* राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत होता है नि:शुल्क इलाज
अमरावती /दि.30– छोटे बच्चों में जन्मजात विकृति, हृदय व किडनी से संबंधित जटिल बीमारियों व शल्यक्रिया व इलाज को लेकर जिले में अप्रैल से दिसंबर इन 9 माह के दौरान 145 बच्चों के हृदय की सफलतापूर्वक शल्यक्रिया की गई और उन्हें जीवनदान दिया गया, ऐसी जानकारी अस्पताल प्रशासन द्वारा दी गई है. इसके साथ ही 170 बच्चों पर अन्य शल्यक्रियाएं की गई है. विशेष उल्लेखनीय है कि, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम अंतर्गत यह सभी शल्यक्रियाएं पूरी तरह से नि:शुल्क तौर पर की गई है.
उल्लेखनीय है कि, कई छोटे बच्चों में जन्म के साथ ही एएसडी, वीएसडी व पीडीए जैसी हृदय से संबंधित बीमारियां होती है. जिसे सामान्य भाषा में दिल में छेद रहना भी कहा जाता है. इस बीमारी के चलते फुफ्फुस की ओर होने वाले अतिरिक्त रक्त प्रवाह की वजह से सांस लेने में तकलीफ होने, दम फुलने, थकान महसूस होने, वजन नहीं बढने जैसी समस्याएं पैदा होती है. ऐसे समय संबंधित बच्चे के हृदय की शल्यक्रिया करना जरुरी होता है. वहीं कुछ बच्चों में अन्य पैदायशी विकृतियां होती है. जिनमें कटे हुए होठ व तालू, आंखों का तिरछापन, अस्थिरोग व क्लॉक्लिअर इम्प्लाँट जैसी बीमारियों का समावेश रहता है.
* क्या है राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम?
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम यानि आरबीएसके अंतर्गत 0 से 18 वर्ष आयु गुट वाले बच्चों का नि:शुल्क इलाज किया जाता है. जिले में 32 पथक कार्यरत है और इन पथकों के जरिए जिले की शालाओं व अंगणवाडियों में जाकर बच्चों के स्वास्थ्य की जांच की जाती है.
* इन स्थानों पर होती है शल्यक्रिया
कोकिलाबेन धीरुभाई अंबानी हॉस्पिटल, एसआईसीसी चिल्ड्रेन हॉस्पिटल, फोल्ट्रीज हॉस्पिटल, मोरया मल्टिस्पेशालिटी चेरिटेबल हॉस्पिटल तथा नेलसन मदर एण्ड चाईल्ड केअर हॉस्पिटल सहित स्थानीय स्तर पर सुपर स्पेशालिटी हॉस्पिटल व जिला सामान्य अस्पताल में आरबीएसके अंतर्गत बच्चों की नि:शुल्क शल्यक्रिया की जाती है.
* अब तक 315 बच्चों की नि:शुल्क शल्यक्रिया
आरबीएसके अंतर्गत 0 से 18 वर्ष आयु गुट वाले बच्चों पर पूरी तरह से नि:शुल्क इलाज किया जाता है. जिले में अब तक 145 बच्चों की हृदय शल्यक्रिया व 170 बच्चों की अन्य शल्यक्रियाएं सफलतापूर्वक की गई है.
– डॉ. दिलीप सौंदले,
जिला शल्यचिकित्सक,
अमरावती.
* 3047 अंगणवाडियों व 1114 शालाओं में स्वास्थ्य जांच
आरबीएसके अंतर्गत कार्यरत पथकों के जरिए अंगणवाडी तथा शालाओं में बच्चों की स्वास्थ्य जांच की जाती है. अप्रैल से दिसंबर माह की कालावधि के दौरान 3047 अंगणवाडियों में 1 लाख 78 हजार 732 तथा 1114 शालाओं में 1 लाख 46 हजार 840 बच्चों के स्वास्थ्य की जांच की गई, ऐसी जानकारी जिला स्वास्थ्य प्रशासन द्वारा दी गई है.
* 32 पथक कार्यरत
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम अंतर्गत बच्चों की स्वास्थ्य जांच के लिए जिले में कुल 32 पथक कार्यरत है. इन पथकों द्वारा अंगणवाडी व शालाओं को भेंट देते हुए बच्चों के स्वास्थ्य की जांच की जाती है.