हिंदूओं का संगठित व सुरक्षित रहना मौजूद वक्त की जरुरत
डॉ. प्रवीण तोगडिया का पत्रवार्ता में कथन
अमरावती/दि.8 – देश के कश्मिर में किसी वक्त वर्ष 1990 के आसपास बडे ही सुनियोजित ढंग से हिंदूओं का कत्लेआम करते हुए उन्हें पलायन के लिए मजबूर किया गया था, ताकि घाटी को हिंदू विहिन किया जा सके. लगभग इसी तरह के छिटपूट प्रयास आगे चलकर देश में अन्य कुछ स्थानों पर भी हुए. लेकिन अब देश का हिंदू समाज ऐसे प्रयासों को लेकर पहले की तुलना में काफी हद तक जागरुक व सतर्क हो गया है और अब प्रतिकार भी करने लगा है. यह हिंदूवादी संगठनों द्बारा विगत 40 वर्षों से किए जा रहे संघर्ष का परिणाम है. ऐसे में अब हम सुरक्षित हिंदू, समृद्ध हिंदू व सम्मानयुक्त हिंदू का लक्ष्य लेकर आगे बढ रहे है. इस आशय का प्रतिपादन अंतर्राष्ट्रीय हिंदू परिषद व राष्ट्रीय बजरंग दल के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. प्रवीण तोगडिया द्बारा किया गया.
2 दिवसीय दौरे पर अमरावती पहुंचे डॉ. प्रवीण तोगडिया ने स्थानीय होटल ग्रेस इन में आज दोपहर बाद एक पत्रवार्ता को संबोधित किया. जिसमें उन्होंने उपरोक्त प्रतिपादन किया. इस समय डॉ. प्रवीण तोगडिया ने कहा कि, जिस तरह से कश्मीर में चिन्हित हत्या यानि टार्गेट किलिंग का दौर चल रहा है. उसका खतरा अब अमरावती सहित देश के अन्य प्रांतों व शहरों तक भी पहुंच गया है. ऐसे में धर्म की आड लेकर आतंकवाद फैलाने वालों के खिलाफ भारत सरकार ने इज्राइल की तरह कडे व प्रभावी कदम उठाने चाहिए. अन्यथा धीरे-धीरे पूरे देश में हालात बिगड सकते है. वर्ष 2024 के चुनाव से पहले जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाने काशी व मथुरा के मंदिरों का काम कानून बनाकर पूर्ण करने का केंद्र सरकार से आवाहन करते हुए डॉ. प्रवीण तोगडिया ने कहा कि, देश में टारगेट फिलिंग को रोकने के लिए उन्होंने हिंदू रक्षा अभियान प्रारंभ किया है. जिसके तहत हिंदूओं की प्रबल सामाजिक फोर्स तैयार की जा रही है. साथ ही इंडिया हेल्प लाइन का गठन करते हुए प्रत्येक जरुरतमंद हिंदू तक हर तरह की सहायता पहुंचाने का काम शुरु कर दिया गया है. इसके तहत इंडिया हेल्प लाइन के साथ 10 हजार विशेषज्ञ डॉक्टरों को जोडा गया है. जिनके लिए रोज कम से कम एक गरीब हिंदू मरीज का नि:शुल्क इलाज करना अनिवार्य किया गया है. इसके तहत रोजाना ही देश में हजारों गरीब हिंदूओं को नि:शुल्क इलाज की सुविधा प्राप्त हो रही है. इसके अलावा जरुरतमंद व गरीब हिंदू परिवारों को अनाज की सुविधा उपलब्ध कराने हेतु एक मुठ्ठी अनाज योजना शुरु की गई है. जिसके तहत प्रत्येक सहृदय हिंदू परिवारों से एक-एक मुठ्ठी अनाज संकलित करते हुए जरुरतमंद परिवारों को प्रतिमाह 10-10 किलो अनाज की बैग वितरीत की जा रही है. आगामी इस समय में अनाज की 1 करोड बैग वितरीत करने का लक्ष्य तय किया गया है. इसके साथ ही पढे-लिखे हिंदू युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए भी प्रयास किए जा रहे है.
इस समय पूछे गए एक सवाल के जवाब में डॉ. प्रवीण तोगडिया ने कहा कि, किसी समय कुछ पार्टी के नेताओं को हिंदू शब्द का उल्लेख करने में भी बडी शर्म आया करती थी और खुलेआम तृष्टीकरण की राजनीति चला करती थी. लेकिन आज ऐसे सभी दलों के नेता बडी खुशी-खुशी हिंदू बने घुम रहे है और मंदिरों के चक्कर भी कांट रहे है. जिनमें किसी समय हिंदूओं को हेय दृष्टि से देखने वाले राहुल गांधी, ममता बैनर्जी व अरविंद केजरीवाल जैसे नेताओं का समावेश है. यह बदलाव ऐसे ही नहीं आया. बल्कि इसके पीछे हिंदूत्ववादी संगठनों द्बारा देश के हिंदूओं को जागरुक करने हेतु विगत 40 दशकों से किया जा रहा संघर्ष सबसे बडी वजह है और आगे चलकर निश्चित तौर पर हिंदू जागरण और भी अधिक प्रखर होगा.
इस पत्रवार्ता में डॉ. प्रवीण तोगडिया के साथ हिंदू धर्म सभा आयोजन समिति के अध्यक्ष महेश साहू, अभिजीत नाइक, प्रवीण गिरी, खुशाल आहारे, संतोष ठाकुर व अनूप जयस्वाल आदि उपस्थित थे.