घरेलू छाछ, पन्हा, शरबत और लस्सी लाभदेय
गर्मियों में बाहर का रसायन मिश्रित पेय रहेगा हानिकारक

अमरावती/दि. 31– गर्मियों के दिन शुरू हो गये हैं. पारा 40 डिग्री सेल्सियस पार हो गया है. ऐसे में प्यास लगने पर शीतल शरबत और पेय को प्रोत्साहन दिया जाता है. नींबू पानी, कैरी का पन्हा, छाछ, लस्सी आदि से शरीर तरोताजा हो जाता है. ऐसे में चिकित्सकों ने बाहर के शीतपेय से परहेज करने की सलाह दी है. उनका कहना है कि बाजार के शीतपेय और अन्य पदार्थो में केमिकल मिले रहते हैं जो शरीर को नुकसान पहुंचा सकते हैं.
उन्होंने घरों पर ही फलों के रस तैयार करने की सलाह दी है. उनका कहना है कि इन दिनों सभी के घरों में जूसर होता है. उससे तरबूज,अनानस, आम का रस सहजता से बनाया जा सकता है. मार्केट से तैयार रस खरीदने की बजाय घर पर ताजे रस का आनंद सेहत के लिए फायदेमंद रहेगा. हो सके तो बगैर बर्फ का रस पीना चाहिए.
पीडीएमसी की आहार तज्ञ
पीडीएमसी की आहार तज्ञ डॉ. उज्वला ढेवले ने कहा कि मार्केट के नींबू शरबत, छाछ, लस्सी आदि पेय में रसायन मिले होते हैं. अशुध्द पानी से बनाए हो सकते हैं. इसलिए घर पर तैयार फलों का रस लेना फायदेमंद रहेगा. सेहत पर बुरा असर नहीं पडेगा.