अमरावती/दि.26- वाहनोें की बढती मांग के कारण सडकों पर भी वाहन बडी संख्या में दौड रहे है. सुरक्षा के लिए नई प्रणाली विकसित करना आवश्यक है. इसी कारण वर्ष 2018 में हाई सिक्युरिटी नंबर प्लेट दी गई है.
डीलर की तरफ से वाहनों की डिलीवरी देते समय वाहनों को सीधे नंबर प्लेट लगाकर दिया जाता है. अब यह प्रयोग पुराने वाहन बाबत भी करने का मानस है. अभी तक शासनस्तर पर इस पर अमल करने के आदेश नहीं आए है. कोरोनाकाल के पूर्व पुराने वाहनों के लिए एचएसआरपी बैठाने बाबत प्रक्रिया शुरु थी. लेकिन बाद में इसकी अवधि बढती गई. इस कारण आदेश जारी नहीं हुए है.
* हाई सिक्युरिटी नंबर प्लेट यानी क्या?
आरटीओ के पास पंजीकृत रहे वेंडर के पास से यह नंबर प्लेट तैयार की जाती है. डीलर और वेंडर के बाद आरटीओ में पंजीयन होता है. डीलर व्दारा डाटा, टैक्स की जानकारी भरने के बाद इन वाहनों का नंबर जनरेट होता है. वहां से वह वेंडर के पास नंबर प्लेट के लिए जाता है.
* रहता है क्यूआर कोड
नए वाहनों को ही एचएसआरपी नंबर प्लेट वर्ष 2018 सेे बैठाई जा रही है. इस पर क्यूआर कोड रहता है. इससे वाहन की डिटेल आसानी से मिल सकती है. इसके अलावा सुरक्षा के लिए भी यह महत्वपूर्ण है.
– सिद्धार्थ ढोके, एआरटीओ