हिंदू संस्कृति और मूल्य पुन:स्थापित, इसीलिए विश्व में भारत की धाक
अविचल देवाचार्य जी महाराज का कहना
* सिकची निवास पर भव्य स्वागत
* माऊली सरकार की भी उपस्थिति
अमरावती/दि.14- हिंदू संस्कृति सभी को साथ लेकर चलती है, न केवल मानव अपितु प्राणी मात्र के कल्याण के विषय में सोचती और सक्रिय होती है. आज भारतवर्ष में उसकी सांस्कृतिक थाती और मूल्य पुन:स्थापित हो रहे है. इसीलिए स्वतंत्रता के 75 वर्ष बाद भारत की सर्वत्र धाक है. आज विश्व में प्रत्येक बात के लिए भारत को पूछा जाता है. भारत की स्थिति सर्वश्रेष्ठ है. भारत की भूमिका मानी जा रही है. प्रत्येक प्रश्न में भारत की राय ली जा रही है. यह प्रतिपादन जगद्गुरु और कैवल्यज्ञान पीठाधीश्वर श्री अविचल देवाचार्य जी महाराज ने किया. वे आज दोपहर बालाजी प्लॉट स्थित सिकची निवास पर बोल रहे थे. उनके साथ रुख्मिणी पीठ के पीठाधीश्वर माऊली सरकार राज राजेश्वराचार्य जी भी विराजमान थे. सिकची परिवार के आनंद सिकची, अभिजीत सिकची, अनूप सिकची, रचित सिकची, सरला सिकची, प्रज्ञा सिकची, रिद्धी सिकची आदि ने दोनों विभूतियों की भव्य अगवानी की.
इस समय हितेशभाई पटेल, अश्विनभाई पटेल, विरल पटेल, विजयजी झटाले, गिरधर चव्हाण, समीर पाटिल, संतोष जावरकर, कुलदीप पेठकर, पिंटू अवघड, सौ. कांचन डहाके, पाठक ताई, प्रितम विरुलकर, कमल राठी, राकेश राठी, निखिल देशमुख, भूषण राठी, गजूभाउ ठाकुर, कृष्णा चक्रवर्ति, युवराज चव्हाण, अरुण बारब्दे काका, डॉ. सुरेशदास दीक्षित, सिद्धार्थ दीक्षित, संदीप गुल्हाने संदीप पेठकर, सागर वडतकर, अभिनव देशमुख, मनीष गणेशपुरे, रावसाहब ठाकरे, भूषण सुने, पवन केने, अविनाश कदम, रोहण शर्मा, रितेश शिरभाते, श्रीकृष्ण माहुरे, राजेश घोडकी आदि अनेक की उपस्थिति रही.
* राजा की बडी प्रशंसा
पं. पूं. अविचल देवाचार्य जी महाराज ने कहा कि हमारे सामाजिक, आध्यत्मिक मूल्य स्थापित हो रहे है. हिंदू संस्कृति सबके जीवन की कामना है. जिसे सैकडों वर्षो तक विदेशी शासकों और आक्रातांओं ने दबाकर रखा था. जबकि आज हिंदू धर्म दर्शन की सभी बातें सामने आ रही है. जिसे विश्व स्वीकार कर रहा है, मान्यता दे रहा है, अपना रहा है. महाराजजी ने कहा कि, भारत के वेदों को विश्व कीर्तिमान दर्ज करनेवाली गिनेस बुक ने भी सर्वप्रथम माना है. उन्होंने राजा और शासक संबोधन से पीएम मोदी की बडी सराहना की.
* मदनी को किया आवाहन
केसरी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अविचल देवाचार्य जी महाराज ने मौलाना मदनी के वक्तव्य पर करारा कटाक्ष किया. मदनी ने कहा था कि यह देश जितना मोदी का है, उतना ही उनका भी हैं. महाराज ने कहा कि, वे भी मानते है कि देश सभी का हैं. महाराज ने कहा कि, अधिकार से पहले कर्तव्य आते है. मौलाना मदनी को पहले देश के प्रति अपने कर्तव्य का भी भान रहना चाहिए. महाराज ने मदनी को यह कहते हुए ललकारा कि राष्ट्र की उन्नति, एकता के लिए जनसंख्या नियंत्रण के बारे में भी कुछ कहे और करें. उन्होंने समाज को राह दिखाने की अपील भी कर डाली.
* गायों को बचाने से बचेंगे किसान
अविचल देवाचार्य जी महाराज ने कहा कि, गायों को बचाने से किसान की आत्महत्या रुकेगी. किसानों को आज महंगी खाद, बीज खरीदने पडते हैं. गायों के संरक्षण से खाद सहज उपलब्ध होगी. जिससे किसानों की खेती बाडी की लागत कम होगी. उसका खर्च कम होगा वह कर्ज के मोहपाश में नहीं फंसेगा. जिससे आत्महत्या रुकेगी. उन्होंने गायों के सरंक्षण से बीमारियां रुकने पर भी ध्यान दिलाया.