आंधी-तूफान से जिले की विभिन्न तहसीलों में भारी नुकसान

अचलपुर, दर्यापुर, अंजनगांव, चिखलदरा तहसील में अनेक पेड गिरे, मकानों के छत भी उडे

* सडक पर पेड गिरने से परतवाडा-अमरावती मार्ग का यातायात रहा ठप
अमरावती /दि.12– बुधवार 11 जून को दोपहर में अचानक आसमान में घने बादल छा गये. इस बदरीले मौसम के दौरान तेज हवाएं चलने लगी. जिले की विभिन्न तहसीलों में तेज हवाओं के साथ जोरदार बारिश शुरु हो गई. अचलपुर, परतवाडा शहर सहित चिखलदरा, धारणी तहसील और दर्यापुर, अंजनगांव सुर्जी तहसील में जोरदार बारिश होने से अनेक मार्गों के पेड गिर गये. साथ ही अनेक मकानों के टीन उड गये. इस बारिश के कारण दर्यापुर तहसील में दो बैल की मृत्यु हो गई और किसानों की प्याज व केले की फसल को भारी नुकसान पहुंचा. सडकों पर पेड गिरने से परतवाडा-अमरावती मार्ग का यातायात डेढ घंटे तक ठप हो गया था.
मई माह में जिले में बेमौसम बारिश ने कहर ढा दिया था. वैसे मई माह में कडी धूम रहती है. लेकिन इस वर्ष इस बेमौसम बारिश के कारण मई माह में 31 में से 26 दिन संपूर्ण जिले में मानसून की तरह बेमौसम बारिश हुई. लेकिन इस जून माह में भीषण गर्मी और उमस के कारण लोग परेशान हो गये. संभावना जतायी जा रही थी कि, इस वर्ष मानसून का आगमन समय से पूर्व हो रहा है. लेकिन भीषण गर्मी से लोग परेशान थे. किसान भी अब बुआई के लिए मानसून के बारिश की प्रतीक्षा करने लगे है. ऐसे में बुधवार 11 जून को दोपहर मेें दो से ढाई बजे के दौरान आसमान में घने बादल छा गये और तेज हवाएं शुरु हो गई. दर्यापुर, भातकुली, अंजनगांव, परतवाडा, अचलपुर, चिखलदरा, धारणी तहसीलों में तेज हवाओं के साथ मानसून की जोरदार बारिश हुई. मानसून की पहली ही बारिश में अनेक मार्गों के पेड गिर गये. साथ ही किसानों की केले और प्याज की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा. तेज हवाओं के कारण अनेक मकानों के छत भी उड गये. भूगांव से आसेगांव के दौरान सडक पर पेड गिरने से परतवाडा-अमरावती मार्ग का यातायात डेढ घंटे तक ठप रहा.

* सेमाडोह-माखला में अनेक मकानों के छत उडे
बुधवार 11 जून को दोपहर में तेज हवाओं के साथ अचानक हुई बारिश के कारण परतवाडा-अमरावती मार्ग पर भूगांव से आसेगांव के दौरान कडू नीम के अनेक पेड और गिरने से डेढ घंटे तक यातायात ठप था. इस राज्य महामार्ग पर दोनों तरफ से सैकडों वाहनों की लंबी कतारे लग गई थी. दूसरी तरफ चिखलदरा तहसील के सेमाडोह व माखला में आंधी-तूफान के कारण अनेक मकानों के छत उड गये. एक सप्ताह बाद मानसून की बारिश हुई. इस बारिश से परतवाडा, अचलपुर शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र में काफी नुकसान हुआ. परतवाडा-अमरावती राज्य महामार्ग पर भूगांव-मेघनाथपुर से आसेगांव तक 100 से 150 साल पुराने कडू नीम के पेड गिर गये. इस कारण सर्वाधिक आवाजाही का यह मार्ग डेढ घंटे ठप था. अनेक निजी वाहनों की 5 से 6 किमी दूरी तक कतारें लग गई थी. आरटीओ वाहन व एम्बुलेंस को भी यातायात सुचारु होने तक प्रतीक्षा में खडे रहना पडा. सडकों पर गिरे वाहन हटाने के लिए अचलपुर के लोकनिर्माण विभाग ने जेसीबी भेजा था. चिखलदरा तहसील के सेमाडोह व माखला मेें बुधवार को दोपहर में हुई इस बारिश के कारण अनेक मकानों में छत उड गये. साथ ही अनेक पेड भी गिर गये. सेमाडोह में 15 तथा माखला में 50 से 60 मकानों के छत उडे. मकानों के छत उडने से आदिवासी आदिवासियों के घर में रखा अनाज व अन्य साहित्य पानी में गिला हो गया. डोमा गांव में गाज गिरने से जगन उईके के दो बैल की मृत्यु हो गई. धारणी तहसील में जोरदार बारिश हुई.

* शिंदी मार्ग का भी यातायात ठप
आधे घंटे तक तेज हवाओं के साथ हुई झमाझम बारिश के कारण अचलपुर तहसील के पथ्रोट गांव सहित आसपास के परिसर के नये-पुराने अनेक मकानों के छप्पर उड गये. जिससे काफी नुकसान हुआ. शिंदी मार्ग पर गुलमोहर के अनेक पेड गिरने से यातायात ठप हो गया था. तेज हवाओं के साथ हुई बारिश के कारण अनेक स्थानों पर टिन के शेड उड गये, जो लोगों के घर पर जाकर उडे. परिसर के किसानों के केले के बगीचों को भी भारी नुकसान पहुंचा.

* दर्यापुर तहसील में भारी क्षति
अचानक हुई बारिश के कारण धामोडी ग्राम के किसान विष्णुपंत थर्डक के घर के टीन उड गये. इस बारिश के कारण उनका घर के साहित्य खराब हो गया. बुआई के दिन मुहाने पर रहते बुधवार को दोपहर में तेज हवाओं के साथ हुई बारिश के कारण किसानों का भारी नुकसान हुआ है. इस घटना के बाद राष्ट्रवादी युवक कांग्रेस के पूर्व तहसील अध्यक्ष नितिन गावंडे ने प्रशासन से तत्काल पंचनामे कर आर्थिक सहायता देने की मांग की है. स्थानीय प्रशासनद्वारा तत्काल कार्रवाई कर किसानों को सहायता देने की मांग ग्रामवासियों सहित सामाजिक संगठना द्वारा की जा रही है.

* रामागढ, उमरी, ममदाबाद में बिजली के खंबे और तार गिरे
दर्यापुर तहसील में बुधवार को दोपहर में जोरदार बारिश हुई. आंधी-तूफान के कारण नांद्रूण, रामागढ, उमरी, ममदाबाद और उमरी ईतबारपुर आदि गांव में मकानों को नुकसान पहुंचा और टीन उड गये. बिजली के तार गिरने से खंबे भी झुक गये. इस कारण बिजली आपूर्ति भी खंडित हो गई थी. आधे घंटे तक तेज हवाओं के साथ बारिश के कारण नांद्रूण ग्राम निवासी प्रशांत खेडकर का घर पूरी तरह धराशाही हो गया. दीपक सावले के घर के टिन उडने से उनका काफी नुकसान हुआ. रामागढ में गोठे की दीवार ढहने से अशोक लोणकर के बैल की मृत्यु हो गई. उमरी, ममदाबाद में भी एक बैल पर पेड गिरने से उसकी मृत्यु हो गई. उमरी इतबारपुर के दो मकानों को नुकसान पहुंचा. चांडोला में भी नीम का पेड गोठे पर गिरने से अनिल वारुलकर का नुकसान हुआ. दर्यापुर शहर में भी जोरदार बारिश हुई. किसानों ने घर में रखा प्याज टीन शेड उडने के कारण पानी में गिला हो गया.

* बारिश के कारण विहिंगांव में भारी नुकसान
अंजनगांव शहर और आसपास के शहर में बुधवार को 11 बजे झमाझम बारिश के कारण विद्युत आपूर्ति खंडित हो गई. दोपहर में हुई बारिश के कारण संपूर्ण परिसर के अनेक इलाकों में भारी नुकसान हुआ. अंजनगांव तहसील के विहिंगांव में सुयोग काले नामक किसान ने अपने घर में भारी मात्रा में प्याज रखा था. उन्हें आशा थी कि, प्याज के भाव बढेंगे, लेकिन बुधवार को हुई बारिश के कारण मकान के टीन का शेड उडने से उनका काफी नुकसान हो गया. करीबन 100 क्विंटल प्याज बारिश के कारण गिला होने से किसान सुयोग काले का करीबन डेढ से दो लाख रुपए का नुकसान हो गया.

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