बडनेरा/दि.10– बडनेरा से भुसावल एकमात्र मेमू ट्रेन में यात्रियों की भारी भीड़ होती है. जगह हासिल करने के लिए यात्री रेलवे प्लॅटफॉर्म की विरुद्ध दिशा से डब्बे में चढ़ने का जानलेवा खेल करते हैं. इससे दुर्घटना घटने की संभावना बनी रहती है. रेल्वे प्रशासन ने इस बारे में दखल लेना अत्यंत आवश्यक है. अधिक डिब्बों वाली पॅसेंजर गाड़ी शुरु किए जाने पर भीड़ पर नियंत्रण पा सकेंगे.
करीबन तीन महीने पूर्व रेल्वे मंत्रालय ने भुसावल मध्य रेल्वे विभाग में आठ डिब्बों की मेमू ट्रेन शुरु की. विशेषतः बडनेरा से भुसावल इस मेमू ट्रेन पर यात्रियों की काफी भीड़ होती है. यह ट्रेन बडनेरा रेल्वे स्टेशन से दोपहर 1.30 बजे छूटती है.
प्रत्येक छोटे रेल्वे स्थानक पर स्टॉपेज होने से, वहीं स्कूली विद्यार्थी, शेगांव जाने वाले भक्त, इसी तरह कम किराये के कारण इस ट्रेन में काफी भीड़ होती है. डिब्बे में जगह हासिल करने के लिए कुछ यात्री रेल्वे प्लेटफॉर्म की विरुद्ध दिशा से नियमों का उल्लंघन करते हुए डिब्बे में चढ़ते हैं. यह अत्यंत धोखादायक हो सकता है. ऐसा प्रकार इस ट्रेन पर हर रोज शुरु रहता है.
मेमू ट्रेन में यात्रियों की भीड़ को ध्यान में रखते हुए भुसावल मध्य रेल्वे विभाग के प्रबंधकों ने अधिक डिब्बों की पैसेंजर रेल्वे या एक ही दिन दो मेमू ट्रेन शुरु करने की पहल करनी चाहिए, ऐसी प्रतिक्रिया यात्रियों की है. भुसावल से बडनेरा की ओर लौटते समय भी मेमू ट्रेन में उतनी ही भीड़ होती है. रेल्वे पुलिस या रेल्वे सुरक्षा बल ने ऐसे नियमबाह्य व धोखादायक पद्धति से गाड़ी में चढ़ने वालों पर कार्रवाई करने व मेमू ट्रेन में पटरी पर से चढ़ने के प्रयास में दुर्घटना की संभावना को ध्यान में रखते हुए उपाय योजना करने की मांग की जा रही है.