना पडता है पीपीई किट से

– कोविड केयर सेंटर में खेलती हुई हवा नहीं होती है और इसके बीच पीपीई किट पहनकर छह घंटे तक काम करना पडता है. जिससे काफी परेशानियों का सामना करना पडता है.
– इन दिनों गरमी का मौसम शुरू हो गया और तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास जा पहुंचा है. ऐसे में पीपीई किट की वजह से काफी पसीना निकलता है और काम करने में काफी परेशानी भी होती है.
– पीपीई किट पहनकर छह घंटे तक काम करना अपने आप में ही एक चुनौती है. जबकि हकीकत यह है कि, दस मिनट के भीतर ही पीपीई किट उतारकर फेंक देने का मन करता है.

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