अमरावती

पुलिस दल के ‘ट्रैक’ पर उच्चशिक्षित युवाओं की दौड

बीई, बीटेक, बीएएमएस व एलएलबी उत्तीर्ण युवा भी भर्ती में शामिल

* 752 उच्चशिक्षित इच्छूक युवा भी है भर्ती के मैदान में
अमरावती/ दि.20 – तीन साल के अंतराल पश्चात राज्य में पुलिस भर्ती शुरु हुई है. सरकार के अन्य महकमो की तुलना में पुलिस भर्ती में पदों की संख्या अधिक रहती है. इसके चलते नौकरी पाने के इच्छूक युवाओं का रुझान भी पुलिस भर्ती की ओर ज्यादा रहता है. न्युनतम कक्षा 12 वीं उत्तीर्ण की पात्रता रहने वाले पुलिस सिपाही पद के लिए अमरावती ग्रामीण पुलिस दल में आवेदन करने वाले उम्मीदवारों में से 668 यानी 5 फीसद उम्मीदवार पदवीधारक है. वहीं 2 फीसद उम्मीदवार स्नातकोत्तर पदवी प्राप्त है. इसके अलावा शहर पुलिस में भर्ती हेतु प्राप्त आवेदनों में से 26 फीसद उम्मीदवार पदवी व स्नातकोत्तर पदवी धारक है. इसमें भी बीई, बीटेक, एलएलबी, बीएएमएस व एमलीब सहित अन्य उच्च शिक्षा प्राप्त युवाओं का समावेश है. जो इस भर्ती में शामिल होकर पुलिस सिपाही की नौकरी प्राप्त करने हेतु भर्ती मैदान पर जमकर पसीना बहा रहे है.
बता दे कि, विगत कुछ वर्षों से सरकारी महकमो में बेहद कम पदों पर नियुक्तिया हो रही है. जिसके चलते उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद भी नौकरी से वंचित रहने वाले सुशिक्षित युवाओं की संख्या काफी तेजी से बढी है. इसमें भी अमरावती जिले के औद्योगिक क्षेत्र का कोई खास विकास नहीं हुआ. ऐसे में यहां पर नौकरी व रोजगार के अवसर बेहद कम है. इसकी वजह से उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद युवाओं को नौकरी के लिए मुंबई व पुणे जैसे महानगरों का रास्ता पकडना पडता. परंतु कोविड काल बाद मुंबई व पुणे जैसे औद्योगिक क्षेत्रों में अपेक्षित वेतन की नौकरियां उपलब्ध नहीं. इन सभी वजहों के चलते उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद भी युवाओं को नौकरी के लिए दर-दर भटकना पडता है. ऐसे में सरकारी नौकरी में रहने वाली सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए युवाओं व्दारा किसी भी तरह की सरकारी नौकरी को प्राधान्य दिया जा रहा है. यही वजह है कि, पुलिस सिपाही की पदभर्ती में विविध पदवी व पदव्युत्तर पदवी की अर्हता प्राप्त युवाओं ने आवेदन किये. अमरावती ग्रामीण पुलिस दल के कुल 197 पदों हेतु 13 हजार 467 उम्मीदवारों ने आवेदन किये. जिसमें से 916 उम्मीदवार पदवी व पदव्युत्तर पदवीधारक है. वहीं अमरावती शहर पुलिस के 41 पदों हेतु 2 हजार 249 आवेदन आये हैं. जिसमें से 550 उम्मीदवार पदवीधारक तथा 84 उम्मीदवार पदव्युत्तर पदवीधारक हैं.

आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की अर्हता
शहर पुलिस ग्रामीण पुलिस
एमकॉम – 10 एमबीए – 19
एमए – 49 एमए – 374
एमबीए – 6 एमसीए – 10
एमसीए – 1 एमकॉम – 130
एनजेएमसी – 1 एमलीब – 10
एमएसडब्ल्यू – 3 एमपीएड – 5
एमएससी – 12 एमएसी – 72
एमपीएड – 2 एमएसडब्ल्यू – 41
बीफॉर्मा – 3 एलएलएम – 1
बीएएमस – 1 एलएलबी – 5
बीए – 291 एमजे – 1
बीबीए – 1 बीटेक – 7
बीसीए – 2 बीई – 147
बीकॉम – 81 बीसीएम – 4
बीई – 19 एमसीएम – 4
बीपीएड – 3 बीबीए – 27
बीएससी – 28 बीसीए – 59
बीटेक – 1 कुल – 916
बीसीएम – 2
बीजेएमसी – 2
कुल – 589

उच्च शिक्षित युवाओं का रुझान क्यों
– पुलिस दल में काम करने और वर्दी पहनने की प्रबल इच्छा.
– अपनी पढाई के मुताबिक किसी अन्य विभाग में सरकारी नौकरी मिलने की कोई पक्की गारंटी नहीं.
– उच्च शिक्षा हासिल करने के बाद निजी क्षेत्र में अस्थायी तौर पर कम वेतन पर काम करना पडता है.
– स्थानीय स्तर पर कोई बडा उद्योग नहीं रहने के चलते नौकरी के लिए अपना शहर व जिला छोडकर जाना पडता है.
– निजी क्षेत्र में नौकरी को लेकर कोई सुरक्षा या स्थिरता नहीं रहने के चलते अपने सहित अपने परिवार की आर्थिक सुरक्षा का मसला हमेशा बना रहता है.

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