अमरावती

बेघर हुए आदिवासियों को सडक पर जागकर बितानी पडी रात

पुनर्वसन विभाग की कार्रवाई से नागरिक सडकों पर

नांदगांव पेठ/दि.4– पुनर्वसन विभाग की अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के बाद सड़क पर आए आदिवासी परिवारों ने कड़कड़ाती ठंड में जागकर रात काटी. अपने हाथों से सजाए गए घर को अतिक्रमण विभाग ने उनकी आखों के सामने तोड़कर जमींदोज करने के बाद संबंधितों को रोने के अलावा कोई पर्याय नहीं बचा था. बेचारे आदिवासी सबकुछ मूक होकर देख रहे थे. सुबह से शुरू हुई अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शाम तक चली. जिसके कारण रसोई बनाने के लिए भी महिलाओं को अवसर नहीं मिलने के कारण दिनभर बच्चे, बूढ़े और परिवार के सभी लोग दिनभर भूखे ही रहे.

विभाग के ताफे में घर में रखे साहित्य को नष्ट कर दिया था, इसलिए भूख से व्याकुल नन्हें बच्चे भी रात में भूखे पेट ही सो गए. गुरूवार को पुनर्वसन विभाग ने अतिक्रमण हटाने की धड़क कार्रवाई करने के बाद अनेक परिवार उध्वस्त हो गए. छोटे बच्चों की भी इस विभाग को दया नहीं आयी. विभाग की कार्रवाई पर अनेकों ने नाराजगी और रोष व्यक्त किया, किंतु विभाग के दस्ते पर कोई असर नहीं हुआ. रातभर उध्वस्त हुए झोपड़ों के समीप बैठकर सुबह की चिंता करने में महिलाओं को रोना आ रहा था. विद्यार्थियों के शाला में जाने का स्वप्न भी इस विभाग ने भंग करके अनेक विद्यार्थियों का भविष्य भी अंधकार की कगार पर खडा कर दिया.

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