भीमा कोरेगांव का इतिहास पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएं
भीम ब्रिगेड संगठन ने जिलाधीश को दिया निवेदन
अमरावती प्रतिनिधि/दि.24 – भीमा कोरेगांव के शुरवीर 500 महार सैनिकों को इतिहास शालेय पाठ्यक्रम में समाहित करने की मांग को लेकर आज भीम ब्रिगेड के पदाधिकारियों ने जिलाधिकारी को निवेदन दिया.
निवेदन में बताया गया हेै कि 1 जनवरी 1818 में भीमा कोरेगांव में न्याय अधिकार पाने और स्वाभिमान से जीवन गुजारने के लिए 500 महार सैनिकों ने 28 हजार पेशवाओं के खिलाफ संघर्ष किया था और 500 शुरवीर महार सैनिकों ने इस संघर्ष में जीत हासिल करते हुए इतिहास रचा था. यह इतिहास यवुा पीढी के लिए प्रेरक है, इसलिए कक्षा 5वीं से 10वीं की पाठ्य पुस्तकों में भीमा कोरेगांव का इतिहास का भी समावेश किया जाए. निवेदन सौंपते समय भीम ब्रिगेड के संस्थापक अध्यक्ष राजेश वानखडे, अशोक नंदागवली, प्रवीण मोहोड, विक्रम तसरे, शरद वाकोडे, राजेश भटकर, उमेश दुर्योधन, मंगेश आठवले, नितीन काले, प्रवीण वानखडे, ऋषिकेश उके, धर्मशील मेश्राम, सुशिल चोरपगार, रुपेश तायडे, अजय तायडे, विरेंद्र किर्तक, सतीश दुर्योधन मौजूद थे.