अमरावती

अंजनगांव पंस के सातेगांव में घरकुलों के नाम पर भारी भ्रष्टाचार

एक-एक परिवार के कई-कई लोगों को दिया गया आवास योजना का लाभ

* असली लाभार्थी है आवास योजना के लाभ से वंचित
* पत्रवार्ता में चंद्रशेखर मेहरे ने लगाया आरोप
अमरावती/दि.14 – केंद्र व राज्य सरकार द्बारा सर्वसामान्य जनता के लिए विविध उपक्रम चलाए जाते है, लेकिन ग्राम पंचायत स्तर पर राजनीति करने वाले लोगों व कर्मचारियों की आपसी मिलीभगत के चलते किसी भी योजना का लाभ योग्य लाभार्थी तक नहीं पहुंच पाता. ऐसा ही कुछ अंजनगांव पंचायत समिति अंतर्गत सातेगांव ग्राम पंचायत में हुआ है. जहां पर प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ देने के नाम पर बडे पैमाने पर भ्रष्टाचार किया गया और कुल 100 में से 80 फीसद घरकुलों का आवंटन एक विशिष्ट जाति संवर्ग से वास्ता रखने वाले लोगों को करने के साथ ही एक ही परिवार से वास्ता रखने वाले कई सदस्यों को घरकुल आवंटीत किए गए. इस आशय का आरोप सातेगांव निवासी सामाजिक कार्यकर्ता चंद्रशेखर मेहरे द्बारा लगाया गया.
यहां बुलाई गई पत्रकार परिषद में चंद्रशेखर मेहरे ने बताया कि, ग्राम पंचायत के पदाधिकारियों ने अपने राजनीतिक प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए एक ही परिवार के लोगों के नाम पर अलग-अलग कुटूंब पत्रक तैयार कर बाप-बेटे व भाई-भाई के नाम पर आवास योजना का लाभ बांटा. ऐसे में इन नामों को मंजूरी देने वाले सरपंच व सचिव पर कार्रवाई होना अपेक्षित है. इसे लेकर उन्होंने इससे पहले कई बार शिकायत दर्ज कराई और जांच समिति गठित करते हुए पूरे मामले की सघन जांच करवाने की मांग को लेकर अपने सहयोगियों के साथ अनशन भी किया. जिसके चलते एक जांच समिति गठित करने का आश्वासन भी मिला. परंतु इस समय तक ग्राप प्रशासन ने लाभार्थियों की सूची में काफी हेराफेरी व बदलाव कर दिया था. साथ ही जांच समिति ने भी अपना काम सही तरीके से नहीं किया. ऐसे में उन्होंने इस संदर्भ में संभागीय राजस्व आयुक्त को निवेदन सौपकर चेतावनी दी है कि, यदि इस मामले में जल्द से जल्द सघन जांच नहीं की जाती है, तो वे एक बार फिर गांव में रहने वाले असली लाभार्थियों के साथ मिलकर आमरण अनशन करना शुरु करेंगे.

 

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