पशुओं के लिए घर पहुंच चिकित्सा सेवा उपलब्ध करवाई जाए

पशुओं के लिए घर पहुंच चिकित्सा सेवा उपलब्ध करवाई जाए

* गौशाला पंजीकरण प्रमाण-पत्रों का वितरण
अमरावती/दि.16 सरकार के प्रयासों से किसानों का पशुपालन की ओर रूझान बढ रहा है. पशुपालन विभाग को इन पशुओं के स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए, यदि आवश्यक हो तो विभाग को पशुओं के लिए पशुपालके घर पहुंच चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध करानी चाहिए, यह अपील पशुपालन तथा पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री पंकजा मुंडे ने कही. पंकजा मुंडे रविवार को पशुपालन विभाग की ओर से आयोजित समीक्षा बैठक में बोल रही थी. इस मौके पर पंकजा मुंडे ने कहा कि पशुओं के स्वास्थ्य का अच्छे तरीके से ध्यान रखा जाना चाहिए, उन्होंने कहा कि जिले में प्रयोगशालाएं और क्लीनिक बनाने के प्रयास किए जाए रहे है. मंत्री ने कहा कि मुख्य रूप से तहसील स्तर पर घर पहुंच सेवाएं प्रदान की जानी चाहिए. गौशालाओं में अच्छी गुणवत्ता की सुविधाएं होनी चाहिएं, गौशाला को तार से घेरा जाना चाहिए, यहां आने वाले पशुओं को उचित उपचार दिया जाना चाहिए,
पंकजा मुंडे ने कहा कि देसी गाय पोषण योजना के तहत तीन हजार से अधिक गायों को अनुदान दिया गया है, इसके अलावा मानव विकास के माध्यम से दुधारू पशुओं को वितरित और प्रशिक्षित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि दुधारू पशुओं को चारागाह की आवश्यकता होती है, इसलिए चारागाह विकास कार्यक्रम से काम लेकर चारे की व्यवस्था की जानी चाहिएं. मंत्री ने जानकरी दी कि महा महीष योजना के तहत 217 लाभार्थियों को लाभ दिया गया है. इस पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए.
मुंडे ने प्रतिनिधिक तरीके से गौशाला पंजीकरण का प्रमाण पत्र का वितरण किया, इसके बाद उन्होंने पर्यावरण विभाग की समीक्षा की. मनपा क्षेत्र में सीवेज उपचार प्रणाली को कुशलता से संभाला जाना चाहिए, संबंधित प्रणाली को मुख्य रूप से शहरी क्षेत्रों में जल उपचार केंद्र स्थापित करने की सलाह दी जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि संबंधित नगर पालिकाओं को विभाग मेें सीवेज उपचार के लिए आवश्यक पानी एकत्र करने की व्यवस्था करना बहुत जरूरी है, साथ ही औद्योगिक क्षेत्र से वायु और जल प्रदूषण की शिकायतें आ रही है. परियोजनाओं को इन शिकायतों पर तत्काल ध्यान देने तथा इस संबंध में उपाय करने के लिए कहा जाना चाहिए, मुंडे ने अमरावती में कपडा उद्योग की ओर विशेष ध्यान दिलाया. साथ ही उन्होंने वहां सीवेज उपचार प्रणाली की जांच की करने की बात कही. उन्होंने कहा की बिजली उत्पादन संयंत्र से वायु प्रदूषण की शिकायतेें आ रही हैं, इस ओर भी ध्यान दिया जाना चाहिए. समीक्षा बैठक में पशुपालन विभाग के डॉ. वाई.एम वंजारी, डॉ. शशिकांत कानफाडे, डॉ संदीप इंगले, डॉ. शिवेंद्र महल्ले, डॉ. सुधीर चौधरी, डॉ. राजेंद्र पेठे, डॉ. दिलीप देशमुख आदि उपस्थित थे.

 

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