अमरावतीमहाराष्ट्र

हाय-हाय गर्मी, उफ-उफ गर्मी

पारा पहुंचा 43 डिग्री के स्तर पर

* अगले एक-दो दिनों में होगा एक डिग्री का इजाफा
* इस बार 45 डिग्री तक तापमान जाने की संभावना
अमरावती/दि.02– इस समय गर्मी का मौसम अपने पूरे शबाब पर है. जिसके चलते हर कोई ‘हाय-हाय गर्मी, उफ-उफ गर्मी’ कहने पर मजबूर हो रहा है. क्योंकि आसमान से बरस रही चिलचिलाती धूप और इस वजह से हो रही भीषण गर्मी के चलते हर कोई पसीने से तरबतर और बेहाल है. विगत 24 घंटो के दौरान अमरावती जिले का अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सिअस के स्तर पर था. साथ ही साथ रात के वक्त न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सिअस के आसपास रहा. ऐसे में दिन के साथ-साथ रात भी काफी गर्म रही और रात के वक्त मौसम में रहनेवाली आर्द्रता की वजह से अच्छी-खासी उमस भी बनी रही.

इस संदर्भ में स्थानीय श्री शिवाजी कृषि महाविद्यालय के मौसम एवं कृषि विभाग प्रमुख प्रा. अनिल बंड द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक अगले एक-दो दिनों के दौरान तापमान में और भी एक डिग्री का उछाल आ सकता है. साथ ही इस बार मई माह के दौरान अधिकतम तापमान 45 से 45.5 डिग्री सेल्सिअस के उच्चतम स्तर को भी छू सकता है. प्रा. अनिल बंड के मुताबिक यद्यपि इस समय अमरावती सहित विदर्भ क्षेत्र में तापमान अपने उच्चतम स्तर पर है. लेकिन इसके बावजूद भी अमरावती और विदर्भ क्षेत्र में ग्रीष्म लहर आने की फिलहाल कोई संभावना नहीं है. क्योंकि जैसे ही विदर्भ क्षेत्र में तापमान उपर की ओर उठना शुरु होता है, वैसे ही मौसम बदरिला होकर कहीं ना कहीं छिटपूट बारिश हो जाती है. जिससे तापमान का स्तर नीचे की ओर लुढक जाता है. ऐसी स्थिति में ग्रीष्म लहर का कोई असर नहीं होता. यदि लगातार तीन दिनों तक तापमान 44 डिग्री से अधिक बना रहता है और लू के थपेडे चलते रहते है तब ग्रीष्म लहरवाली स्थिति बनती है. ऐसी स्थिति मई माह के दूसरे या तीसरे सप्ताह में एक या दो बार बनने की थोडी-बहुत आशंका है.

* 6 व 7 मई को छिटपूट बारिश के आसार
प्रा. अनिल बंड के मुताबिक आगामी 6 व 7 मई को अमरावती सहित विदर्भ क्षेत्र के कुछ इलाको में बेहद हलकी व छिटपूट बारिश होने के आसार है. इस बेमौसम बारिश की वजह से किसी भी तरह का कोई नुकसान होने का खतरा नहीं है. साथ ही प्रा. अनिल बंड ने यह भी बताया कि, विगत मई माह के दौरान अच्छी-खासी हुई बेमौसम बारिश से भी नुकसान कम और फायदा अधिक होनेवाला है. चूंकि पतझड के मौसम में आई उस बेमौसम बारिश की वजह से अमरावती शहर सहित जिले में तमाम पेड-पौधे हरे-भरे हो गए है. जिसके चलते वातावरण में काफी हद तक ठंडक बनी हुई है. ऐसे में गर्मी का प्रमाण कुछ हद तक घटा है. साथ ही इन्हीं हरे-भरे पेड-पौधो की वजह से बारिश के समय बादल आकर्षित होंगे और अमरावती सहित विदर्भ क्षेत्र में जमकर बारिश होगी.

* अकोला के जमकर गर्म होने की यह है वजह
किसी समय कोयला खदानो और सिमेंट कारखानो की वजह से विदर्भ क्षेत्र में चंद्रपुर व घुग्गुस जैसे शहर सबसे अधिक गर्म हुआ करते थे. वहीं इन दिनों अकोला में सर्वाधिक गर्मी पड रही है. इसे लेकर प्रा. अनिल बंड का कहना रहा कि, अब चंद्रपुर और घुग्गुस के कई कोयला खदानो व सिमेंट कारखानो में काम बंद हो गया है. जिसकी वजह से वहां का तापमान घटने में मदद हुई है. वहीं अकोला में तापमान और गर्मी उपर रहने की स्थिति पहले भी ऐसी ही थी. क्योंकि अकोला शहर व जिला मकरवृत्त पर स्थित है. जहां पर गर्मी के मौसम दौरान सूरज की किरणे सीधी पडती है. इस वजह से गर्मी के मौसम दौरान अकोला पहले भी अच्छा-खासा तपा करता था. हालांकि तब चंद्रपुर और घुग्गुस में अकोला से ज्यादा गर्मी पडा करती थी और अब चंद्रपुर व घुग्गुस में तापमान का स्तर पहले जैसा नहीं रहने के चलते अकोला में सबसे अधिक तापमान दर्ज हो रहा है.

* विगत एक दशक दौरान इस बार अप्रैल रहा अपेक्षाकृत ठंडा
प्रा. अनिल बंड के मुताबिक अमुमन मार्च माह से ही तापमान का स्तर उपर उठना शुरु हो जाता है और अप्रैल माह के आसपास अच्छी-खासी गर्मी पडने लगती है. इस बार भी मार्च माह के अंत और अप्रैल माह के प्रारंभ में लगभग ऐसी ही स्थिति बनती दिखाई दे रही थी. लेकिन अप्रैल माह के दौरान कई बार तेज आंधी-तूफान के साथ ही बिजली की गडगडाहटो के साथ जोरदार बेमौसम बारिश भी हुई. जिसके चलते जमीन में नमी और वातावरण में आर्द्रता उत्पन्न हो गई और इस वजह से गर्मी व तापमान का स्तर अप्रैल माह में काफी हद तक कम रहा. जिसके चलते विगत एक दशक के दौरान इस वर्ष अप्रैल माह अपेक्षाकृत रुप से ठंडा रहा.

* छत्रपति संभाजीनगर में ‘हीट वेव’ को लेकर ‘यलो अलर्ट’
जहां एक ओर विदर्भ क्षेत्र में तापमान का स्तर उंचा रहने के साथ ही बदरीले मौसम और बारिश की संभावना बनी हुई है. वहीं दूसरी ओर मराठवाडा सहित राज्य के तटीय क्षेत्रो में अगेले एक-दो दिनों के दौरान ग्रीष्म लहर आने का खतरा बना हुआ है. जिसे ध्यान में रखते हुए प्रादेशिक मौसम विभाग ने छत्रपति संभाजीनगर सहित मराठवाडा एवं तटीय क्षेत्रो के लिए ग्रीष्म लहर के लिए ‘यलो अलर्ट’ जारी किया है.

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