अमरावतीविदर्भ

कर्ज न देने वाले बैंक अधिकारियों को खरीखोटी सुनाई

पूर्व कृषिमंत्री डॉ.अनिल बोंडे के निशाने पर अधिकारी

  • किसानों के कर्ज को लेकर भाजपा हुई आक्रामक

प्रतिनिधि/ दि.१४

अमरावती – खरीफ सीजन में कर्ज के लिए केवल ३ दस्तावेजों की आपूर्ति किसानों को करना है. जिलाधिकारी ने इस बारे में पत्र जारी किया गया है. इसके बाद भी परेशान करने वाले अधिकारियों खरी खोटी सुनाकर पूर्व कृषिमंत्री डॉ.अनिल बोंडे ने निशाना साधा है. किसानों की समस्या को लेकर इस समय भाजपा आक्रामक हुई है. डॉ.बोेंडे के वक्तव्य पर बैंक अधिकारियों में नाराजी की लहर फैली हुई है. राज्य सरकार ने खरीफ सीजन के लिए किसानों को कर्ज देने की घोषणा की. इसके लिए कर्जमाफी भी की गई, परंतु खरीफ सीजन निपटने के बाद छिडकाव का काम शुरु हुआ है. इसके बाद भी अब तक किसानों को कर्ज नहीं मिल पा रहा है. बैंक व्दारा किसानों को कर्ज देने के लिए टालमटोल का रवैया अपनाया जा रहा है, ऐसी शिकायत भाजपा को मिली थी. इसके बाद भाजपा के पूर्व कृषिमंत्री डॉ.अनिल बोंडे, जिलाध्यक्ष निवेदिता चौधरी-दिघडे के नेतृत्व में नांदगांव पेठ, यावली शहीद, माहुली जहांगीर आदि जगह के बैंक अधिकारियों के दालान में फांसी का फंदा आंदोलन किया गया. बैंक व्दारा किसानों को आसानी से सहज तरीके से कर्ज उपलब्ध कराने की मांग आंदोलन व्दारा की गई थी. इसके बाद अब डॉ.अनिल बोंडे ने बैंक अधिकारी जानबुझकर कर्ज देने में टालमटोल कर है, ऐसा आरोप लगाया है. इस बारे में एक वीडियों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था. इसपर डॉ.बोंडे से चर्चा करने पर उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी को कर्ज वितरण को लेकर पत्र जारी किया है. पात्र रहने वाले व नियम के अनुसार पूरा करने वाले किसानों को केवल सातबारा, आठ अ व आधार कार्ड ऐसे तीन दस्तावेज बैंकों को देना है, मगर कई बैंक किसानों से १४ व उससे अधिक दस्तावेज मांग रहे है, इसके कारण किसान परेशान है. उन्हें कर्ज नहीं मिल पा रहा है. इसिलिए किसानों को अडाने वाले बैंक अधिकारियों के पिछवाडे पर लात मारो और उन्हें सबक सिखाओ, ऐसा फिर से उच्चारन डॉ.बोंडे ने व्यक्त किया. डॉ.बोंडे के इन शब्दों से बैंक अधिकारियों में काफी नाराजी फैली है.

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