महामार्ग का काम अधूरा, फिर वसुला जा रहा टैक्स
अमरावती- मोर्शी- वरुड-पांढुर्णा महामार्ग का टोल नाका रद्द करने की मांग
मोर्शी/दि.14-नांदगांवपेठ मोर्शी वरुड पांढुर्णा राष्ट्रीय महामार्ग का काम अधूरा होने के बावजूद वरुड मोर्शी अमरावती राष्ट्रीय महामार्ग पर निंभी में टोल नाका शुरू करने के निर्णय से क्षेत्र के नागरिकों में तीव्र नाराजगी व्यक्त की जा रही है. मोर्शी वरुड तहसील के लोग इस महामार्ग पर बड़ी संख्या में अमरावती आना-जाना करते है, उनसे नांदगांव पेठ टोल नाका पर 8 किमी के लिए सैकडों रुपये का टोल वसूला जा रहा है. उसमें ही अब निंभी में टोल नाका शुरु करने वाहनों की लूट होगी. इसलिए निंभी का टोल नाका रद्द करने की मांग राकांपा तहसील उपाध्यक्ष रुपेश वालके ने केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी को प्रेषित किए ज्ञापन में की है. अगर यह टोल नाका रद्द न हुआ तो आंदोलन करने की चेतावनी रुपेश वालके ने दी है.
राष्ट्रीय महामार्ग प्राधिकरण ने टोल वसूली के लिए निंभी में टोल नाका शुरू करने का निर्णय लिया है. हालांकि, नियमों के मुताबिक, टैक्स तभी वसूला जा सकता है, जब 70 किमी तक सड़क अच्छी स्थिति में हो. रूपेश वालके ने अपनी राय व्यक्त करते हुए कहा कि अगर इस महामार्ग का काम पूरा नहीं होने के बावजूद जानबूझकर टोल वसूला जाता है. नांदगांवपेठ मोर्शी वरूड पांढुर्णा तक काम संभालते हुए कई साल हो गए. अब तक हाईवे का काम विभिन्न कारणों से अधूरा है, जिसके कारण नांदगांवपेठ मोर्शी वरुड पांढुर्णा आने-जाने में वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. वन विभाग से अनुमति के बाद भी काम जल्दी पूरा नहीं हो पाता है. ऐसे में वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इसलिए पहले सड़कों और पुलों का काम पूरा किया जाना चाहिए, यह मांग रूपेश वालके ने ज्ञापन में की है.
नागरिकों को विश्वास में लेना आवश्यक था
निंभी में टोल नाका शुरु करते समय क्षेत्र के नागरिकों को विश्वास में लेना आवश्यक था. हालाँकि, जब से यह जानकारी मिल रही है कि टोल नाका शुरू किया जाएगा और टैक्स वसूला जाएगा, मोर्शी वरुड तालुका के नागरिकों को 60 किमी के लिए 2 टोल नाका पर टैक्स का भुगतान करना होगा. इसको लेकर असंतोष निर्माण हो रहा है.
-रुपेश वालके, तहसील उपाध्यक्ष, राकांपा
निंभी टोल नाका रद्द होना चाहिए
अगर इस महामार्ग का काम पूरा नहीं होने पर भी जानबूझकर टैक्स लगाया जाएगा, तो हम इसका पूरी तरह से विरोध करते हैं और निंभी में टोल नाका रद्द किया जाना चाहिए. इस टोल के खिलाफ अगला फैसला जल्द ही लिया जाएगा.
-डॉ. प्रदीप कुर्हाडे, पूर्व शिक्षा सभापति,
नगर परिषद मोर्शी.