अमरावती/दि.4 – जिले के चिखलदरा अंतर्गत आमझरी गांव को शहद का गांव के रुप में विकसित करने के लिए इस योजना पर सभी विभाग कडाई से अमल करें, इस उपक्रम के कारण परिसर के नागरिकों को कायम स्वरुपी रोजगार मिलेगा. यह विश्वास राज्य खादी व ग्रामोद्योग मंडल की मुख्य कार्यकारी अधिकारी अंशु सिन्हा ने व्यक्त किया. बुधवार को वह आमझरी के दौरे पर आयी थी.
राज्य खादी व ग्रामोद्योग मंडल द्बारा आमझरी में शहद का गांव संकल्पना साकारी जा रही है. जिसके लिए अंशु सिन्हा ने गांव में भेंट देकर विविध विभागों के अधिकारियों से बैठक की. प्रकल्प अधिकारी तथा उपविभागीय अधिकारी सावनकुमार, राज्य खादी व ग्रामोद्योग मंडल के उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी विपीन जगताप, जिला ग्रामोद्योग अधिकारी प्रदीप चेचरे समेत तहसीलदार, गुट विकास अधिकारी, सिपना महाविद्यालय के मधुमक्षिका पालन विभाग प्रमुख आदि उपस्थित थे. बैठक में खादी व ग्रामोद्योग मंडल की सीईओ अंशु सिन्हा ने नैसर्गिक संसाधनों का संवर्धन, ग्रामीण क्षेत्र के युवक व महिलाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए यह उपक्रम चलाये जाने की जानकारी दी. शहद का योग्य व शास्त्रीय पद्धति से संकलन व उत्पादन बढाना आवश्यक है. शहद का गांव के रुप में विकसित होने के लिए संबंधित सभी विभाग समन्वय से काम करें, मधुमख्खियों का पर्यावरण में महत्वपूर्ण स्थान है. उनका फसल की वृद्धि में भी लाभ होता है. इसी वजह से मधुमख्खी संवर्धन के माध्यम से गांव का विकास भी होगा. इसका लाभ अधिक से अधिक नागरिकों को दिलाने के निर्देश भी उन्होंने दिये. मध केंद्र योजना अंतर्गत मधुमख्खी पालन के लिए प्रशिक्षण, साहित्य वाटप, अनुदान आदि सुविधाएं मिलती है. सभी नागरिकों से इस योजना का लाभ लेने का अनुरोध भी उन्होंने किया. इस वक्त उन्होंने ग्रामवासियों से संवाद साधते हुए उपक्रम की जानकारी दी. नागरिकों को आग्या मधुमख्खी किट का वितरण किया गया. खादी व ग्रामोद्योग आयोग तथा वन विभाग द्बारा आमझरी की महिलाओं को अगरबत्ती मशीन का प्रशिक्षण दिया गया है. उन महिलाओं को प्रशिक्षण प्रमाणपत्रों का वितरण किया गया.