हिंदुओ का सदियों से शोषण किया जा रहा, हमें जागना होगा
शिव प्रतिष्ठान हिंदुस्तान की सभा में संभाजी भिडे गुरुजी गरजे
अमरावती/दि.28– जागो हिंदू जागो, हिंदुत्व खतरे में है. सदियों से हमारा शोषण किया जा रहा है. अंग्रेजो और मुगलो ने हम पर अत्याचार किया है. आज हम नहीं जागेंगे तो हमारा दमन हो जाएगा. अब तक हिंदुस्तान पर अन्याय और कत्लवार किया गया है. हम पर पाश्चात्य संस्कृति का आक्रमण कर अश्लीलता फैलायी जा रही है. यही वक्त है हमें समझने का, ऐसा प्रतिपादन संभाजी विनायक भिडे गुरुजी ने व्यक्त किया. बडनेरा रोड स्थित भारत मंगलम में शिव प्रतिष्ठान हिंदुस्तान की ओर से आयोजित सभा में वे बोल रहे थे.
संभाजी भिडे गुरुजी महाराष्ट्र के हिंदुत्ववादी कार्यकर्ता हैं. वर्तमान में वे शिवप्रतिष्ठान हिंदुस्तान के संस्थापक व प्रमुख है. वे अपने समर्थकों के बीच भिडे गुरुजी के नाम से जाने जाते हैं. वर्ष 1980 तक वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुडे रहे हैं. लेकिन कुछ विवादों के कारण उन्होंने अलग होकर नया संगठना बनाया और कार्य करने लगे. जिसकी मूल भावना राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के करीब थी. आगेे चलकर उन्होंने 1984 में शिव प्रतिष्ठान हिंदुस्थान की स्थापना की. उनका जन्म सातारा के सबनीस वाडी में हुआ. वे हिंदुत्ववादी समाजिक कार्यकर्ता हैं. उनका नाम भीमाकोरेगांव हिंसा भडकाने में भी सामने आया था. गुुरुवार की शाम 6 बजे बडनेरा रोड स्थित जय भारत मंगलम में उनकी सभा आयोजित की गई थी. इस सभा में चप्पल भी भीतर ले जाने की अनुमति नहीं थी. पुलिस कर्मचारियों को भी प्रवेश नहीं दिया गया. उनके ही कार्यकर्ताओं व्दारा पूरी तरह नियोजन कर भारतीय बैठक शैली में सभा ली गई. इस समय सभास्थल के बाहर पुलिस का तगडा बंदोबस्त तैनात था. संपूर्ण शहर में हिंदुत्ववादी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने मोटरसाइकिल रैली निकालकर जोरदार जय श्रीराम के नारे भी लगाए.
अपने संबोधन में भिडे गुरुजी ने हिंदुत्व के इतिहास पर नजर डाली. उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान पर अन्याय किया गया. पाश्चत संस्कृति ने हमारे देश पर आक्रमण किया अश्लीलता फैलाई जा रही है. उन्होंने सवाल किया कि आज भी हम आजाद है क्या? हमारा देश पाश्चत संस्कृति का गुलाम है. अभी अंग्रेजो की खैरात पर जीवित हैं. शुद्रो की तरह देश के लोग जीवनयापन कर रहे हैं. अंग्रेजो ने व्यापार के नाम पर उस समय देश में घुसपैठ शुरु की थी. सोने की भूमि कहलाने वाले इस देश में वस्त्रोद्योग के नाम पर घुसकर व्यापार करते हुए 148 वर्ष तक साजिश रचकर हमारे देश पर उन्होंने राज किया. शुरुआत बांग्लादेश से की फिर धीरे-धीरे पैर पसारने लगे. उन्होंने 15 वर्षो तक हमारे देश में व्यापार के नाम पर पूरा अभ्यास किया. पश्चात अंगे्रजो की मुगलशाही ने देश में कोहराम मचाया. भिडे गुरुजी ने आज की राजनीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि आज उनकी मानसिकता क्या है. खुद के स्वार्थ के लिए ही काम किया जा रहा है. जिसकी लाठी उसकी ही भैंस, ऐसी स्थिति बनी हुई है. समाज रेती के कण जैसा है. हम एकजुट नहीं है. खुद के स्वार्थ के लिए धर्म तक छोड देंगे, यह एक तरह से भयवादी है. अनेक वर्षो तक इस्लामी सत्ता रही है. तब जिजामाता ने वीर शिव छत्रपति शिवाजी को जन्म दिया. वे सबसे बडे लडवैया और बुद्धिमान थे. उन्होंने हिंदवी राज्य यानी स्वराज्य की स्थापना की. शिवाजी महाराज के बारे में सभी जानते हैं. उस समय केशव उमाजी पंडित नामक शिक्षक ने शिवसैनिकों को शिक्षा दी. उन्होंने महाभारत का पूरा ज्ञान बताया. आज हमें एकजुट होने की आवश्यकता है. हिंदुत्व को बचाना भी जरुरी है. हम एकजुट नहीं हुए तो आगे हमें कोई बचा नहीं सकता. इसलिए हमारी संस्कृति के साथ हमें फिर से एक शक्ति के रुप में उभरा है और हमारा हिंदुत्व बचाना है, ऐसा कथन भी इस समय उन्होंने किया. सभा में बडी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे.