अमरावती

निधि के लिए खुले हाथों से सहायता करें- जिलाधिकारी

ध्वज निधि संकलन का शुभारंभ

अमरावती/ दि. 8-सैनिक बंधु जान की बाजी लगाकर देश का संरक्षण करते है अनेक सैनिकों ने अपने प्राणों की आहुती दी है. उनके इस बलिदान के महत्व को जानते हुए ध्वज निधि के लिए खुले हाथों से सहायता करें. इस बार ध्वज निधि संकलन का 1 करोड 10 लाख रूपये का लक्ष्य निश्चित किया गया है. जो गणतंत्र दिवस के पूर्व पूर्ण करने का आवाहन ध्वज निधि संकलन समिति की अध्यक्ष तथा जिलाधिकारी पवनीत कौर ने यहां किया.
सशस्त्र सेना ध्वज दिन निमित्त ध्वजदिन-2022 निधि संकलन का शुभारंभ जिलाधिकारी की उपस्थिति में नियोजन भवन में हुआ. इस अवसर पर वह बोल रही थी. मेजर आनंद पाथरकर, कर्नल लक्ष्मणराव गाले, शिवाजी शिक्षा संस्था के सचिव विजय ठाकरे, उपजिलाधिकारी तथा जिला सैनिक कल्याण अधिकारी मनीष कुमार गायकवाड, पूर्व सैनिक कल्याण अधिकारी रत्नाकर चरडे, जिला सूचना अधिकारी हर्षवर्धन पवार आदि मंच पर उपस्थित थे. युध्द अथवा युध्द जैसी परिस्थिति में तथा आतंकवादी कार्रवाई में मातृभूमि की रक्षा के लिए शहीद हुए भारतीय सेना के वीर जवानों के बलिदान की याद के रूप में 7 दिसंबर यह सशस्त्र सेना ध्वजदिन के रूप में संपूर्ण देश में मनाया जाता है. सैनिकों के इस बलिदान को ध्यान में रख उनके परिवार के पुनर्वसन के लिए ध्वजदिन निधि संकलन से सहायता की जाती है. वर्ष 2021-22 वर्ष के लिए जिले में 1 करोड 7 लाख रूपये ध्वजनिधि संकलित कर लक्ष्य से ज्यादा निधि जमा की थी. वर्ष 2022-23 के लिए 1 करोड 10 लाख रूपये का लक्ष्य है. व निश्चित रूप से पूर्ण होगा, ऐसा विश्वास जिलाधिकारी पवनीत कौर ने व्यक्त किया. पूर्व सैनिकों का निवृत्ति वेतन, शिष्यवृत्ति आदि सहित कुछ प्रलंबित प्रश्न रहे तो उसे प्राथमिकता से हल किया जाएगा. सैनिक कल्याण कार्यालय के लिए नई विभागीय प्रशासकीय इमारत ने जगह उपलब्ध करवाई जाएगी, ऐसा भी पवनीत कौर ने कहा. इस अवसर पर तहसीलदार अभिजीत जगताप ने अग्निवीर योजना कार्रवाई बाबत जानकारी दी. रत्नाकर चरडे, लक्ष्मणराव गाले ने भी अपने समयोचित विचार व्यक्त किए. विजय ठाकरे ने शिवाजी शिक्षा संस्था की तरफ से 16 लाख रूपये का धनादेश जिलाधिकारी को सौंपा. प्रास्ताविक मनीषकुमार गायकवाड ने, संचालन वैभव निमकर ने किया. कार्यक्रम में सैनिक बंधु व उनके परिवार के सदस्य बडी संख्या में उपस्थित थे.

* मेजर आनंद पाथरकर सम्मानित
अमरावती जिले के सुपुत्र मेजर आनंद पाथरकर को राज्यशासन के महाराष्ट्र गौरव पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. जम्मू-कश्मीर में अपना कर्तव्य निभाते हुए उन्होंने दो आतंकवादियों को ढेर किया था. इस कारण उन्हें सशस्त्र सेना ध्वजदिन निमित्त ध्वजदिन-2022 निधि संकलन के शुभारंभ अवसर पर जिलाधिकारी पवनीत कौर के हाथों नियेाजन भवन में आयोजित कार्यक्रम में सम्मानित किया गया. वर्ष 2018 में जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी विरोधी अनेक कार्रवाई में मेजर आनंद पाथरकर का सहभाग था. इसी दौरान उन्होंने पुलवामा में दो आतंकवादियों को ढेर किया था. इसके लिए उन्हें वर्ष 2019 में राष्ट्रपति द्बारा शौर्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. पश्चात महाराष्ट्र शासन की तरफ से गौरव पुरस्कार दिया गया. कार्यक्रम में वीर पत्नी-वीर माता और होनहार छात्रों का भी सत्कार किया गया.

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