उमंग व उल्लास के साथ ही शहर में शांतिपूर्ण रही होली
दो वर्ष बाद होली पर दिखा जबर्दस्त उत्साह
* गली-मोहल्लों की सडकें होली के रंग से हुई रंगीन
* विभिन्न इलाकों में युवाओं की टोली का जश्न और हुडदंग
अमरावती/दि.19– कोविड संक्रमण का खतरा टल जाने की वजह से करीब दो वर्ष के अंतराल पश्चात होली का पर्व अपने पुराने स्वरूप में मनाया गया. जिसके तहत हर ओर रंग और अबीर-गुलाल खेला गया. साथ ही जबर्दस्त तरीके से होली का जश्न और हुडदंग भी मनाया गया. जिसके तहत शहर के सभी रिहायशी इलाकों में लोगों ने अपने परिजनों व परिचितों के साथ जमकर होली खेली. जिससे घरों के आंगन और रिहायशी इलाकों की सडकें होली के रंग से रंगीन हो गई. वही शहर की लगभग सभी सडकों पर युवाओं की कई टोलियां भी पूरा दिन इधर से उधर आती-जाती दिखाई देती रही, जो अलग-अलग इलाकों में जाकर अपने यार-दोस्तों के साथ होली का पर्व मनाने में पूरा दिन व्यस्त रही. इनमें युवतियों की संख्या भी अच्छी-खासी रही. वही छोटे-छोटे बच्चों ने भी अपने घरों व परिसरों में अपने हम उम्र बच्चों के साथ जमकर रंग और अबीर-गुलाल खेलते हुए अपने जीवन की पहली होली का आनंद लिया. इन तमाम बातों के साथ-साथ होली के पर्व पर कानून व व्यवस्था की स्थिति को बनाये रखने हेतु शहर में जगह-जगह पर पुलिस का कडा बंदोबस्त लगाया गया था. जिसके चलते होली पर कहीं किसी तरह की अप्रिय वारदात नहीं हुई और यह पर्व शांतिपूर्ण तरीके से बीता.
परसों गुरूवार की रात शहर में विभिन्न स्थानों पर बडे विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना करते हुए होलिका दहन किया गया. परंपराओं के साथ ही धूमधाम के साथ होली जलाते हुए रंगोत्सव की शुरूआत की गई. जिसके पश्चात शुक्रवार की सुबह से ही रंग खेलने का सिलसिला शुरू हुआ, जो दोपहर बाद तक जारी रहा. इस दौरान लोगों ने विगत दो वर्षों का बैकलॉग पूरा करते हुए बडे उत्साह के साथ होली खेली. इसके तहत सुबह से ही लोगबाग अलग-अलग रंगों में सराबोर होते नजर आये और रंग खेलने व रंगों से बचने की जद्दोजहद भी शुरू हुई. ऐसे में होली खेलनेवालों के साथ-साथ घरों के आंगन और घरों के सामने स्थित सडकें भी अलग-अलग रंगों से सराबोर होकर रंगीन हो गई.
* जगह-जगह रही फाग उत्सव की धूम
होली पर्व के निमित्त शहर में रहनेवाले उत्तर भारतीयों व हिंदी भाषियों द्वारा कई स्थानों पर फाग उत्सव का आयोजन किया गया था. जिसमें होली के पारंपारिक लोकगीतों की प्रस्तुति के साथ-साथ ठंडाई का भी दौर चला. साथ ही ऐसे आयोजनों के जरिये सभी परिचितों ने दो वर्ष पश्चात एकजूट होते हुए होली एवं फाग उत्सव का आनंद लिया एवं एक-दूसरे को अबीर-गुलाल व रंग लगाते हुए होली पर्व की शुभकामनाएं दी.
* अजीबोगरीब चेहरों व आवाजों की रही भरमार
होली के पर्व पर युवाओं की टोलियों विभिन्न तरह के मुखौटे लगाकर अपने यार-दोस्तों के साथ होली खेलने के लिए अपने-अपने घरों से बाहर निकली. इसमें से कई युवाओं ने मुखौटों के साथ-साथ अपने सिर पर अजीबोगरीब किस्म की टोपियां व विग भी पहन रखे थे. साथ ही अधिकांश के पास अजीब किस्म की आवाज निकालनेवाले भोंगे भी थे. जिन्हें थोडी-थोडी देर में बजाकर कर्कश ध्वनि निकाली जा रही थी. कुल मिलाकर कल होली के पर्व पर युवाओं का जोश अपने पूरे शबाब पर था और युवाओें के साथ-साथ सभी आयुवर्ग के लोगों ने बडे उमंग व उल्लास के साथ उत्साहपूर्ण तरीके से होली का पर्व मनाया.