* कलेक्ट्रेट के सामने से साठे प्रतिमा भी हटायी गई
* कडे पुलिस बंदोबस्त में मनपा के अतिक्रमण विभाग ने की कार्रवाई
* पूरा दिन शहर में रहा हंगामाखेज माहौल
अमरावती/दि.17– करीब पांच दिन पूर्व युवा स्वाभिमान पार्टी के संस्थापक अध्यक्ष व विधायक रवि राणा व उनके समर्थकों द्वारा राजापेठ रेलवे ओवरब्रिज के बीचोंबीच छत्रपति शिवाजी महाराज का पुतला स्थापित किया गया था. जिसे रविवार को तडके करीब 3 बजे कडे पुलिस बंदोबस्त के बीच कार्रवाई करते हुए मनपा के अतिक्रमण विरोधी पथक द्वारा हटा दिया गया. इसी तरह शनिवार की आधी रात जिलाधीश कार्यालय चौक पर अकस्मात ही बिना किसी पूर्व अनुमति के स्थापित किये गये लोकशाहीर अण्णाभाउ साठे के अर्धाकृति पुतले को भी मनपा के अतिक्रमण विरोधी विभाग द्वारा हटा दिया गया. ऐसे में शहर का राजनीतिक वातावरण काफी अधिक गरमा गया है और आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी तेज हो गया है. जिसके मद्देनजर शहर पुलिस द्वारा ऐहतियात के तौर पर कई लोगों को अपनी हिरासत में लिया गया है. वहीं जिले की सांसद नवनीत राणा व विधायक रवि राणा को उनके आवास पर नजरबंद कर दिया गया है. उधर दर्यापुर शहर के पेट्रोल पंप चौक पर भी बिना पूर्व अनुमति के छत्रपति शिवाजी महाराज का अश्वारूढ पुतला स्थापित किये जाने और उस पुतले को पालिका प्रशासन द्वारा हटा दिये जाने की वजह से राजनीति गरमाई हुई है.
बता दें कि, राजमाता जिजाऊ के जयंती दिवस का औचित्य साधते हुए युवा स्वाभिमान पार्टी द्वारा 11 व 12 जनवरी की दरम्यानी रात राजापेठ रेलवे ओवरब्रिज के बीचोंबीच स्थित स्ट्रीट लाईट के चबुतरे पर छत्रपति शिवाजी महाराज की करीब 6 फुट उंची आदमकद प्रतिमा लाकर स्थापित की गई थी. जिसका युवा स्वाभिमान पार्टी पदाधिकारियों द्वारा जल्लोशपूर्ण ढंग से अनावरण किया गया था और विधायक रवि राणा ने इस प्रतिमा का पूजन व माल्यार्पण करने के साथ ही ऐलानिया अंदाज में कहा था कि, यदि किसी ने इस पुतले को हटाने का प्रयास भी किया, तो इसके परिणाम अच्छे नहीं होंगे. विधायक राणा के मुताबिक राजापेठ रेल्वे ओवरब्रिज पर छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा स्थापित किये जाने की मांग करीब तीन वर्ष से की जा रही थी. जिसकी ओर मनपा प्रशासन द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा था. ऐसे में जनभावनाओं का सम्मान करते हुए युवा स्वाभिमान पार्टी ने राजापेठ आरओबी पर छत्रपति शिवाजी महाराज का पुतला स्थापित किया. जिसका उन्हें पूरा अभिमान है. उधर दूसरी ओर बिना कोई पूर्व अनुमति लिये अकस्मात ही राजापेठ रेलवे ओवरब्रिज पर पुतला स्थापित किये जाने की जानकारी सामने आते ही मनपा प्रशासन सहित समूचे शहर में हडकंप मच गया और मनपा प्रशासन द्वारा इस पुतले को यहां हटाने की कार्रवाई करने के संदर्भ में तैयारी कि जाने लगी. किंतु इस दौरान शहर के कई संगठन पुतला लगाये जाने के समर्थन में आगे आने लगे और राजापेठ रेलवे ओवरब्रिज पर पुतला पूजन व महाआरती का दौर शुरू हो गया. इसी बीच प्रशासन अपनी तैयारी में लगा रहा तथा शनिवार व रविवार की दरम्यानी रात तडके 3 बजे मनपा प्रशासन ने कडे पुलिस बंदोबस्त के बीच राजापेठ आरओबी पर स्थापित पुतले को हटा दिया. वहीं इससे पहले शनिवार की रात पुतला हटाये जाने को लेकर होनेवाली संभावित कार्रवाई की आशंका के चलते शनिवार की शाम से राजापेठ रेलवे ओवरब्रिज पर युवा स्वाभिमान पार्टी पदाधिकारियों व राणा समर्थकों का जमघट लगना शुरू हो गया था और खुद विधायक रवि राणा ने अपने समर्थकों के साथ यहां उपस्थित होकर शिव छत्रपति के पुतले का दुग्धाभिषेक कर महाआरती की थी. यह सब निपट जाने के बाद पुलिस ने धीरे-धीरे यहां पर बंदोबस्त को और अधिक कडा करना शुरू किया. जिसके पश्चात आधी रात के बाद उडानपुल को आम लोगों की आवाजाही के लिए पूरी तरह से बंद कर दिया गया और तडके करीब 3 बजे कडे पुलिस बंदोबस्त के बीच राजापेठ आरओबी से पुतला हटाने की कार्रवाई की गई. इसके साथ ही युवा स्वाभिमान पार्टी के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओें की धरपकड का अभियान भी शुरू हुआ. साथ ही साथ कानून व व्यवस्था बनाये रखने हेतु राणा दम्पत्ति को भी शंकर नगर स्थित उनके आवास पर 24 घंटे के लिए नजर बंद कर दिया गया.
* कलेक्ट्रेट पर भी कडे बंदोबस्त में कार्रवाई
जिस समय राजापेठ रेलवे ओवरब्रिज पर छत्रपति शिवाजी महाराज का पुुतला स्थापित किये जाने को लेकर प्रशासन सहित स्थानीय स्तर की राजनीति में जबर्दस्त हडकंप व्याप्त था, उसी समय मातंग समाज बंधुओं द्वारा शनिवार व रविवार की दरम्यानी रात जिलाधीश कार्यालय के समक्ष लोकशाहीर अण्णाभाउ साठे का अर्धाकृति पुतला लाकर चौक के बीचोंबीच स्थापित कर दिया गया. यह बात पता चलते ही कुछ ही देर बाद मनपा प्रशासन ने कडे पुलिस बंदोबस्त के बीच जिलाधीश कार्यालय चौराहे पर स्थापित किये गये अण्णाभाउ साठे के पुतले को भी वहां से हटाया.
* गोपनीय रणनीति के साथ किया गया काम
राजापेठ रेलवे ओवरब्रिज पर पुतला स्थापित करने के लिए महानगर पालिका से कोई अनुमति नहीं ली गई है. ऐसी रिपोर्ट मनपा प्रशासन द्वारा जिला प्रशासन को दी गई. जिसके आधार पर शनिवार को जिलाधीश पवनीत कौर, शहर पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह, मनपा आयुक्त डॉ. प्रवीण आष्टीकर तथा निवासी उपजिलाधीश आशीष बिजवल के बीच एक महत्वपूर्ण व गोपनीय बैठक हुई. जिसमें राजापेठ रेल्वे ओवरब्रिज पर स्थापित छत्रपति शिवाजी महाराज के पुतले को हटाने की रणनीति तय की गई तथा इस रणनीति पर रविवार तडके 3 बजे अमल किया गया.
* दर्यापुर में भी गरमाया मामला
उधर दर्यापुर शहर में पेट्रोलपंप चौक पर छत्रपति शिवाजी महाराज का अश्वारूढ पूर्णाकृति पुतला स्थापित किये जाने की मांग विगत लंबे समय से प्रलंबित थी. इस पुतले की स्थापना हेतु जगह भी तय कर ली गई थी. किंतु पुतले की स्थापना को अनुमति नहीं मिल रही. जिसके चलते गत रोज शिवसेना की दर्यापुर तहसील शाखा द्वारा इस स्थान पर छत्रपति शिवाजी महाराज का अश्वारूढ पुतला लाकर स्थापित कर दिया गया. जिसे बाद में पालिका प्रशासन द्वारा कडे पुलिस बंदोबस्त के बीच हटा दिया गया. इसे लेकर दर्यापुर शहर में भी राजनीतिक वातावरण काफी गरमाया हुआ है.
* इर्विन चौराहे पर फूंका गया निगमायुक्त का पुतला
इधर अमरावती के राजापेठ रेलवे ओवरब्रिज से छत्रपति शिवाजी महाराज का पुतला और कलेक्ट्रेट चौराहे से अण्णाभाउ साठे का पुतला हटाये जाने की जानकारी मिलते ही स्वराज्य सामाजिक संस्था द्वारा अपना रोष प्रकट करते हुए स्थानीय इर्विन चौराहे पर निगमायुक्त डॉ. प्रवीण आष्टीकर का प्रतिकात्मक पुतला फूंका गया और मनपा प्रशासन के खिलाफ जबर्दस्त नारेबाजी भी की गई.